कुख्यात सोनू को मारनेवाले के छोटे भाई ने अपने दोस्त को मारी गोली, मौत
रांची हिदपीढ़ी छोटा तालाब के पास देसी पिस्टल की नुमाइश के दौरान मंगलवार को अपराधी ने अपने दोस्त की गोली मारकर हत्या कर दी।
जागरण संवाददाता, रांची : हिदपीढ़ी छोटा तालाब के पास देसी पिस्टल की नुमाइश के दौरान मंगलवार को अपराधी ने अपने दोस्त की गोली मारकर हत्या कर दी। छोटा तालाब नेजाम नगर निवासी मो. शोएब अर्श (26 वर्ष) पिता अब्दुल सत्तार को पीठ में गोली लगी थी। वह ओला कैब का चालक था। गोली मारने का आरोपित गुगुन उर्फ इमरान कुख्यात सोनू इमरोज की हत्या करने वाले शमशाद उर्फ चेपटा का छोटा भाई है। पुलिस ने उसे घटना के दो घंटे बाद ही गिरफ्तार कर लिया। मामले में पुलिस ने दो अन्य आरोपितों आसिफ उर्फ काला और माज नाम के युवक को भी हिरासत में रखा है।
मामले में मृतक के बड़े भाई मो. आदिल ने हिदपीढ़ी थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है। एफआइआर में कहा है कि गुगुन ने पैसे की लेन-देन की वजह से शोएब की गोली मारकर हत्या कर दी है। शोएब का पैसा गुनगुन के पास था। जिसे वह नहीं देना चाहता था, मांगने पर अपने दोस्तों के साथ मिलकर हत्या कर दी।
शोएब का भाई आदेशपाल, पिता है स्वीपर : शोएब का भाई आदिल कांग्रेस भवन का आदेशपाल है, वहीं पिता सैनिक कल्याण कार्यालय में स्वीपर है। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर सिटी एसपी सुजाता वीणापाणि, कोतवाली डीएसपी अजीत कुमार विमल, सिटी डीएसपी अमित कुमार सिंह, सदर डीएसपी दीपक कुमार पांडेय सहित अन्य अधिकारी पहुंचे।
जिस पिस्टल से गोली चली, नहीं हुआ बरामद : जिस हथियार से गोली चली वह भी अभी नहीं मिला है। आरोपित गुगुन ने पुलिस को बताया कि पिस्टल भाग-दौड़ के दौरान कहीं गिर गया है।
जेल गेट पर शमशाद से मिलकर लौटे थे दोनों : गोली मारने का आरोपित गुगुन और शोएब दोस्त थे। मंगलवार सुबह दोनों साथ में सोनू इमरोज की हत्या के आरोप में जेल में बंद शमशाद से मिलने जेल गेट गए थे। जेल से मिलकर दोनों लौटे थे। गुगुन ने पुलिस को सुनायी ये कहानी : दोनों ने साथ में नाश्ता किया। इसके बाद दिन के करीब 11:30 बजे छोटा तालाब के लिए निकले। कबाड़ी दुकान के पास मुर्गी व्यवसायी एनामुल नाम के व्यक्ति से किसी बात को लेकर नोक-झोंक चल रही थी। इस दौरान वहां दोनों गुटों की ओर से लोग जुट गए। भीड़ जुटने के बाद वहां गुगुन ने अपनी कमर में रखी देसी पिस्टल निकाल ली और हवाई फायरिग के लिए कॉक करने लगा। उसी दौरान अचानक सामने की दिशा में गोली चल गई, पास खड़े उसके ही दोस्त शोएब की पीठ में जा लगी। गोली चलने के बाद उड़ा होश : गोली चलने के बाद वहां भगदड़ मच गयी। आनन-फानन शोएब को किसी तरह बाइक पर ही लेकर गुगुन व उसके दोस्त सेवा सदन अस्पताल पहुंचे। वहां चिकित्सकों ने रिम्स रेफर कर दिया। रिम्स पहुंचने पर डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। गुगुन को जब पता चला कि शोएब की मौत हो चुकी है, तो वहां से निकल गया। इधर पुलिस ने उसकी तलाश की, तो वह थाने पहुंच गया और अपना अपराध स्वीकार किया। बता दें कि गुगुन का नाम सोनू इमरोज की हत्या में भी शामिल है। हालांकि उस मामले में उसकी संलिप्तता की जांच चल रही है। रिम्स पहुंचे थे सैकड़ों युवक : शोएब की हत्या की खबर सुनकर सैकड़ों युवक रिम्स पहुंच गए थे। लोग आक्रोशित थे। हालांकि धीरे-धीरे सभी को पता चलता गया कि दोस्त गुगुन ने ही गोली मारकर हत्या की है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। घर में भी मातम छाया था। लोगों का कहना था कि आपराधिक चरित्र के युवक से दोस्ती महंगी पड़ी। उसकी ही गोली का शिकार बन गया। 'हत्या की घटना के बाद आरोपित गुगुन को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसने हत्या की बात कबूल कर ली है। हथियार बरामदगी का प्रयास किया जा रहा रहा है।'
सुजात वीणापाणि, सिटी एसपी रांची।