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झारखंड में फंसे हैं महाराष्ट्र के कई मजदूर, घर जाने के ल‍िए पैसे तक नहीं, ठंड में सो रहे पेड़ के नीचे

Latehar News महाराष्ट्र के प्रवासी श्रमिकों के चंदवा में फंसे होने और निवाले में आए आफत की सूचना के बाद जहां सामाजिक कार्यकर्ताओं ने मदर की वहीं प्रशासन द्वारा पड़ रही ठंड को देखते हुए उनके लिए कंबल की व्यवस्था की गई।

By Madhukar KumarEdited By: Published: Sat, 25 Dec 2021 05:55 PM (IST)Updated: Sat, 25 Dec 2021 05:55 PM (IST)
झारखंड में फंसे हैं महाराष्ट्र के कई मजदूर, घर जाने के ल‍िए पैसे तक नहीं, ठंड में सो रहे पेड़ के नीचे
झारखंड में फंसे महाराष्ट्र के मजदूर दाने-दाने को हुए मोहताज, वापस जाने तक के नहीं हैं पैसे

लातेहार, जागरण संवाददाता। इस भीषण ठंड में अगर आपको खुले आसमान के नीचे सोना पड़े तो सोचिए क्या होलत होगी, एक दिन अगर आप भोजन नहीं करेंगे तो सोचिए आपकी स्थिति क्या होती है, लेकिन गरीबी के कारण कुछ ऐसे भी लोग हैं, जिन्हें बिस्तर तो दूर, दो वक्त का भोजन भी ठीक ढंग से नहीं मिल पाता है. कुछ ऐसी ही हालत है, झारखंड में मजदूरी करने आए महाराष्ट्र के मजदूरों का, जिन्हें उनका ठेकेदार लातेहार के चंदवा में मजदूरी का काम करने के लिए लेकर आया था, लेकिन अब वही ठेकेदार फरार है, और मजदूरों के सामने रोटी का संकट खड़ा हो गया है. हालांकी इन मजदूरों के फंसे होने की सूचना जब प्रशासन को मिली, तो उन्होंने ठंड से बचने के लिए इन मजदूरों को सामाजिक कार्यकर्ताओं की मदद से दिए। 

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मजदूरों को छोड़कर भागा ठेकेदार

दरअसल, महाराष्ट्र से कई लोग महाराष्ट्र के ही ठेकेदार के यहां काम करने के लिए लातेहार के चंदवा में आए थे, जिसमें से शेलगांव, पोस्ट चिवरा, और मालेगांव के लोग हैं, इन मजदूरों में सतेज राजू परवार, सुमित्रा रामदास चौहान, रामदास रामू चौहान, गोपाल सुरेश चौहान, आइसा परवार शामिल हैं। उसी ठेकेदार के कहने पर ये लोग महाराष्ट्र से रोजी रोटी की तलाश में आए थे, लेकिन ठेकेदार इन मजदूरों को यहां छोड़करक भाग गया। जिसकी वजह से इन मजदूरों को स्टेशन पर ठंड में रात गुजारनी पड़ रही है।

दाने-दाने को मोहताज हुए मजदूर

पैसे के अभाव में एक-दो पहर भुखे भी रहना पड़ा। ठीकेदार के भाग जाने और काम नहीं मिलने के बाद वो लोग वापस अपने प्रदेश वापस जाना चाहते हैं। उनके पास तो खाने तक के पैसे नहीं हैं तो वो वापस अपने प्रदेश कैसे जाएंगे। महाराष्ट्र जाने के लिए आर्थिक मदद मांगने के क्रम में वो शुक्रबाजार पहुंचे जहां उनकी मुलाकात माकपा नेता मनु उरांव से हुई। जहां बाजार के ठीकेदार मुफीद खान और टीम द्वारा उन्हें भोजन कराया गया।

भाजपा नेता की मजदूरों की मदद

मनु ने ही उनकी मुलाकात माकपा नेता अयूब खान से कराई। लोगों से आर्थिक सहयोग ली गई। सामाजिक कार्यकर्ता के साथ उप प्रमुख फिरोज अहमद, झामुमो नेता दीपू कुमार सिन्हा, कांग्रेस सेवादल जिलाध्यक्ष बाबर खान, सामाजिक कार्यकर्ता सुरेश कुमार उरांव, महेंद्र, शंकर कुमार, सरफराज अहमद, इरसाद मुन्ना समेत अन्य लोगों ने आर्थिक सहयोग प्रदान किया। इधर जानकारी मिलने के बाद प्रखंड विकास पदाधिकारी विजय कुमार और पुलिस निरीक्षक सह थाना प्रभारी आशुतोष कुमार ने प्रवासी मजदूरों के लिए थाना में कंबल उपलब्ध कराया। इसके पूर्व भी सामाजिक कार्यकर्ता द्वारा लॉकडाउन में चंदवा अस्पताल में इलाजरत बिहार के प्रवासी श्रमिकों को उसके घर भिजवाने में सार्थक भूमिका का निर्वहन किया था।


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