रांची के मुस्लिम बहुल हिंदपीढ़ी में फिर हंगामा, धरने पर बैठे लोग; बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात
Jharkhand News. इलाके में भारी संख्या में लोग धरने पर बैठ गए हैं। स्थिति को देखते हुए पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
रांची, जासं। राजधानी रांची में कोरोना के हॉटस्पॉट रहे हिंदपीढ़ी इलाके में बुधवार को फिर हंगामा हुआ। हंगाम के दौरान इलाके में भारी संख्या में लोग धरने पर बैठ गए हैं। स्थिति को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। बता दें कि मुस्लिम बहुल इस इलाके में हमेशा ही हंगामा होता रहता है। पहले भी कोरोना जांच को लेकर यहां के लोगों की स्वास्थ्यकर्मियों और सुरक्षाबलों के साथ झड़प हुई थी।
बताया जाता है कि हिंदपीढ़ी में एक 20 साल के युवक की बीमारी से मौत हुई है। वहां के लोग चाहते हैं कि उन्हें खुली हवा में सांस लेना है, इसलिए फोर्स हटाया जाय। इसी बात को लेकर कंट्रोल रूम बने गुरुनानक स्कूल के पास हंगामा चल रहा है। एसपी यातायात अजीत पीटर डुंगडुंग और डीएसपी कोतवाली लोगों को समझा रहे हैं। लोग हिंदपीढ़ी से कंटेनमेंट ज़ोन हटाने की मांग को लेकर अड़े हुए हैं।
हिंदपीढ़ी के आसिफ नामक 20 वर्षीय युवक की मौत के बाद बुधवार को वहां के लोगों ने जमकर हंगामा किया। आसिफ अपेंडिक्स का मरीज था। उसकी गुरुनानक अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। हंगामा कर रही भीड़ की मांग थी कि अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई हो और हिंदपीढ़ी को कंटेनमेंट जोन से बाहर निकाला जाय। हिंदपीढ़ी कंटेनमेंट जोन बने रहने के कारण यहां के मरीजों को समय से चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध नहीं हो पाती है। लोग हिंदपीढ़ी से फोर्स हटाने की मांग को लेकर गुरुनानक स्कूल में बने कंट्रोल रूम के पास धरने पर बैठ गए। मौके पर पहुंचे एसपी यातायात अजीत पीटर डुंगडुंग और डीएसपी कोतवाली अजीत कुमार विमल ने लोगों को समझाया और उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। इसके बाद भीड़ शांत हुई और धरने से हटी।
हंगामे के बाद स्थानीय लोगों के प्रतिनिधि के साथ प्रशासन ने बैठक की। इसमें यह निर्णय लिया गया कि हिंदपीढी का 70 प्रतिशत इलाका कंटेनमेंट जोन से बाहर होगा। मुस्लिम समाज के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत के बाद डीडीसी एवं ट्रैफिक एसपी ने घोषणा की कि आगे एक-एक कर इलाके के प्रत्येक गली को कंटेनमेंट जोन से मुक्त किया जाएगा।