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आज झामुमो की पहली सूची, कल कांग्रेस जारी करेगी

चार सीटों अभी भी है दोनों पार्टियों में जिच दो पर मानी कांग्रेसअंतिम समय में एक-दो सीटों

By JagranEdited By: Published: Fri, 08 Nov 2019 02:55 AM (IST)Updated: Fri, 08 Nov 2019 02:55 AM (IST)
आज झामुमो की पहली सूची, कल कांग्रेस जारी करेगी

चार सीटों अभी भी है दोनों पार्टियों में जिच, दो पर मानी कांग्रेस,अंतिम समय में एक-दो सीटों पर बदलाव संभव लेकिन नकारात्मक संदेश नहीं जाने देगी पार्टियां

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रांची, राब्यू : झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर झामुमो की पहली सूची शुक्रवार को ही जारी हो सकती है। पार्टी पहले ही इसकी घोषणा कर चुकी है। इसके साथ ही कांग्रेस की पहली सूची शनिवार को आने का अनुमान है। केंद्रीय चुनाव समिति नामों पर अपनी मुहर लगाएगी। इसके पूर्व कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी नामों की अनुशंसा कर चुकी है। सीट बंटवारे के साथ ही शुक्रवार को अधिसंख्य सीटों के नाम भी तय हो जाएंगे। अब तक झामुमो और कांग्रेस में छह सीटों पर जिच बनी हुई थी जिसमें से दो पर कांग्रेस राजी हो गई लेकिन चार सीटों को लेकर अभी भी दोनों पार्टियों में कई राउंड वार्ता होगी।

विपक्ष की दोनों बड़ी पार्टियों में सिसई, गुमला, राजमहल, घाटशिला और मधुपुर जैसी सीटों पर जिच है। सिसई छोड़ने पर कांग्रेस ने अपना मन बना लिया है तो रामेश्वर उरांव के लिए गुमला छोड़ने की अपील की गई है। हालांकि ऐसा नहीं होने रामेश्वर उरांव लोहरदगा से चुनाव लड़ेंगे। सूत्र बताते हैं कि कल सीटों की संख्या तय हो जाने के बाद पहले दो चरणों की सीटों पर भी पार्टियां अपना-अपना दावा पेश करेंगीं।

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सीनियर नेताओं को मिलेगा टिकट :

कांग्रेस इस चुनाव में अपने सीनियर नेताओं को धोखा नहीं देना चाहती। यही कारण है कि डॉ. प्रदीप कुमार बलमुचू से लेकर रामेश्वर उरांव तक के लिए सीटें सुरक्षित करने की कोशिशें की जा रही हैं। आलमगीर आलम, फुरकान अंसारी के लिए भी जगह बनाने की कोशिश की जा रही है। संगठन के सीनियर नेताओं को लोकसभा चुनाव में लड़ने से रोका गया था लेकिन अब विधानसभा चुनाव में उन्हें उतरने को कहा जा रहा है।

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फ्रेंडली फाइट नहीं :

पार्टी फ्रेंडली फाइट के खिलाफ भी है। पार्टी के शीर्ष नेतृत्व का यह मानना है कि पिछले लोकसभा चुनाव में चतरा में फ्रेंडली फाइट के कारण ही मनोज यादव की फजीहत हुई और वे पार्टी छोड़कर चले गए। इसके पूर्व मनोज यादव बरही से कई बार चुनाव जीत चुके थे। अभी भी राजद कुछ सीटों पर फ्रेंडली फाइट का माहौल बना रहा है। कांग्रेस का सख्त स्टैंड होगा कि ऐसी नौबत आए ही नहीं। ऐसी स्थिति में राजद भी गठबंधन से बाहर हो सकता है।


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