झारखंड के चतरा में ओमिक्रोन को लेकर सतर्कता बढ़ी, प्रतिदिन दो हजार लोगों की होगी जांच
चतरा जिले में भी कोरोना संक्रमण के नए वैरियंट ओमिक्रोन के देखते हुए सतर्कता बढ़ा दी गई है। अधिक से अधिक जांच की कवायद शुरू हो गई है। हर दिन दो हजार लोगों की जांच का लक्ष्य रखा गया है। स्वास्थ्य विभाग की टीमें सक्रिय हो गई हैं।
चतरा (संवाद सहयोगी) : कोरोना के नए वैरियंट ओमिक्रोन के संभावित खतरे को देखते हुए चतरा जिला प्रशासन ने सतर्कता बढ़ा दिया है। वैश्विक महामारी को देखते हुए प्रतिदिन दो हजार लोगों की जांच का निर्णय लिया गया है। हालांकि, कोरोना की दूसरी लहर में प्रतिदिन 1700 का लक्ष्य रखा गया था। इसे बढ़ाकर अब दो हजार लोगों की जांच का लक्ष्य कर दिया गया है।
जिला महामारी पदाधिकारी डा. आशुतोष कुमार ने बताया कि कोरोना संक्रमण के नए वैरियंट ओमिक्रोन के देखते हुए सतर्कता बढ़ाई गई है। राज्य सरकार ने अधिक से अधिक जांच कर मरीजों को चिन्हित करने का निर्देश दिया है। जिले में अब हर दिन कम से कम दो हजार लोगों की जांच होगी। लक्ष्य को देखते हुए जहां स्वास्थ्य विभाग की टीमें जगह-जगह कैंप लगाकर अधिक से अधिक नमूना ले रही हैं। इतना ही नहीं उपायुक्त अंजली यादव के निर्देश पर सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में भी कोविड-19 जांच और वैक्सीनेशन को लेकर स्टॉल लगाए जा रहे हैं। साथ ही यहां पर स्वास्थ्य अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है, ताकि लोगों को कोविड टीकाकरण के प्रति जागरूक किया जा सके।
स्वास्थ्य केंद्रों को भेजे गए 300 से 500 किट
उधर, जिले में आरटी-पीसीआर के अलावा ट्रूनेट और कोविड-19 एजी रैपिड एंटीजेंड टेस्ट किट से भी परीक्षण कर त्वरित पहचान की जा रही है। जिला महामारी पदाधिकारी ने बताया कि जिले के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को 300 से लेकर 500 किट भेजे गए हैं। महामारी पर नियंत्रण के लिए शासन के निर्देश पर अधिक से अधिक जांच की जा रही है। उपायुक्त अंजली यादव के निर्देश पर एक बार फिर जिला नियंत्रण कक्ष को सक्रिय कर दिया गया है।
24 घंटे के लिए कर्मचारी किए गए प्रतिनियुक्त
नियंत्रण कक्ष में चौबीसों घंटा अधिकारियों और कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गई है। ताकि किसी भी आपात स्थिति में संभावित खतरों से निपटा जा सके। नियंत्रण कक्ष में प्रतिनियुक्त किए गए अधिकारी और कर्मी 24 घंटे काम करेगी। प्रतिनियुक्त पदाधिकारियों का मोबाइल नंबर सार्वजनिक कर दिया गया है। ताकि जब किसी को जरूरत पड़े, उनसे तत्काल बात किया जा सके।