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RIMS Trauma Center: कर्मचारी हैं नहीं, रिम्स के ट्रामा सेंटर में कैसे शुरू होगी इमर्जेंसी सेवा

RIMS Trauma Center रिम्स ट्रॉमा सेंटर खोलने के लिए स्टाफ ही नहीं मिल रहा है। जबकि इसे खोलने को लेकर तैयारी पूरी हो चुकी है।डाक्टरों ने नए ट्रॉमा सेंटर के चारो फ्लोर के लिए 160 स्टाफ की मांग की है। इनमें 80 नर्स और 40-40 वार्ड ब्वॉय और स्वीपर हैं।

By Kanchan SinghEdited By: Published: Wed, 22 Sep 2021 10:39 AM (IST)Updated: Wed, 22 Sep 2021 10:39 AM (IST)
RIMS Trauma Center: कर्मचारी हैं नहीं, रिम्स के ट्रामा सेंटर में कैसे शुरू होगी इमर्जेंसी सेवा
रिम्स ट्रॉमा सेंटर में इमर्जेंसी सेवा शुरू करने को लेकर तैयारी की जा रही है।

रांची,जासं। रिम्स ट्रॉमा सेंटर खोलने के लिए स्टाफ ही नहीं मिल रहा है। जबकि इसे खोलने को लेकर तैयारी पूरी हो चुकी है। प्रबंधन की ओर से अभी तक मात्र 20 बेड के लिए स्टॉफ मुहैया कराया गया है। जबकि इस संख्या के भरोसे 80-85 बेड पर मरीजों का इलाज कर पाना मुश्किल है। डाक्टरों ने नए ट्रॉमा सेंटर के सभी चारो फ्लोर के लिए 160 स्टाफ की मांग की है। इनमें से 80 नर्स और 40-40 वार्ड ब्वॉय और स्वीपर शामिल हैं। फिलहाल ट्रॉमा सेंटर के एक-दो फ्लोर को खोलने के लिए ट्रॉमा सेंटर की ओर से करीब 40 स्टाफ की मांग की गई, जिसमें प्रबंधन ने सिर्फ एक-दो स्टाफ ही उपलब्ध कराया। इसके बाद न्यू ट्रॉमा सेंटर में इमरजेंसी के खुलने पर सवाल खड़ा हो गया है।

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ट्रॉमा सेंटर के इंचार्ज डा प्रदीप भट्टाचार्य बताते हैं कि जब तक प्रबंधन स्टाफ मुहैया नहीं कराता है तब तक इमरजेंसी खोलना मुश्किल है। उन्होंने बताया कि फिलहाल एक-दो फ्लोर के 80 बेड के लिए स्टाफ की कमी है। तीसरे फ्लोर के लिए अभी 20 स्टाफ उपलब्ध है जिनके भरोसे वहां का आइसीयू संभाला जा रहा है। लेकिन अन्य बेड के लिए इन्हीं 20 लोगों के भरोसे काम नहीं लिया जा सकता। प्रबंधन ने नर्सिंग स्टाफ उपलब्ध कराने का भरोसा दिया है लेकन यह कब तक होगा इसकी कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने बताया कि स्टााफ की मांग की जाती है तो एक-दो नर्स भेज दिया जाता है, जो काफी नहीं है।

जीबी की बैठक में प्रस्ताव लाकर की जाएगी बहाली

न्यू ट्रॉमा सेंटर में इमरजेंसी खोलने को लेकर अभी काफी कुछ करना बाकी है। प्रबंधन के अनुसार ट्रॉमा सेंटर में स्टाफों की बहाली के लिए रिम्स शासी परिषद (जीबी) की बैठक में प्रस्ताव लाया जाएगा। जिसमें एक वर्ष तक का समय लग सकता है। डा भट्टाचार्य बताते हैं कि जीबी की बैठक में बहाली के प्रस्ताव पर मुहर लगने के बाद वित्तीय स्वीकृति के लिए फाइल आगे बढ़ाया जाएगा। जिसके बाद ही बहाली की प्रक्रिया शुरू होगी। इसमें काफी वक्त लग जाएगा, जिससे ट्रॉमा सेंटर खुलने में देर हो सकती है।

इधर, ट्रॉमा सेंटर खोलने के लिए तैयारी शुरू कर दी गई है। अस्पताल की सफाई से लेकर बेड तक को दुरुस्त किया जा रहा है। सेंटर के इंचार्ज डा भट्टाचार्य बताते हैं कि उनकी ओर से तैयारी पूरी हो चुकी है। साफ-सफाई से लेकर उपकरणों को तैयार रखा गया है। मरीजों को इमरजेंसी में जिस चीजों की जरूरत होती है उसे उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि तैयारी तो उनकी ओर से हो जाएगी लेकिन प्रबंधन की ओर से मैनपावर देने की पहल करनी होगी। जबतक स्थायी बहाली नहीं होती है तब तक अनुबंध पर ही कर्मियों को बहाल करना चाहिए।

ट्रॉमा सेंटर में भर्ती हुआ फिर एक संदिग्ध कोरोना मरीज

रिम्स ट्रॉमा सेंटर में करीब एक माह के बाद एक कोरोना संदिग्ध मरीज को भर्ती कराया गया है। हटिया की रहने वाली 55 वर्षीय एक महिला की तबीयत खराब होने के बाद उसे भर्ती कराया गया है। जहां पर उसका कोरोना सैंपल के साथ अन्य जांच की जा रही है। डाक्टरों ने बताया कि प्रारंभिक जांच में मरीज में कोरेाना के लक्षण पाए गए हैं, हालांकि इसे लेकर उसकी जांच की जा रही है। फिर भी मरीज को आइसोलेशन में ट्रॉमा सेंटर में ही रखा गया है।

ट्रॉमा सेंटर में इमरजेंसी जल्द खुलेगा। इसके लिए प्रबंधन तैयारी कर रहा है। अभी स्टाफ की कमी है, जिस कारण मुहैया नहीं कराया जा सका है। फिलहाल एक संदिग्ध कोरोना मरीज भी भर्ती किया गया है, जिसके जाने के बाद ही आगे की प्रक्रिया शुरू होगी। जितने स्टाफ की जरूरत है उतना मिलेगा।

-डा डीके सिन्हा, पीआरओ, रिम्स।


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