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आर्म्‍स सप्लायर समेत तीन लुटेरे गिरफ्तार, कारबाइन-पिस्टल व आधा किलो साेना बरामद

Arms Supplier Arrested. हजारीबाग में 55 लाख और औरंगाबाद में 40 लाख के जेवरात लुटने वाले अपराधियों में औरंगाबाद का राकेश गिरी व बक्सर का धीरज मिश्रा शामिल है।

By Alok ShahiEdited By: Published: Wed, 23 Jan 2019 01:33 PM (IST)Updated: Wed, 23 Jan 2019 01:33 PM (IST)
आर्म्‍स सप्लायर समेत तीन लुटेरे गिरफ्तार, कारबाइन-पिस्टल व आधा किलो साेना बरामद
आर्म्‍स सप्लायर समेत तीन लुटेरे गिरफ्तार, कारबाइन-पिस्टल व आधा किलो साेना बरामद

रांची, जासं। रांची और बिहार की औरंगाबाद पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने तीन कुख्यात अपराधियों को लालपुर से गिरफ्तार किया है। ये अपराधी किसी बड़ी घटना को अंजाम देने रांची पहुंचे थे। इसके पहले इन अपराधियों ने हजारीबाग में कैश सहित 55 लाख व औरंगाबाद में 40 लाख के जेवरात लूटकांड को अंजाम दिया था। पकड़े गए लुटेरों में दो कुख्यात हैैं। एक आर्म्‍स सप्लायर है।

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अपराधियों में एक औरंगाबाद जिले के माली थाना क्षेत्र के अंकोढ़ा निवासी राकेश गिरी और बक्सर निवासी धीरज मिश्रा शामिल है। तीसरा गढ़वा जिला के भावनाथपुर निवासी रुपेश विश्वकर्मा उर्फ पंकज है। इनके पास से एक कारबाइन, एक पिस्टल और लूटे गए जेवरात बरामद किए गए हैं। इनमें आधा किलो सोना भी है। साथ ही 9 लाख कैश भी मिला है। अपराधियों में रुपेश आर्म्‍स सप्लायर है जो धीरज और राकेश को हथियारों की सप्लाई करता था। रुपेश को दो दिनों पहले ही पकड़ा गया था। उसकी निशानदेही पर धीरज और राकेश लालपुर इलाके से पकड़े गए।

बिहार और यूपी का कुख्यात लुटेरा है धीरज : पकड़ा गया धीरज बिहार और यूपी का कुख्यात लुटेरा है। दर्जनों लूटकांड के मामलों में वांछित  हैं। बिहार पुलिस ने धीरज के खिलाफ इनाम की घोषणा भी की थी। हालांकि करीब एक वर्ष पहले वह गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। जेल में ही उसकी दोस्ती राकेश गिरी के साथ हुई थी। इसके बाद झारखंड के कुछ अपराधियों के साथ मिलकर अंतर्राज्यीय लुटेरा गिरोह बना लिया। इन दिनों मिश्रा गैंग के नाम से कुख्यात था।

पुलिस कई दिनों से कर रही थी तलाश : गिरफ्तार अपराधियों ने औरंगाबाद के न्यू काजी मोहल्ला में दिलीप कुमार वर्मा की ज्वेलर्स दुकान से हथियार के बल 40 लाख के गहने तथा डेढ़ लाख नकद लूटे थे। तीन अपराधियों के चेहरे सीसीटीवी कैमरे में कैद हुए थे। उनकी पहचान धीरज मिश्रा, राकेश गिरी और पंकज के रूप में हुई थी। पुलिस काफी दिनों से उनकी तलाश कर रही थी। इससे ठीक एक दिन पहले 18 दिसंबर को हजारीबाग के दीपूगढ़ा में सोनी अलंकार ज्वेलर्स से पांच लाख नकद सहित 55 लाख के जेवरात लूटे थे।


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