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JOB Vacancy: दो से ढाई लाख महीना वेतन... इन मेडिकल काॅलेजों में बंपर वैकेंसी; देखें Details

JOB Vacancy झारखंड के मेडिकल कालेजों में डाक्टरों के पद भरने के लिए प्रयास जारी है लेकिन ढ़ूंढ़ने पर भी डॉक्‍टर नहीं मिल रहे। हालांकि इन पदों के लिए सरकार ने मासिक वेतन दो से ढाई लाख रुपये तय किया है।

By Alok ShahiEdited By: Published: Wed, 27 Oct 2021 12:38 AM (IST)Updated: Wed, 27 Oct 2021 06:34 AM (IST)
JOB Vacancy: झारखंड के मेडिकल कालेजों में ढ़ूंढ़ने पर भी डॉक्‍टर नहीं मिल रहे।

रांची, राज्य ब्यूरो। Doctor Job Vacancy राज्य सरकार ने मेडिकल कालेजों में डाक्टरों के पदों को भरने के लिए एक और प्रयास किया है। राज्य के पांच मेडिकल कालेजों शेख भिखारी मेडिकल कालेज, हजारीबाग, मेदिनीराय मेडिकल कालेज, पलामू, फुलो झानो मेडिकल कालेज, दुमका, एमजीएम मेडिकल कालेज, जमशेदपुर तथा निर्मल महतो मेडिकल कालेज, धनबाद में प्राध्यापक एवं सह प्राध्यापक के पदों पर इसी माह हुई नियुक्ति में अधिसंख्य पद रिक्त रह जाने के बाद उन पदों को भरने के लिए एक और वाक इन इंटरव्यू आयोजित करने का निर्णय लिया गया है।

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स्वास्थ्य विभाग ने अनुबंध पर कुल 149 पदों पर नियुक्ति के लिए विज्ञापन जारी कर दिया है। इनमें रिक्त रह गए पदों के अलावा कुछ वैसे पद भी शामिल हैं, जिन्हें आरक्षण रोस्टर क्लीयर नहीं होने के कारण इसी माह हुई नियुक्ति प्रक्रिया में शामिल नहीं किया गया था। स्वास्थ्य विभाग ने मेडिकल कालेजों में प्राध्यापक के 70 तथा सह प्राध्यापक के 79 पदों पर नियुक्त हेतु क्रमश: 30 तथा 31 अक्टूबर को वाक इन इंटरव्यू आयोजित करने का निर्णय लिया है।

बता दें कि इसी माह मेडिकल कालेजों में 27 प्राध्यापकों एवं 16 सह प्राध्यापकों की नियुक्ति हुई है, जबकि प्राध्यापक के 59 तथा सह प्राध्यापक के 67 पद रिक्त रह गए। इस तरह 169 पदों के विरुद्ध महज 43 पदों पर नियुक्ति हो सकी। यह स्थिति तब हुई जब राज्य सरकार ने इन्हें मिलनेवाले वेतन में वृद्धि कर दी है। इसके तहत अनुबंध पर नियुक्त होनेवाले प्राध्यापकों को ढाई लाख तथा सह प्राध्यापकों को दो लाख रुपये मासिक वेतन मिलेगा। साथ ही इनकी आयु सीमा बढ़ाकर 70 वर्ष की गई।

नियुक्ति के बाद भी डाक्टर नहीं दे रहे योगदान

इधर, यह बात सामने आई है कि नियुक्ति के बाद भी कई डाक्टरों ने अभी तक योगदान नहीं दिया है। विभाग को कई डाक्टरों ने या तो योगदान देने की समय सीमा बढ़ाने या दूसरे मेडिकल कालेजों में पदस्थापित करने को लेकर भी आवेदन सौंपे हैं।

क्यों नियुक्ति जरूरी

नेशनल मेडिकल कमीशन द्वारा नए मेडिकल कालेजों में नामांकन की अनुमति मिल सके, इस कवायद में स्वास्थ्य विभाग द्वारा कालेजों में शैक्षणिक संवर्ग के सभी रिक्त पद भरे जा रहे हैं। चूंकि प्राध्यापक और सह प्राध्यापक के पद प्रोन्नति के पद हैं, इसलिए डाक्टरों की कमी को देखते हुए इन पदों पर अनुबंध पर नियुक्ति की जा रही है, ताकि शैक्षणिक संवर्ग के सभी पद भर सकें। बता दें कि दुमका मेडिकल कालेज काे इस वर्ष नामांकन की अनुमति मिल गई है, लेकिन हजारीबाग तथा पलामू मेडिकल कालेज को अभी तक इस वर्ष के लिए नामांकन की अनुमति नहीं मिली है।


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