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कब होगी सदर ब्लड बैंक की रिम्स से निर्भरता खत्म, थैलेसीमिया के बच्चों को ब्लड ट्रांसफ्यूजन में परेशानी

सदर अस्पताल रांची में करीब तीन साल पूर्व ब्लड बैंक की शुरुआत की गई ताकि मरीजों को सुविधा हो परंतु अब तक परेशानी बनी हुई है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 17 Jul 2020 01:51 AM (IST)Updated: Fri, 17 Jul 2020 06:16 AM (IST)
कब होगी सदर ब्लड बैंक की रिम्स से निर्भरता खत्म, थैलेसीमिया के बच्चों को ब्लड ट्रांसफ्यूजन में परेशानी

अमन मिश्रा, रांची : सदर अस्पताल रांची में करीब तीन साल पूर्व ब्लड बैंक की शुरुआत की गई ताकि मरीजों को समय पर खून मिल सके। ब्लड बैंक तो शुरू हो गई, लेकिन खून की कमी से अस्पताल अब भी सफर कर रहा है। सदर अस्पताल का ब्लड बैंक सिर्फ नाम के अनुकूल बैंक ही है। न तो यहां कंपोनेंट तैयार करने की सुविधा है और ना ही ब्लड कलेक्शन की उचित सुविधा है। मजबूरन सदर अस्पताल आने के बाद भी मरीजों को दूसरे ब्लड बैंक जाना पड़ता हैं। यहीं नहीं अस्पताल महीने में 25 से अधिक कैंप करता है, लेकिन कंपोनेंट अब भी रिम्स में ही तैयार की जाती है। सिविल सर्जन डॉ वी बी प्रसाद पिछले डेढ़ साल से कह रहे है कि कंपोनेंट तैयार करने की मशीन का ऑर्डर किया गया है, कब तक मशीन डिलीवर होगी इसकी जानकारी उन्हें नहीं है। कंपोनेंट तैयार करने के लिए क्राईयो फ्यूज और प्लाज्मा एक्सप्रेसर मशीनों की आवश्यकता पड़ती है। जबकि टेंडर होने के बाद भी डेढ़ साल से ब्लड बैंक मशीनों के लिए राह ताक रहा है। रिम्स ब्लड बैंक से होगी निर्भरता खत्म

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सदर अस्पताल में ब्लड बैंक की शुरुआत मरीजों को ब्लड की समस्या से निजात दिलाने के लिए किया गया था। ब्लड बैंक खुलने के बाद इससे मरीजों को तो राहत मिली, लेकिन ब्लड बैंक अबतक आत्मनिर्भर नहीं हो सका है। अभी भी सदर अस्पताल को ब्लड का कंपोनेंट तैयार करने के लिए रिम्स ब्लड बैंक से मदद लेना पड़ता है। ----

थैलेसीमिया के मरीजों को होगा ज्यादा फायदा

सदर अस्पताल में थैलेसीमिया डे केयर का संचालन होता है। यहां थैलेसीमिया से पीड़ित कई बच्चों को रोजाना ब्लड ट्रांसफ्यूजन की जरूरत पड़ती है। खुद कंपोनेंट तैयार होने से मरीजों को समय से होल ब्लड के साथ पैक्ड सेल भी अस्पताल में ही मिल सकेगा। रिम्स में प्रशिक्षण भी ले चुके सदर ब्लड बैंक के स्टाफ

सदर में कंपोनेंट तैयार करने की प्रक्रिया जानने और उसका प्रशिक्षण लेने के लिए सदर ब्लड बैंक से तीन स्टाफ को रिम्स ब्लड बैंक भेज कर प्रशिक्षण भी दिलाया गया है। सिविल सर्जन ने बताया कि प्रशिक्षण लेने की प्रक्रिया तक अस्पताल के ब्लड बैंक में सारी व्यवस्था कर ली जाएगी। इसके लिए स्वास्थ्य सचिव को पत्र भेजा जा चुका है। जल्द मशीन ब्लड बैंक में इंस्टॉल की जाएगी।


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