झारखंड के 1200 करदाताओं ने गलत तरीके से लिया टैक्स रिफंड
रांची तमाम विषम परिस्थितियों में भी आयकर विभाग ने झारखंड में कर वसूली में वृद्धि की। सीसीएल-बीसीसीएल से पर्याप्त टैक्स नहीं मिलने के बावजूद 2000 करोड़ रुपये का ग्रोथ मिला। दो साल पहले बिहार-झारखंड में जहां कर संग्रह 11 हजार 44 करोड़ रुपये था इस वित्तीय वर्ष 2018-2019 में 12 हजार 890 करोड़ रुपयों की वसूली हुई। इस दरम्यान गलत तरीके से टैक्स रिफंड लेने वालों का भी खुलासा हुआ। सिर्फ बोकारो व रामगढ़ में 1200 ऐसे मामले सामने आए हैं।
रांची : तमाम विषम परिस्थितियों में भी आयकर विभाग ने झारखंड में कर वसूली में वृद्धि की। सीसीएल-बीसीसीएल से पर्याप्त टैक्स नहीं मिलने के बावजूद 2000 करोड़ रुपये का ग्रोथ मिला। दो साल पहले बिहार-झारखंड में जहां कर संग्रह 11 हजार 44 करोड़ रुपये था, इस वित्तीय वर्ष 2018-2019 में 12 हजार 890 करोड़ रुपयों की वसूली हुई। इस दरम्यान गलत तरीके से टैक्स रिफंड लेने वालों का भी खुलासा हुआ। सिर्फ बोकारो व रामगढ़ में 1200 ऐसे मामले सामने आए हैं। आयकर विभाग को सूचना है कि करीब आठ करोड़ रुपये का गलत तरीके से आयकर रिफंड लिया गया है। इनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई शुरू हुई है। कुल 1200 करदाताओं में केवल 204 मामलों में ही 84 लाख रुपये की टैक्स वसूली कर ली गई है। यह जानकारी बिहार-झारखंड के प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त केसी घुमरिया ने मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन में दी। आयकर विभाग ने मंगलवार को ही उन्हें विदाई के साथ बधाई भी दी। केसी घुमरिया का स्थानांतरण दिल्ली में प्रधान आयकर महानिदेशक (प्रशासन) के पद पर हुआ है।
विदाई समारोह के बाद संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने आयकर विभाग की उपलब्धियों की जानकारी दी। उन्हें बिहार-झारखंड में प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त की जिम्मेदारी 15 जून 2017 को दी गई थी। इस अवधि में उन्होंने करदाताओं की संख्या बढ़ाई। वित्तीय वर्ष 2015-16 में जहां नए करदाताओं की संख्या 54961 थी, वहीं वर्ष 2018-19 में यह संख्या 206390 हो गई। इस तरह 2015-16 की तुला में 275.5 फीसद की वृद्धि हुई है। बिहार-झारखंड नए करदाता जोड़ने में दूसरे स्थान पर रहा। इतना ही नहीं, सीएनटी एक्ट का उल्लंघन करते हुए दान पत्र के माध्यम से काले धन से जमीन खरीदने के मामले भी उजागर हुए हैं, जिसमें ऐसे 837 मामलों का पता चला है। ऐसे 135 मामलों में नोटिस भी जारी हो चुकी है। केसी घुमरिया के कार्यकाल में कुछ कोयला खरीदारों के नाम भी उजागर हुए हैं, जो अपने कारखानों में कोयला का उपयोग न करके किसी अन्य स्थान पर बेचते थे।
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घाटे में रहा बीसीसीएल, लिया 272 करोड़ का टैक्स रिफंड :
कर वसूली पर बोलते हुए केसी घुमरिया ने बताया कि बीसीसीएल ने खुद को घाटे में बताया, उत्पादन व खदाने बंद होने की जानकारी दी। इस तरह बीसीसीएल ने 272 करोड़ का टैक्स रिफंड भी लिया। इसकी सच्चाई का भी आयकर विभाग ने पता लगाया तो बीसीसीएल का तर्क सही मिला।
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175 सर्वे हुए, जिसमें 22 बड़े लोगों के विरुद्ध :
केसी घुमरिया के कार्यकाल में कुल 175 सर्वे किए गए हैं, जिसमें 22 क्वालिटी सर्वे हुए। जैसे, डॉ. हेमंत नारायण, डॉ. अमित मुखर्जी, राजीव चढ्डा, मेसर्स आनंद जमशेदपुर, प्रोपराइटर मित्तल फर्नीशिंग जमशेदपुर, प्रोपराइटर राम फर्नीचर जमशेदपुर, मेसर्स शिशिर सेवा केंद्र रांची, वीणा सीमेंट रांची, धवन इंपोरियम हजारीबाग, एके ट्रांसपोर्ट रांची, सत्येंद्र प्रसाद झुमरी तिलैया, सोनाली ज्वेलर्स बोकारो आदि शामिल हैं। इनके अघोषित आय में से न्यूनतम 50 लाख रुपये अधिकतम 7.5 करोड़ तक का कर संग्रहण किया गया।
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समाज सेवा के क्षेत्र में भी किया बेहतर कार्य :
विदाई समारोह में केसी घुमरिया के कार्यकाल की सराहना की गई। बताया गया कि उन्होंने समाज सेवा के क्षेत्र में भी बेहतर कार्य किया, जैसे वृद्धाश्रम व गरीब बच्चों के लिए पाठशाला खोलना, गांव में बिजली व टेलीफोन का कनेक्शन पहुंचाना व अब तक सामूहिक विवाह कार्यक्रम कर 800 गरीब लड़कियों का विवाह करवाना शामिल है।
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विदाई समारोह में ये रहे उपस्थित :
विदाई समारोह में केसी घुमरिया की पत्नी, जमशेदपुर के प्रधान आयकर आयुक्त एके सहाय, पटना के प्रधान आयकर निदेशक अनुसंधान संजीव दत्त, रांची के प्रधान आयकर आयुक्त आरएन सहाय, हजारीबाग के प्रधान आयकर आयुक्त आरबी नायक, संयुक्त आयकर निदेशक अनुसंधान मनीष झा, संयुक्त आयकर आयुक्त एके मोहंती, संयुक्त आयकर आयुक्त निशा उरांव सिंहमार, आयकर उपायुक्त चिन्मया ए. मराठे, आयकर उपायुक्त प्रदीप डुंगडुंग आदि।
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