चतरा में मनरेगा राशि के ट्रांसफर में मनमानी, एक पंचायत को 1.20 करोड़ और 6 के खाते में शून्य
Jharkhand. चतरा जिले में मनरेगा में सामग्री मद की राशि ट्रांसफर में अधिकारियों की मनमानी उजागर हुई है। राशि वेंडरों के खाते में ऑनलाइन भेजी जाती है।
चतरा, जासं। चतरा जिले में मनरेगा में सामग्री मद की राशि ट्रांसफर में अधिकारियों की मनमानी उजागर हुई है। मामला जिले के प्रतापपुर प्रखंड से जुड़ा हुआ है। अधिकारियों की मेहरबानी देखिए, एघारा पंचायत को सामग्री मद में प्रखंड को आवंटित राशि का 25 प्रतिशत से अधिक का भुगतान करवा दिया। सामग्री मद में इस प्रखंड को 4.51 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की गई।
इसमें सिर्फ एघारा पंचायत को 1.20 करोड़ रुपये का भुगतान कर दिया है। वहीं बरुरा पंचायत में 4.80 लाख, चंद्रीगोविंदपुर को 20.93 लाख, डूमरवार को 7.61 लाख, गजवा टो 82.57 लाख, घोड़दौड़ को 4.38 लाख, हुमांजांग को 30.52 लाख, जोगिडीह को 41.72 लाख, मोन्या को 11.17 लाख, सिदकी को 49.14 लाख, सिजुआ 44.03 लाख एवं टंडवा पंचायत में 10.57 लाख रुपये का आवंटन दिया गया है। सामग्री मद की सारी राशि वेंडरों के खाते में ऑनलाइन भेजी गई है।
वहीं बभने, भरही, घोरीघाट, प्रतापपुर, रामपुर व योगियारा पंचायत में एक फुटी कौड़ी नहीं दी गई है। इन पंचायतों में राशि नहीं भेजे जाने से मनरेगा कार्य प्रभावित है। इतना ही नहीं, वेंडर और मनरेगा लाभुकों में रोष है। उल्लेखनीय है कि मनरेगा में सामग्री की आपूर्ति वेंडर करते हैं और भुगतान ऑनलाइन उनके खाता में भेजा जाता है। प्रखंड विकास पदाधिकारी यादव बैठा का कहना है कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है, चूंकि भुगतान ऑनलाइन वेंडरों के खातों में होता है।