पुष्प वर्षा के साथ जैन धर्म के 3 आचार्यों का कोडरमा में मंगल प्रवेश; देखें तस्वीरें
जैन धर्म के तीन आचार्यों का मंगल प्रवेश शुक्रवार की सुबह झुमरीतिलैया में हुआ। झुमरीतिलैया में प्रथम बार तीन महासंघों का मिलन झुमरीतिलैया के कला मंदिर परिसर में हुआ।
कोडरमा, जेएनएन। जैन धर्म के तीन आचार्यों का मंगल प्रवेश शुक्रवार की सुबह झुमरीतिलैया में हुआ। झुमरीतिलैया में प्रथम बार तीन महासंघों का मिलन झुमरीतिलैया के कला मंदिर परिसर में हुआ। यहां बरही होते हुए 108 आचार्य श्री सुबल सागर जी महाराज ससंघ का भी मंगल प्रवेश हुआ। वहीं 108 अनेकांत सागर जी महाराज और अरिजीत सागर जी महाराज का भी मंगल प्रवेश हुआ। तीन संघों का मिलन देखने के लिए पूरे जैन समाज के लोग बहुत व्याकुल थे।
जैन धर्मावलंबियों ने तीनों संघ का भव्य स्वागत किया और इन पर पुष्प वर्षा की। जैनियों के शिरोमणि गुरुवर आचार्य श्री 108 विशुद्ध सागर जी महाराज के परम प्रभाव मुनि श्री 108 अरिजित सागर जी एवं प्रणव सागर जी महाराज का भव्य मंगल विहार लगभग 3 माह पूर्व मध्य प्रदेश के बैतूल ग्राम से हुआ था, जो लगभग 1000 किलोमीटर की पदयात्रा करते हुए यहां पहुंचे।
मुनि श्री रास्ते में कई तीर्थस्थल के साथ राजगीर, पावापुरी करते हुवे यहां पहुँचे। महाराज का लक्ष्य श्री जैन धर्म के सबसे बड़े तीर्थ तीर्थराज सम्मेदशिखर (पारसनाथ)का दर्शन करना है। बाद में तीनों जैन मुनियों के सत्संग स्वागत झुमरी तलैया के दोनों जैन मंदिर में किया गया, जहां संख्या में महिला पुरुष उपस्थित थे। संध्या को विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।
कार्यक्रम को लेकर झुमरीतिलैया कि दिगंबर जैन समाज के लोगों में उल्लास का माहौल है। मौके पर समाज के सुरेश झांझरी, प्रदीप छाबड़ा, मीरा छाबड़ा, समाज के अध्यक्ष विमल बड़जात्या, मंत्री ललित सेठी, नवीन जैन सुनील जैन पिंकी जैन अन्य लोग उपस्थित थे।