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लालू की सुरक्षा में तैनात ASI की हत्‍या आरोपी की गिरफ्तारी का विरोध, सैकड़ों ने थाने का किया घेराव

Jharkhand News. लोगों ने कहा कि पुलिस निर्दोष को जेल भेजने की तैयारी कर रही है। छोड़ने तक उग्र आंदोलन करेंगे। सभी आरोपितों को धुर्वा के सीठियो टीओपी में रखा गया है।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Published: Mon, 03 Aug 2020 10:19 AM (IST)Updated: Mon, 03 Aug 2020 10:29 AM (IST)
लालू की सुरक्षा में तैनात ASI की हत्‍या आरोपी की गिरफ्तारी का विरोध, सैकड़ों ने थाने का किया घेराव

रांची, जासं। तुपुदाना ओपी के एएसआइ कामेश्वर रविदास की हत्या के मामले में गिरफ्तारी का स्थानीय लोगों ने विरोध कर दिया है। सैकड़ों की जुटी भीड़ ने तुपुदाना थाने का घेराव कर दिया है। घेराव कर लोग गिरफ्तार लोगों को निर्दोष बताकर छोड़ने की मांग कर रहे हैं। तुपुदाना थाने की पुलिस लोगों को समझा बुझा रही है, लेकिन लोग मानने को तैयार नहीं हैं। बता दें राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की सुरक्षा में रिम्स में तैनात तुपुदाना के एएसआइ कामेश्वर रविदास हत्याकांड को सुलझा लिया गया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार शराब पीने के दौरान आपसी झगड़े में हत्या कर दी गई।

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मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है जिसमें अजीत तिर्की, सावन उरांव, स्टीफन, जगतपाल और भोला शामिल हैं। छानबीन के दौरान एक महिला समेत एक दर्जन लोगों से पूछताछ की गई थी। अन्य को पीआर बांड पर छोड़ा गया है। सभी आरोपितों को धुर्वा के सीठियो टीओपी में रखा गया है। रांची पुलिस आज इसका खुलासा कर सकती है। वहीं, गिरफ्त में लिए गए आरोपितों के परिजनों ने पुलिसिया कार्रवाई पर सवाल उठाया है। कहा कि पुलिस उन्‍हें तीन दिनों से पूछताछ के नाम पर थाने में रखी है। अब कहा जा रहा है कि वह सब हत्या में शामिल था। अगर आरोपी है तो अदालत के सामने पेश करे।

31 जुलाई को की थी बेरहमी से हत्या

बीते 31 जुलाई की रात थाने में महज पांच सौ मीटर की दूरी पर कामेश्वर रविदास की पत्थर से कूचकर हत्या कर दी गई थी।  हत्या के बाद शव को 100 फीट गहरे पत्थर के खदान में फेंक दिया। एक अगस्त की सुबह तुपुदाना इलाके के बेरमाद महुआटोली स्थित पत्थर के गहरे खदान से एएसआइ का शव बरामद किया गया था। पुलिस ने घटनास्थल खंगालना शुरू किया तब पता चला कि खदान के ऊपर पास में ही स्थित उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय के बरामदे में एएसआइ की पत्थर से कूचकर हत्या की गई।

इसके बाद स्कूल के बरामदे में पड़े खून को धोकर साफ कर दिया गया। सुबह से ही वह घूम-घूम कर शराब पी रहा था। शाम के समय मुर्गा खरीद कर बरामदे में ही एक घर में मुर्गा बनवाया था। शाम को मुर्गा और शराब लेकर अपने कुछ साथियों के साथ महुआ टोली स्कूल के बरामदे में बैठकर शराब पी रहा था। सूत्रों के अनुसार आपस मैं तू-तू, मैं-मैं के बाद उसकी पत्थर से कूचकर हत्या कर दी गई। इसके बाद बगल के ही खदान में लाश को ठिकाने लगा दिया।

मार्च से लालू की सुरक्षा में थे तैनात

मृतक कामेश्वर रविदास की वर्ष 2016 में तुपुदाना ओपी इलाके में टाइगर जवान के रूप में पोस्टिंग हुई थी। वर्ष 2019 में एएसआइ के पद पर प्रमोशन हुआ था। प्रमोशन के बाद तुपुदाना थाने में ही ड्यूटी पर था। मार्च के अंतिम सप्ताह में एएसआइ को रिम्स में इलाजरत लालू यादव की सुरक्षा के लिए रिम्स में प्रतिनियुक्त किया गया था। इस दौरान एएसआइ का एक कमरा तुपुदाना थाने में ही था। एएसआइ कामेश्वर रविदास बिहार के नालंदा जिले के राजगीर के पास स्थित सिलाव थाना क्षेत्र के सिरियुपुर गांव के मूल निवासी थे। वर्ष 2000 में झारखंड पुलिस में इनकी नियुक्ति हुई थी। 2019 में इनका प्रमोशन एएसआइ के पद पर हो गया था।


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