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UPSC ने तीसरी बाद लौटाया डीजीपी का पैनल, झारखंड में प्रभार में है डीजीपी का पद

Jharkhand News राज्य सरकार ने यूपीएससी को जो नया पैनल भेजा था उसमें पूर्व डीजीपी कमल नयन चौबे का नाम नहीं था। कमल नयन चौबे ने स्वयं राज्य सरकार को लिख दिया था कि वे राज्य का डीजीपी बनना नहीं चाहते हैं।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Published: Sun, 08 Nov 2020 02:12 PM (IST)Updated: Sun, 08 Nov 2020 02:14 PM (IST)
UPSC ने तीसरी बाद लौटाया डीजीपी का पैनल, झारखंड में प्रभार में है डीजीपी का पद
झारखंड में नियमित डीजीपी का पदस्थापन नहीं हो सका है।

रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड में प्रभारी डीजीपी के पद को स्थायी बनाने के लिए राज्य सरकार के भेजे गए आइपीएस अधिकारियों के पैनल को यूपीएससी ने बिना किसी सुनवाई के वापस लौटा दिया है। यह तीसरी बार है, जब राज्य सरकार के प्रस्ताव को यूपीएससी ने लौटाया है। यही कारण है कि राज्य में नियमित डीजीपी का पदस्थापन नहीं हो सका है।

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आइपीएस अधिकारी एमवी राव राज्य के प्रभारी डीजीपी बने हुए हैं। राज्य सरकार ने यूपीएससी को जो नया पैनल भेजा था, उसमें पूर्व डीजीपी कमल नयन चौबे का नाम नहीं था। कमल नयन चौबे ने स्वयं राज्य सरकार को लिख दिया था कि वे राज्य का डीजीपी बनना नहीं चाहते हैं। इसके बाद ही फिर नया पैनल बनाकर यूपीएससी को भेजा गया, ताकि चयनित तीन अधिकारियों में किसी एक को राज्य सरकार स्थायी डीजीपी बना सके।

इस बार भी यूपीएससी ने सुप्रीम कोर्ट के गाइडलाइंस का हवाला देते हुए पैनल को वापस कर दिया है। राज्य के प्रभारी डीजीपी एमवी राव 15 मार्च से डीजीपी के प्रभार में हैं। यूपीएससी से स्वीकृति नहीं मिलने के चलते उन्हें राज्य का नियमित डीजीपी नहीं बनाया जा सका है।


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