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Jharkhand के 41 हजार Government Schools का होगा सर्वे, जानिए क्यों

Jharkhand के 41196 स्कूल का सेंसेस होगा। इसके तहत स्कूलों में संरचनाएं सुविधाएं को लेकर सर्वे कराया जाएगा तथा उसके अनुसार योजनाएं तैयार की जाएगी।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Published: Fri, 10 May 2019 12:42 PM (IST)Updated: Sat, 11 May 2019 10:39 AM (IST)
Jharkhand के 41 हजार Government Schools का होगा सर्वे, जानिए क्यों
Jharkhand के 41 हजार Government Schools का होगा सर्वे, जानिए क्यों

रांची, [नीरज अम्बष्ठ]। Government Schools - देश में लगभग 12 लाख स्कूलों का पहली बार सेंसस होगा। इनमें 41,196 झारखंड के स्कूल हैं। पहली बार एक अभियान के तहत इतने स्कूलों में संरचनाएं, सुविधाएं, शिक्षकों की उपलब्धता की वास्तविक स्थिति को लेकर एक साथ सर्वे कराया जाएगा। इसे लेकर इस साल सितंबर माह में शगुनोत्सव सेंसस अभियान चलाया जाएगा। संसाधनों की उपलब्धता के अनुसार स्कूलों की ग्रेडिंग भी होगी।

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केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय ने राज्य सरकार को इस सेंसस अभियान की विस्तृत गाइडलाइन भेजते हुए इसपर आनेवाले खर्च को लेकर प्रस्ताव मांगा है। इस सेंसस अभियान का उद्देश्य सभी सरकारी व सहायता प्राप्त स्कूलों की उपलब्धता, वहां नामांकित विद्यार्थियों के अनुपात में उपलब्ध शिक्षकों की संख्या, छात्र-छात्राओं तथा शिक्षकों के लिए उपलब्ध संसाधनों की वास्तविक स्थिति का आकलन करना तथा उसके अनुसार, योजनाएं तैयार करना है।

अभी तक केंद्र सरकार जिन आंकड़ों पर निर्भर रहती थी, उनमें यूनिफाइड डिस्ट्रिक्ट इन्फारमेशन सिस्टम फॉर एजुकेशन (यू डाइस), पब्लिक फाइनेंस मैनेजमेंट सिस्टम तथा केंद्र व राज्य सरकारों द्वारा शगुन पोर्टल पर अपलोड किए गए आंकड़े ही प्रमुख होते थे।

स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के अधिकारियों का मानना है कि एक साथ सर्वे कराने से वास्तविक स्थिति का पता चल सकेगा। इस सेंसस अभियान के तहत बच्चों के लर्निंग आउटकम की जांच नहीं होगी। यह कार्य पूर्व की तरह एनसीईआरटी द्वारा आयोजित होनेवाले नेशनल अचीवमेंट सर्वे (एनएएस) के तहत ही होगा।

मोबाइल एप से होगा सर्वे

स्कूलों का यह सेंसस सितंबर माह में 25 दिन के कार्य दिवस में होगा। एक दिन में 1,648 स्कूलों का सर्वे किया जाएगा। स्कूलों से डाटा कैप्चर करने के लिए मोबाइल एप डवलप किया जाएगा। इस अभियान के लिए राज्य स्तर पर एक नोडल पदाधिकारी को नियुक्त करने का निर्देश राज्य सरकार को दिया गया है।

सर्वे में शामिल होनेवाले कर्मियों को नई दिल्ली में प्रशिक्षण दिया जाएगा। सर्वे के लिए शहरी क्षेत्रों में प्रति स्कूल 500 रुपये तथा ग्रामीण क्षेत्रों में प्राइमरी स्कूलों के लिए 600 रुपये तथा सेकेंडरी व हायर सेकेंडरी स्कूलों के लिए 800 रुपये संबंधित कर्मियों को मिलेंगे।

झारखंड के कितने स्कूलों में सेंसस

कुल स्कूल : 41,196

शहरी क्षेत्र

प्राइमरी स्कूल : 1,666

सेकेंडरी व हायर सेकेंडरी : 407

ग्रामीण क्षेत्र

प्राइमरी स्कूल : 36,461

सेकेंडरी व हायर सेकेंडरी : 2,662

कौन करेंगे सर्वे

- 20 डायटों के छात्र और फैकल्टी

- एससीईआरटी के फैकल्टी

- 227 प्रखंड संसाधन सेवी (बीआरपी)

- 1,368 सीआरपी।

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