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HEC: एचईसी में कैंटीन भत्ता बंद करने का यूनियनों ने शुरू किया विरोध, कैंटीन खोलने पर कंपनी कर रही विचार

HEC एचईसी द्वारा संचालित कैंटीन बंद कर दिया गया था। इसकी जगह पर प्रति कर्मचारी प्रति उपस्थित दिन पर 35 रुपये भत्ता दिया जा रहा था। मगर अब कंपनी द्वारा फिर से कैंटीन खोलने पर विचार करने की चर्चा है। इस पर भी यूनियनों में आपस में ठन गई है।

By Kanchan SinghEdited By: Published: Mon, 11 Jan 2021 10:09 AM (IST)Updated: Mon, 11 Jan 2021 10:09 AM (IST)
HEC: एचईसी में कैंटीन भत्ता बंद करने का यूनियनों ने शुरू किया विरोध, कैंटीन खोलने पर कंपनी कर रही विचार
एचईसी में कैंटीन भत्ता बंद करने का यूनियनों ने विरोध शुरू कर दिया है।

रांची,जासं। कोरोना संक्रमण को देखते हुए एचईसी द्वारा संचालित कैंटीन बंद कर दिया गया था। इसकी जगह पर प्रति कर्मचारी प्रति उपस्थित दिन पर 35 रुपये भत्ता दिया जा रहा था। मगर अब कंपनी द्वारा फिर से कैंटीन खोलने पर विचार करने की चर्चा है। इस पर भी यूनियनों में आपस में ठन गई है।

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कुछ यूनियन कंपनी के कैंटीन खोलने का स्वागत कर रही है। वहीं कुछ इसका विरोध कर रही है। विरोध करने वाली यूनियनों का कहना है कि भत्ता केवल उन कर्मचारियों का बंद किया जाए जो कैंटीन में खाना खाने जाते हैं। बाकी का भत्ता चालू रहना चाहिए। हालांकि एचईसी के अधिकारी का कहना है कि कैंटीन पर अभी तत्काल में कोई फैसला नहीं लिया जाना है। यूनियन अपने स्तर से राजनीति के लिए स्वतंत्र है।

भत्ते पर दोगुना खर्च कर रही है एचईसी

एचईसी द्वारा संचालित कैंटीन पर प्रतिमाह लगभग 12 लाख रुपये का खर्च आता था। मगर कंपनी कर्मचारियों को भत्ता के रूप में 27 लाख से ज्यादा का खर्च आ रहा है। वहीं बताया जा रहा है कि कोरोना काल में यूनियन के दवाब में आकर बोर्ड आफ डायरेक्टर ने कैंटीन भत्ता की शुरुआत की थी। इसमें कंपनी प्रबंधन ने सीएमडी नलिन से स्वीकृति नहीं ली गई थी। ऐसे में बोर्ड के फैसले पर कंपनी के सीएमडी ने भी जवाब मांगा है। वर्तमान में कैंटीन भत्ता का लाभ 650 स्थाई मजदूर, 1800 सप्लाई मजदूर और अधिकारियों को भी मिल रहा है।

नियमित वेतन और कैंटीन भत्ता के लिए यूनियन आज करेगी प्रदर्शन

हटिया प्रोजेक्ट वर्कर्स यूनियन के महामंत्री राणा संग्राम सिंह ने कहा है कि कैंटीन भत्ता का विरोध करने वाले असल में मजदूरों विरोधी हैं। एक कर्मचारी को लगभग एक हजार रुपये भत्ता के रूप में मिलता है। इससे कर्मचारी की आर्थिक मदद भी होती है। कंपनी को कर्मचारियों का कैंटीन भत्ता बंद करने के बजाय अपना ध्यान नियमित वेतन देने पर लगाना चाहिए। राणा संग्राम सिंह ने कहा कि हम नियमित वेतन और कैंटीन भत्ता के भुगतान के लिए आज सुबह 10 बजे एचएमटीपी प्लांट में नारेबाजी करेंगे। इसके साथ ही एचएमबीपी गेट पर दोपहर दो बजे औऱ एफएफपी गेट पर शाम पांच बजे नारेबाजी करेंगे।


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