रांची बंद का आंशिक असर, चौक-चौराहों पर कड़ी सुरक्षा Ranchi News
राजधानी रांची में बिरसा मुंडा की प्रतिमा क्षतिग्रस्त करने के विरोध में बुलाए गए बंद के बीच कड़ी सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं। एसएसपी घूम-घूम कर विधि- व्यवस्था का जायजा ले रहे हैं।
रांची, जासं। बिरसा मुंडा समाधि स्थल की प्रतिमा क्षतिग्रस्त करने के विरोध में आदिवासी संगठनों द्वारा शनिवार को बुलाए गए रांची बंद आंशिक असर राजधानी में दिख रहा है। क्योंकि लोग घरों से कम निकले हैं। जबकि रांची पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। मेन रोड की दुकानें खुली हुई हैं। वाहनों का परिचालन भी हो रहा है। हालांकि आम दिनों की तुलना में सड़क पर कम भीड़ है। लंबी दूरी की बसें भी बस स्टैंड से आ जा रही है। सुबह दस बजे तक सड़कों पर बन्द समर्थक दिखाए नही दिए। एसएसपी अनीश गुप्ता घूम घूम कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा ले रहे हैं। सुबह से ही एसएसपी कंट्रोल रूम में जमे थे।
बंद समर्थकों के उत्पात से निपटने के लिए चौराहे पर तैनात पुलिसकर्मी।
हर चौक-चौराहे पर तैनात है पुलिस
बंद की सुरक्षा के लिए पूरे शहर में 2000 से अधिक पुलिस बलों की तैनाती की गई है। इसमें रांची जिला बल के अलावा चार रैफ की चार कंपनी, जैप व आइआरबी के जवान तैनात किये गए है। सभी थानों में क्विक रिस्पांस टीम (क्यूआरटी) प्रतिनियुक्त किए गए हैं। जबकि डीसी की ओर से करीब 100 मजिस्ट्रेटों की प्रतिनियुक्ति की गई है। इस बीच बंद समर्थकों ने कोकर चौक के समीप बीच सड़क पर आगजनी भी की।
कोकर चौक के समीप सड़क पर बंद समर्थकों ने आजगनी की।
सीसीटीवी कैमरे से भी निगरानी
बंद के दौरान शहर में लगी सीसीटीवी कैमरे से भी निगरानी की जा रही है। कंट्रोल रूम में इसके लिए विशेष तैनाती की है। कैमरे के जरिए भी उपद्रव करते दिखे, तो उपद्रवी सीधे गिरफ्तार कर लिए जाएंगे।
अल्बर्ट एक्का चौक पर बंद समर्थकों को रोकती पुलिस।
अलर्ट पर है रांची पुलिस
रांची बंद को लेकर पुलिस हाई अलर्ट पर है। शुक्रवार देर रात ही रांची एसएसपी ने सभी थानेदारों और डीएसपी की बैठक बुलाकर शहर में शांति व्यवस्था बनाए रखने की रणनीति बना ली थी। बन्द समर्थकों के सड़क पर दिखते ही गिरफ्तार करने का निर्देश दिया गया है।
तोड़फोड़ करने वाले होंगे गिरफ्तार
एसएसपी अनीश गुप्ता ने कहा कि बंद के दौरान उपद्रव करने वालों से पुलिस सख्ती से निबटेगी। तोडफ़ोड़ करने वाले सीधे गिरफ्तार किए जाएंगे, उन्हें जेल भेजा जाएगा। साथ ही बंद करने वाले संगठनों से किसी भी प्रकार की निजी या सरकारी संपत्ति का नुकसान करने पर बन्द करने वाले दलों से हर्जाना वसूला जाएगा। संगठन के नेताओं को शुक्रवार ही नोटिस भेजा गया है। नोटिस में उपद्रव करने पर कार्रवाई की चेतावनी दी है।
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