सोशल मीडिया का देखिए कमाल, बिछड़े हुए पांच वर्ष के औरंगजेब को मिल गई मां
Jharkhand News सोशल मीडिया (Social Media) आनलाइन मार्केटिंग (Online Marketing) से लेकर सगे-संबंधियों से भी एक पल में ही आमना-सामना करा देती है। वहीं सोशल मीडिया किसी के लिए अपने बिछरें बेटे से मिलाने में जीवन की संजीवनी की तरह काम कर रही है।
रांची (जागरण संवाददाता)। Jharkhand News : सोशल मीडिया (Social Media) एक ऐसा जरिया बन गया है कि कई मायनों में लोगों के लिए संजीवनी की तरह काम आ रही है। सोशल मीडिया आनलाइन मार्केटिंग (Online Marketing) से लेकर दूर-दराज बैठे सगे-संबंधियों से भी एक पल में ही आमना-सामना करा देती है। वहीं किसी के लिए अपने बिछरें बेटे से मिलाने में जीवन की संजीवनी की तरह काम कर रही है। एसी एक घटना रांची (Ranchi) के डोरंडा की है। जहां समाजसेवियों (Social Workers) ने भटकते हुए एक बच्चे को उसकी मां से मिलाया। डोरंडा (Doranda) में शाम 5:45 बजे समाजसेवियों ने भटकते हुए एक बच्चे को उसकी मां से मिलाया।
पता बताने में था असमर्थ:
बता दें कि डोरंडा थाना इलाके में 5 साल का बच्चा जो अपना नाम औरंगजेब और पिता का नाम मुस्तकीम बता रहा था। वह अपना पता बताने में असमर्थ था। डोरंडा थाना के पुलिस पदाधिकारी के अलावा समाजसेवियों की पहल से पता चला कि यह बच्चा हिंदपीढ़ी थाना क्षेत्र का रहने वाला है।
मां शगुफ्ता को इस बच्चे को कर दिया गया सुपुर्द:
इनके परिजन खोजबीन के लिए निकले थे। अचानक परिजन लोअर बाजार थाने पहुंचे। बच्चे को लेकर डोरंडा थाना से लेकर लोअर बाजार थाने में थाना प्रभारी सतीश कुमार के सामने इसकी मां शगुफ्ता को इस बच्चे को सुपुर्द कर दिया गया। बच्चे की मां ने सभी का धन्यवाद किया।
इस कार्य में मुख्य रुप से अमित घोष, मो नौशाद, नवाब चिश्ती, सोनू आलम, गुड्डू सहित अन्य लोग ने अहम भूमिका निभाई।