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नई विधानसभा में आखिरी सत्र, स्पीकर बोले; पांच वर्ष का सफर रहा ऐतिहासिक

-झारखंड विधानसभा अध्यक्ष ने पेश किया पांच साल का लेखा-जोखा राज्य में सर्वाधिक लंबे समय तक ए

By JagranEdited By: Published: Sat, 14 Sep 2019 02:30 AM (IST)Updated: Sat, 14 Sep 2019 02:30 AM (IST)
नई विधानसभा में आखिरी सत्र, स्पीकर बोले; पांच वर्ष का सफर रहा ऐतिहासिक
नई विधानसभा में आखिरी सत्र, स्पीकर बोले; पांच वर्ष का सफर रहा ऐतिहासिक

-झारखंड विधानसभा अध्यक्ष ने पेश किया पांच साल का लेखा-जोखा, राज्य में सर्वाधिक लंबे समय तक एक ही सरकार के रहने का बना कीर्तिमान

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रांची, राब्यू : 19 साल के लंबे इंतजार के बाद झारखंड को उसका अपना विधानसभा भवन मिला। गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नवनिर्मित विधानसभा भवन का उद्घाटन किया था, शुक्रवार को यहां पहला विशेष सत्र आहूत हुआ। संयोग से यह एक दिवसीय सत्र इस विधानसभा कार्यकाल का अंतिम सत्र भी था। नए भव्य विधानसभा से जुड़े रिश्ते की खुशी उपस्थिति सभी सदस्यों के चेहरों पर दिखी। स्पीकर दिनेश उरांव, मुख्यमंत्री रघुवर दास से लेकर सभी मंत्रियों और विधायकों ने नए भवन की जमकर तारीफ की और अपने संबोधन में इसका जिक्र भी किया। हालांकि, इस एतिहासिक अवसर से झामुमो ने दूरी बनाई। नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन और झामुमो नेताओं ने विशेष सत्र का बहिष्कार किया, जो सबको अखरा। झामुमो से निष्कासित एक मात्र विधायक जय प्रकाश भाई पटेल ही विशेष सत्र में शामिल हुए।

विधानसभा अध्यक्ष दिनेश उरांव ने चतुर्थ विधानसभा के पांच वर्षो के कार्यकाल के सफर को ऐतिहासिक बताया। विशेष सत्र को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, बीते पांच साल में राज्य की जनता के हित में हमने अनेक महत्वपूर्ण कार्य किए हैं। कई समस्याओं का समाधान हुआ है।

विधानसभा के नवनिर्मित भवन में चतुर्थ झारखंड विधानसभा का यह अंतिम सत्र है। कुछ दिनों बाद पाचवीं विधानसभा के लिए आम चुनाव का आगाज होगा। हम एक बार फिर से चुनाव मैदान में होंगे। पांच वर्षो का लेखा-जोखा पेश करने के दौरान उन्होंने कहा कि विधानसभा के सात उप चुनाव कराये गए जिनमें विभिन्न सदस्य निर्वाचित हुए। दो सदस्य वर्तमान लोकसभा के लिए गिरिडीह व सिंहभूम क्षेत्र से निर्वाचित हुए। स्पीकर ने चतुर्थ विधानसभा के पूरे कार्यकाल में सत्रों के संचालन में सरकार के अधिकारियों और मीडिया के सहयोग को भी सराहा।

मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष को दी बधाई :

स्पीकर ने कहा कि 19 वषरें की अवधि में सर्वाधिक लंबे समय तक एक ही सरकार के रहने का कीर्तिमान स्थापित हुआ है। जिसका नेतृत्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने किया। प्रतिपक्ष के नेता हेमंत सोरेन का कार्यकाल भी इस पद पर सबसे लंबा कार्यकाल रहा। दोनों ही बधाई के पात्र हैं। अध्यक्ष के रूप में वह भी सर्वाधिक लंबे कार्यकाल तक रहे। यह उनके लिए भी उपलब्धि है।

नए विधानसभा में चला सेल्फी सेशन

विधानसभा के नवनिर्मित भवन में विधायकों का सेल्फी सेशन काफी देर तक चला। सत्ता पक्ष के विधायकों ने मुख्यमंत्री रघुवर के साथ खूब सेल्फी खींची। इनमें संसदीय कार्यमंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा से लेकर मंत्री नीरा यादव, लुइस मरांडी, विधायक जीतू चरण राम, निर्भय शाहबादी सभी अपने मोबाइल पर सीएम के साथ सेल्फी लेते नजर आए। भाजपा विधायकों से मुख्यमंत्री के साथ ग्रुप फोटो भी खिंचावाया।

मुख्यमंत्री और सरयू राय सभी विधायकों से मिले

मुख्यमंत्री रघुवर दास ने नए विधानसभा में उपस्थित सभी विधायकों से मुलाकात की। मंत्री सरयू राय भी सभी विधायकों के पास पहुंचकर उनसे मिले। राय सबसे पहले प्रदीप यादव से मिले उसके बाद विपक्ष के अन्य विधायकों और सत्ता पक्ष के विधायकों से।

दो विधायक जेल से आए

झारखंड विधानसभा के नवनिर्मित भवन में आहूत विशेष सत्र में दो विधायक प्रदीप यादव और संजीव कुमार जेल से आए। सत्र की समाप्ति के बाद वे वापस लौट गए।

पांच सालों में तीस लाख घरों में पहुंचाई बिजली : मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री रघुवर दास ने राज्य सरकार के विकास कार्यो का ब्योरा सदन से साझा किया। उन्होंने विशेषतौर पर बिजली का जिक्र करते हुए कहा कि पिछले पांच सालों में हमने 30 लाख घरों में बिजली पहुंचाई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मै किसी सरकार पर आरोप नहीं लगा रहा हूं। हर सरकार ने कुछ न कुछ किया है, लेकिन यह भी सत्य है कि तीन जनवरी 2015 को जब मैने ऊर्जा विभाग का पहला रिव्यू किया था तो पाया कि राज्य के 67 लाख परिवारों में से महज 38 लाख परिवारों को ही बिजली उपलब्ध थी। पिछले पांच सालों में तीस लाख घरों में हमने बिजली पहुंचाई है। इस दौरान उन्होंने साफगोई से बिजली की कटौती को भी स्वीकारा। कहा, राज्य में बिजली की आधारभूत संरचना नहीं थी। 134 ग्रिड होने चाहिए लेकिन 38 ही थे। 59 ग्रिड बनाए जा रहे हैं। 100 से ज्यादा सब स्टेशन बनाए जा रहे हैं। उन्होंने वादा किया कि मार्च 2020 तक 24 घंटे बिजली देंगे।

मुख्यमंत्री ने सखी मंडलों का भी जिक्र करते हुए कहा कि 22 दिसंबर 2014 को पूरे राज्य में 42 हजार स्वयं सहायता समूह थे। हमने पांच सालों में 2.16 लाख सखी मंडलों का गठन किया। इन्हें प्रशिक्षित कर उनका सशक्तीकरण किया जा रहा है। अब रेडी टू ईट से इन्हें जोड़ा जा रहा है। 500 करोड़ रुपये ठेकेदारों की जेब में जाते थे अब हर प्रखंड में प्लांट लगेंगे। उत्पादन से लेकर उन्हें पहुंचाने का काम महिला स्वयं सहायता समूह करेंगी। इससे हमारी गरीब बहनों का आर्थिक सशक्तीकरण होगा।

सीएम ने कूटे गांव के लोगों का जताया आभार

मुख्यमंत्री ने नई विधानसभा के निर्माण के लिए कूटे गांव के विस्थापितों के प्रति भी आभार जताया है। उन्होंने कहा कि कूटे गांव के लोगों के लिए 400 घरों लगभग बनकर तैयार हैं, शीघ्र गृह प्रवेश कराएंगे। कहा, कल या परसों वहां वृक्षारोपण किया जाएगा।

बिजली का बिल छूने से लगता है करंट : प्रदीप यादव

झाविमो विधायक प्रदीप यादव शुक्रवार को विधानसभा के विशेष सत्र में भव्य विधानसभा के लिए सरकार को बधाई तो दी लेकिन तमाम योजनाओं को लेकर अपने अंदाज में तंज भी कसे। प्रदीप यादव ने कहा कि यह विशाल भवन, लोकतंत्र का मंदिर तो बन गया लेकिन इसकी गरिमा और बढ़ जाती यदि कुछ एतिहासिक फैसले भी ले लिए जाते।

प्रदीप यादव ने सरकार के बिजली पहुंचाने के दावों पर मुख्यमंत्री की उपस्थिति में तंज कसा। कहा, बिजली के तार पहुंचाने से बिजली नहीं पहुंचेगी। बिजली पॉवर से चलेगी। पांच साल में एक मेगावाट बिजली का उत्पादन नहीं हुआ है। पहले बिजली का तार छूने से करंट लगता था, अब बिजली का बिल छूने से लगता है। सरकार बिजली के बिल की माफी की घोषणा करे।

प्रदीप यादव ने जनजातीय क्षेत्रों के लिए शुरू किए जाने वाले स्कूलों को अच्छी पहल बताया लेकिन यह सवाल भी उठाया कि पिछले पांच सालों में कितने विद्यालय बंद कर दिए गए। कहा, सरकार जनजातीय छात्रों के हितों की बात करती है। इनकी छात्रवृत्ति को पचास हजार से घटाकर 15 हजार कर दिया गया है। उन्होंने ओबीसी को 27 फीसद आरक्षण दिए जाने की मांग भी उठाई। यह भी कहा कि प्रधानमंत्री ने किसानों और छोटे व्यापारियों के लिए पेंशन की घोषणा की है। राज्य सरकार इनका प्रीमियम भरने की एतिहासिक घोषणा इस नए सदन से करे। कहा, केवल उपलब्धियां गिनाने से नहीं होगा। ऐतिहासिक फैसले भी लेने होंगे।


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