यहां भू-अधिग्रहण की मुआवजा राशि लेने नहीं आ रहे ग्रामीण, जानें क्या है वजह Gumla News
Gumla Samachar Jharkhand News गुमला जिला भू अर्जन पदाधिकारी सुषमा नीलम सोरेंग ने बताया कि गुमला-रांची मार्ग के चौड़ीकरण को लेकर काफी संख्या में ग्रामीणों का भूमि अधिग्रहण किया गया है। लोग काेरोना संक्रमण के कारण कार्यालय नहीं आना चाहते हैं।
गुमला, जासं। झारखंड के गुमला-रांची मार्ग के चौड़ीकरण के लिए अधिग्रहित की गई भूमि की मुआवजा राशि लेने के लिए लाॅकडाउन से पूर्व भू अर्जन कार्यालय में आपाधापी मची रहती थी। लेकिन इधर, कोरोना संक्रमण के भय से ग्रामीण मुआवजा की राशि लेने नहीं आ रहे हैं। इससे अधिकारियों की परेशानी बढ़ने लगी है। मुआवजा के लिए सरकार ने 125 करोड़ रुपये खाता में हस्तांतरित कर दिया गया है तथा हमेशा दबाव दिया जाता है कि राशि जल्द से जल्द ग्रामीणों को उपलब्ध करा दें।
जिन ग्रामीणों का मोबाइल नंबर भू-अधिग्रहण के कागजातों में अंकित है, अधिकारी उन्हें फोन कर कार्यालय बुलाते हैं लेकिन ग्रामीण कार्यालय आना ही नहीं चाहते हैं। कार्यालय कर्मियों द्वारा हर संभव सहायता करने जैसे कागजातों की फोटो कापी, एफिडेविट कराने आदि में सहयोग करने का भी आश्वासन दिया जाता है लेकिन ग्रामीण दो टूक शब्दों में यही जवाब देते हैं कि लाॅकडाउन खुलने के बाद। गुमला-रांची मार्ग के चौड़ीकरण में गुमला, सिसई और भरनो प्रखंड के सैकड़ों ग्रामीणों का भूमि अधिग्रहण किया गया है।
बताया गया कि ग्रामीणों के कागजात भी दुरुस्त पाए गए हैं। केवल उन्हें राशि देने का काम शेष रह गया है। लेकिन ग्रामीण कोरोना के संक्रमण से इतना भयभीत हैं कि कार्यालय आना ही नहीं चाहते हैं। जिला भू अर्जन पदाधिकारी गुमला सुषमा नीलम सोरेंग ने बताया कि गुमला-रांची मार्ग के चौड़ीकरण को लेकर काफी संख्या में ग्रामीणों का भूमि अधिग्रहण किया गया है। मुआवजा की राशि सरकार द्वारा उपलब्ध करा दी गई है। लेकिन कोरोना के भय के कारण ग्रामीण कार्यालय नहीं आ रहे हैं।