टाइगर जवान ने खुद को सर्विस रिवाल्वर से गोली मारकर की खुदकशी
रांची : रांची जिला बल के सिपाही ओर्तन तिर्की (28) ने अपने ही सर्विस रिवाल्वर से खुद को गोली मार ली।
रांची : रांची जिला बल के सिपाही ओर्तन तिर्की (28) ने अपने ही सर्विस रिवाल्वर से खुद को गोली मारकर खुदकशी कर ली। घटना सोमवार की सुबह सात से आठ के बीच की है। जवान रांची जिला बल के टाइगर-31(मोटरसाइकिल दस्ता) में पदस्थापित था। उसे लालपुर इलाके में तैनात किया गया था। कमरे से एक सुसाइड नोट और सर्विस रिवाल्वर बरामद किया गया है। मूल रूप से गुमला जिले के पालकोट थाना क्षेत्र के पेटसरा गांव का रहने वाला था। जानकारी के अनुसार जवान ओर्तन बीते रविवार को ही गोंदा थाना क्षेत्र के पीपरटोली स्थित एक मकान में शिफ्ट हुआ था। बगल में ही एक दोस्त बिलकन लकड़ा रहता है। पहली रात नए कमरे में न रहते हुए दोस्त के कमरे में रूका। सुबह सात बजे दोस्त अपनी ड्यूटी के लिए निकला था। वापस करीब एक घंटे के बाद लौटा, तो देखा भीतर से दरवाजा बंद है। काफी आवाज देने पर भी जब दरवाजा नहीं खोला तो खिड़की को खोलकर देखा तो वह मृत पड़ा था। खून बह रहे थे। बगल में सर्विस रिवाल्वर पड़ा था। इसकी सूचना उसने डायल 100 के जरिये पुलिस को दी। पुलिस मौके पर पहुंची और दरवाजा तोड़कर भीतर घुसी। मौके पर सदर डीएसपी दीपक कुमार पांडेय और गोंदा थानेदार अनिल कुमार द्विवेदी भी पहुंचे और एफएसएल की टीम को बुलवाया। एक्सपर्ट ने फिंगरप्रिंट के सैंपल भी इकट्ठे किए। इसके बाद शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेज दिया। ---------
नहीं चला पाता था बाइक, फिर भी टाइगर में पोस्टिंग मृतक जवान ओर्तन का दोस्त बिलकन लकड़ा उसी के गांव का रहने वाला है। वह गोंदा पीपरटोली में रहता है। उसने बताया कि बीते जनवरी माह में ओर्तन की पोस्टिंग टाइगर जवान के रूप में हुई। उस समय वह बाइक नहीं चला पाता था। इसके बावजूद पोस्टिंग होने से परेशान रह रहा था। उसने ड्यूटी करने के लिए एक स्कूटी खरीदा। स्कूटी से ही वह ड्यूटी कर रहा था। इधर हाल में वह बाइक सीख रहा था। इसलिए वह पुलिस लाइन से बाइक लेने के लिए दोस्त के साथ जाने वाला था। लेकिन इससे पहले उसने खुदकशी कर ली। पुलिस इस बिंदू पर भी जांच कर रही है। ओर्तन का दोस्त बिलकन लकड़ा एक फॉरेस्ट ऑफिसर की कार का चालक है। वह प्रतिदिन उन्हें लेकर मॉर्निग वाक के लिए ले जाता है। ----
क्या लिखा है सुसाइड नोट में
मैं अपने पूरे जीवन में कुछ नहीं कर सका। इसलिए यह निर्णय लिया हूं। खुद को अब और बर्दाश्त नहीं कर सकता। अपने आप को माफ नहीं कर पाया। इसके बाद अंतिम निर्णय लिया। पुलिस सुसाइड नोट की हैंडराइटिंग का भी मिलान कर रही है। परिजन पहुंचे रिम्स, पिता रो पड़े ओर्तन तिर्की की मौत की सूचना मिलने पर परिजन सीधे रिम्स पहुंचे थे। रिम्स पहुंचकर पिता जयमासी तिर्की रो पड़े। उनका कहना था कि मालूम होता कि बेटे को खो दूंगा तो नौकरी के लिए नहीं भेजता। वहां भाई मनसुख तिर्की भी पहुंचा था। मृतक जवान की दो वर्ष पूर्व शादी हुई थी। एक वर्ष की एक बच्ची भी है। इधर जवान की पच्ी घटना सुनकर बेहोश हो रही थी। इस वजह से उसे रांची नहीं लाया गया। पत्नी से पूछताछ के लिए पुलिस गुमला जाएगी।
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बदल चुका था चार बार कमरा
ओर्तन तिर्की पिछले छह महीने के भीतर चार कमरे बदल चुका था। पहले वह कोकर में रहता था। वहां से बदलकर पुरुलिया रोड में शिफ्ट हुआ। वहां से बरियातू स्थित रिम्स के समीप कुछ दिनों तक रहा। इसके बाद दोस्त बिलकन को कमरा ढूंढने के लिए बोला। लगभग दस दिनों तक वहीं जाकर रहा। दोस्त ने अपने ही पड़ोस में 2500 रुपये प्रतिमाह का कमरा ढूंढ दिया। वहां चौथी बार बदलकर रहने के लिए एक दिन पहले ही पहुंचा था। ----- कोट---
'आत्महत्या का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है। विभागीय तनाव या परेशानी की बात सामने नहीं आई है। कारण की जांच चल रही है।'
दीपक कुमार पांडेय, डीएसपी सदर रांची।