जेसोवा मेला : चहुंओर दिख रही दिवाली की बहार, आज अंतिम दिन निखरे हैं सारे स्टॉल
जसोवा मेले में देश भर से 200 स्टॉल लगाए गए हैं। मेले के आखिरी दिन सोमवार को यहां भारी संख्या में लोग मेला देखने पहुंचे हैं।
रांची, जासं। मोरहाबादी मैदान में आयोजि जेसोवा मेला में शहरवासियों को अपने तरफ आकर्षित कर रहा है। यहां लगे देश भर से आए स्टॉल लोगों को अपने ओर खींच रहे हैं। हस्तनिर्मित कलाकृतियों भा रही हैं। कहीं हाथ से बने डोकरा और टेराकोटा की मुर्तियां देखने को मिलेगी, कहीं बांस और लकड़ी से बनी सजावटी वस्तुएं और आभूषण, तो कहीं हस्तनिर्मित अस्टधातु की मूर्तियां।
मेले में बच्चों के मनोरंजन की भी अच्छी व्यवस्था की गई है। 25 अक्टूबर से चल रहे जेसोवा के दिवाली मेले का आज अंतिम दिन होगा। रविवार को तो शहरवासी उमड़े ही उम्मीद है कि आज भी लोग खरीदारी के लिए मेले का रुख करेंगे।
दिव्यांग बच्चों द्वारा बनाए गए दीये लोगों को आ रहे पंसद : झारखंड पैरेंट एसोसिएशन द्वारा संचालित दिव्यांग बच्चों को व्यावसायिक प्रशिक्षण, विशेष शिक्षा, कौशल विकास के लिए प्रशिक्षित करने वाली संस्थान कोशिश द्वारा मेले में स्टॉल लगाया गया है। प्रशिक्षित दिव्यांग बच्चों द्वारा निर्मित मिट्टी के दीये, फ्लोटिंग कैंडल, पेपर बैग एवं लिफाफे ग्राहकों को खासा लुभा रहें है।
लकड़ी से बानी घडिय़ां और बांस के आभूषण है सबसे अलग : शाहरनपुर से आए दुकानदार अपने स्टॉल पर शीशम की लकड़ी से बनी कई वस्तुएं बेंच रहे हैं। जिनमें सबसे ज्यादा दिवाल घडिय़ांं पसंद की जा रही हैं। घडिय़ों के साथ मनीबैंक, ट्रे एवं अन्य सजावट के वस्तुएं भी उपलब्ध हैं।