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शिक्षक कभी सेवानिवृत्त नहीं होते सिर्फ सरकारी बाध्यता से होते मुक्त

दक्षिणी छोटानागपुर के क्षेत्रीय शिक्षा उप निदेशक अरविंद विजय बिलुंग ने कहा कि जिस मुस्कान के साथ गुरुजन बच्चों को पढ़ाते हैं वे रिटर्न गिफ्ट के रूप में सेवनिवृति की तिथि को ही उसी मुस्कान के साथ ससम्मान विदाई भी लें।

By JagranEdited By: Published: Thu, 01 Oct 2020 01:45 AM (IST)Updated: Thu, 01 Oct 2020 05:06 AM (IST)
शिक्षक कभी सेवानिवृत्त नहीं होते सिर्फ सरकारी बाध्यता से होते मुक्त
शिक्षक कभी सेवानिवृत्त नहीं होते सिर्फ सरकारी बाध्यता से होते मुक्त

जागरण संवाददाता रांची : दक्षिणी छोटानागपुर के क्षेत्रीय शिक्षा उप निदेशक अरविंद विजय बिलुंग ने कहा कि जिस मुस्कान के साथ गुरुजन बच्चों को पढ़ाते हैं, वे रिटर्न गिफ्ट के रूप में सेवनिवृति की तिथि को ही उसी मुस्कान के साथ ससम्मान विदाई भी लें। वे बुधवार को मारवाड़ी प्लस टू उवि में आयोजित पेंशन आपके द्वार कार्यक्रम में बोल रहे थे। इससे पहले प्राचार्य ब्रजकिशोर प्रसाद सिंह ने सभी का स्वागत व विषय प्रवेश शिक्षक संघ के महामंत्री गंगा प्रसाद यादव ने किया। लोगों के बीच जाएं, शिक्षा का ज्योत जलाएं

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आरडीडीई ने कहा कि शिक्षक कभी भी सेवानिवृत नहीं होते, सिर्फ सरकारी बाध्यता से मुक्त होकर विस्तृत सामाजिक दायरे में प्रवेश करते हैं। उन्होंने सेवानिवृत शिक्षकों से कहा कि वे लोगों के बीच जाएं और कोरोना महामारी से व्याप्त निराशा को अपने अनुभवों से दूर करें। शिक्षा व उत्साह की ज्योति जलाएं। डीएसई कमला सिंह ने शिक्षकों से सेवानिवृति तिथि के छह माह पूर्व ही सभी प्रकार के काग•ात कार्यालय को उपलब्ध कराने का अनुरोध किया। कार्यक्रम में 11 शिक्षक व एक कर्मचारी को पेंशन का लाभ दिया गया। इनमें एलिजाबेथ कुल्लू, डा. मंगला मिश्रा, एम. परवीन, लीला सिंह, मो. मजहर आलम, शांति बारला, प्रेमलता मिज, सरोज उपाध्याय, राजकिशोर महतो, पूरनचंद्र महतो, फरजना शाहीन एवं महेन्द्र खलखो थे। इस मौके पर प्राचार्य ब्रजकिशोर प्रसाद, प्राचार्य अशोक प्रसाद सिंह, ओमप्रकाश उपाध्याय, दिवाकर कुमार सिंह, राजेश कुमार, रामजनम वर्मा आदि थे। ऑनलाइन शिक्षा के प्रति बच्चों की बढ़ी रुचि

जागरण संवाददाता, रांची : सरकारी विद्यालयों में अध्ययनरत बच्चों को डिजिटल माध्यम से शिक्षा से जुड़े रहने के लिए लर्निंग कंटेंट क्यूज लिक उपलब्ध कराया जा रहा है। बीते एक सप्ताह से छात्रों की रुचि ऑनलाइन पढ़ाई के प्रति बढ़ी है। आंकड़े यही बताते हैं कि बच्चों की संख्या में 9 गुना बढ़ोतरी दर्ज हुई है। मंगलवार तक 3424 बच्चे ही ऑनलाइन क्विज में हिस्सा ले रहे थे। अब इनकी संख्या बढ़कर 29861 हो गई है। डीइओ अरविद विजय बिलुंग ने निर्देश इस संख्या को और बढ़ाने का निर्देश दिया है।


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