रांची में दिनदहाड़े गैंगवार, शातिर अपराधी सोनू इमरोज की हत्या
रांची के मेन रोड में शातिर अपराधी सोनू इमरोज की हत्या के बाद पुलिस अलर्ट मोड में है। गोलीबारी के दौरान यहां कुछ देर तक भगदड़ की स्थिति बन गई, अपराधी अपना पिस्टल छोड़कर फरार हो गए।
रांची, जासं। राजधानी रांची के मेन रोड स्थित टैक्सी स्टैंड पर डेली मार्केट थाना से चंद कदम दूर रविवार को दिनदहाड़े गैंगवार में कुख्यात अपराधी सोनू इमरोज की हत्या कर दी गई। उसे ताबड़तोड़ छह गोलियां चलाई गई हैं। पांच गोलियां उसके शरीर में लगी। दो गोली माथे पर, दो सीने पर और एक गोली हाथ में लगी है। पुलिस ने घटनास्थल से गोली के तीन खोखे और दो मोटरसाइकिल बरामद की है।
वहां से करीब 10 कदम दूर टैक्सी स्टैंड की पार्किंग क्षेत्र से एक पिस्टल भी बरामद किया गया है। माना जा रहा है भगदड़ के बीच हमलावरों का हथियार गिर गया होगा। घटना के बाद मेन रोड व हिंदपीढ़ी इलाके की स्थिति तनावपूर्ण है। बड़ी संख्या में परिजन व गिरोह के लोग रिम्स पहुंचे थे। आसपास के लोगों के अनुसार गोली मारने के बाद अपराधी कुछ दूर पैदल भागे। इसके बाद अपराधी एस्ट्रो बैंक्वेट के पास खड़ी बाइक से भाग निकले। गोली चलने के बाद टैक्सी स्टैंड पर भगदड़ मच गई। इसी बीच अपराधी भाग निकले।
बताया जा रहा है कि गोली मारने पांच अपराधी बाइक से टैक्सी स्टैंड के पास पहुंचे थे। सूचना मिलने के बाद कोतवाली डीएसपी अजित कुमार विमल, सिटी डीएसपी प्राण रंजन, इंस्पेक्टर श्यामानंद मंडल, लालपुर इंस्पेक्टर रमोद कुमार सिंह, लोअर बाजार इंस्पेक्टर सुमन कुमार सिन्हा पहुंचे थे। बाद में एसएसपी अनीश गुप्ता भी मौके पर पहुंचे और घटनास्थल पर जांच की।
पुलिस ने मौके पर एफएसएल की टीम बुलवाया। एक्सपर्ट ने घटना स्थल से खून का सैंपल भी जब्त किया। पुलिस ने सोनू के शव पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेज दिया। सज्जाद गिरोह से थी इमरोज की पुरानी अदावत बताया जाता है कि हिंदपीढ़ी में सज्जाद और सोनू इमरोज के गैंग के बीच अरसे से खूनी अदावत चल रही थी। दोनों एक-दूसरे को मारने के लिए अमादा था। सज्जाद गिरोह के दो गुर्गो में शमसाद और शमशेर इन दिनों जेल से बाहर थे।
पुलिस ने आशंका जताई है कि शमसाद और शमशेर अपने कुछ साथियों के साथ सोनू की गोली मारकर हत्या कर दी। सोनू के भाई अफरोज ने भी शमसाद, शमशेर और कारू पर हत्या का संदेह जताया है। हालांकि पुलिस उस इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरा से अपराधियों का फुटेज खंगाल रही है। छाटा तालाब के पास दो घंटे पहले चलाई थी गोली पुलिस के अनुसार सोनू इमरोज का राजधानी रांची में आतंक था। रविवार को उसकी हत्या से दो घंटे पहले करीब डेढ़ बजे सोनू अपने गुगरें के साथ छोटा तालाब के पास फायरिंग की थी।
वह अपने गुर्गो के साथ छोटा तालाब के पास गया हुआ था। वहा पर अपराधी शमसाद के साथ उसकी कुछ बकझक हुई थी। बकझक के बीच सोनू ने फायरिंग कर दी थी। इसके बाद वह अपने गुगरें के साथ वहा से निकल गया। वहां से निकलकर कर्बला चौक के समीप राजा नामक युवक को उसने घटना की जानकारी दी थी। इसके बाद वह पुरुलिया रोड, सर्जना चौक होते हुए करीब तीन बजे टैक्सी स्टैंड के पास अपने कुछ गुगरें के साथ खड़ा था। इसी दौरान दो बाइक से पाच की संख्या में पहुंचे अपराधियों ने उसपर फायरिंग शुरू कर दी।
हाल में कई व्यवसायियों से मांगी थी रंगदारी सोनू करीब तीन महीने पहले ही जेल से छूटा था। उसके खिलाफ रांची पुलिस ने सीसीए लगवाया था। सीसीए समाप्त होने के बाद जेल से बाहर आया था। जेल से बाहर आते ही उसने शहर के व्यवसायियों से रंगदारी मांगना शुरू कर दिया था। एक सप्ताह के भीतर रांची के फॉर्क एंड कॉर्क होटल के मालिक से पांच लाख की रंगदारी मांगी थी।
उसके हिंदपीढ़ी स्थित घर पर पुलिस ने छापेमारी की थी। लेकिन वह फरार चल रहा था। व्यवसायी ने हिंदपीढ़ी थाने में सोनू के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज कराई थी। इससे पहले एक डॉक्टर से रंगदारी मांगी थी। जमशेदपुर में भी रंगदारी की मांग को लेकर शनिवार की रात दो जगहों पर फाय¨रग किए जाने की बात सामने आई है।
थाने से 50 मीटर की दूरी और पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में हुई हत्या : राजधानी रांची में अपराधी बेलगाम हो गए हैं। पुलिस का खौफ दिखाई नहीं दे रहा है। इसकी बानगी मेन रोड में दिखाई दी। पुलिस की मौजूदगी में सोनू इमरोज की गोली मारकर हत्या कर दी गई। जिस समय उसपर ताबड़तोड़ छह गोलियां चलाई गई, उस समय मौके पर ट्रैफिक पुलिसकर्मी मौजूद थे।
वहां से थाने की दूरी महज 50 मीटर की है। थाने की गश्ती भी वहां से गुजरती रहती है। भीड़-भाड़ भी थी। इसके बावजूद अपराधियों ने दुस्साहस दिखाई। इसी तरह राजधानी में कई घटनाओं को अपराधियों ने अंजाम दिया है। हत्या के आंकड़ों पर गौर करें तो पिछले सात महीने के भीतर हत्या के 115 मामले सामने आए हैं। हालांकि इन मामलों में अधिकांश को पुलिस ने सुलझा लिया है। कई अनसुलझे भी हैं।
हाल के बड़े वारदात : बीते 31 अक्टूबर को नगड़ी के नारो बस्ती में बाबू खान की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उसे ताबड़तोड़ छह गोलियां मारी गई थी। बीते पांच अक्टूबर को चावल व्यवसायी नरेंद्र सिंह होरा की लूटपाट के दौरान गोली मारकर हत्या कर दी गई। मामले का खुलासा हो चुका है। 11 अपराधी जेल में हैं।
17 सितंबर को देर रात जमीन कारोबारी तबरेज उर्फ राजा की गोली मारकर हत्या कर दी गई। 15 लाख रुपये बकाया की वजह से हत्या हुई। मामले का खुलासा हो चुका है। 7 सितंबर को सीएम आवास के सामने एसपीओ बुधु दास की गोली मारकर हत्या कर दी गई। हत्यारे अब तक पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं।
16 सितंबर की रात आठ बजे पंडरा रवि स्टील के समीप भाजपा नेता देवेंद्र सिंह को अपराधियों ने गोली मार दी। बताया जा रहा कि पुरानी दुश्मनी में निशाना बनाया गया। 7 जुलाई को लालपुर इलाके में गुरुनानक स्कूल के शिक्षक शिव प्रसाद की सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मामला अब तक अनसुलझा है।