रांची के सुखदेवनगर से नाबालिग छात्रा लापता, परिजनों ने जताई शादी की नीयत से अपहरण की आशंका Ranchi News
छात्रा के परिजनों ने सुखदेवनगर थाने में नवनीत नाम के एक युवक के खिलाफ शादी की नीयत से अपहरण का मामला दर्ज कराया है। वह मछली घर का कर्मचारी बताया जा रहा है। छात्रा 17 साल की है।
रांची, जासं। राजधानी रांची के सुखदेवनगर थाना क्षेत्र में बानो मंजिल लेन की रहने वाली एक नाबालिग छात्रा 24 अक्टूबर से लापता है। वह ट्यूशन जाने की बात कह कर घर से निकली थी, लेकिन फिर वह अपने घर नहीं लौटी। छात्रा के परिजनों ने सुखदेवनगर थाने में नवनीत नाम के एक युवक के खिलाफ शादी की नीयत से अपहरण का मामला दर्ज कराया है। वह मछली घर का कर्मचारी बताया जा रहा है। छात्रा 17 साल की है। परिजन के अनुसार छात्रा अक्सर नवनीत से बात करती थी। आशंका है कि उसी ने उसका अपहरण कर लिया है। सुखदेवनगर पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
रांची के व्यवसायी पर राशि गबन करने की प्राथमिकी दर्ज
मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के गादी श्रीरामपुर निवासी सह चतरो स्थित बालाजी हाईटेक रोङ्क्षलग प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंधक विनोद यादव ने कंपनी को धोखे में रख राशि गबन की कोशिश का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई है। इसमें रांची के लोवाडीह छह नंबर के समीप संत फांसिस स्कूल, एमओ चार स्थित सुशीला अपार्टमेंट के बी ब्लॉक में रहने वाले प्रेमरंजन मनी पाठक का आरोपित बनाया गया है।
पुलिस को दिए आवेदन में में कहा गया है कि प्रेम पिछले वर्ष मई माह चतरो स्थित कंपनी के कार्यालय आए थे। प्रेम ने कंपनी के निदेशक को रांची व अन्य स्थानों के खुदरा विक्रेताओं से अच्छी जान पहचान होने की बात करते हुए माल का आर्डर लाकर सरिया की आपूर्ति करने व समय पर राशि भुगतान करने की बात कही थी। इसके एवज में प्रति मीट्रिक टन पांच सौ रुपये कमीशन लेने की बात भी की। उनके झांसे में आकर छड़ की आपूर्ति की जाने लगी।
इसी क्रम में 23 मई को एक एकरारनामा किया गया। प्रेमरंजन की रांची में तिरूपति ट्रेड्स नाम दुकान है, जिसका जिक्र उन्होंने कभी नहीं किया और वह अपने फार्म को दूसरे का बताकर उसे आपूर्ति करते रहे। प्रेम कंपनी को धोखा देते हुए अन्य दुकानदारों से नकद राशि लेकर अपने पास रखता गया और कंपनी का पैसा गबन कर लिया। इस तरह से कंपनी के 35 लाख 50 हजार 578 रुपये फंस गए। नियम के तहत ग्राहक से चेक लेकर कंपनी में जमा कराया जाना था, लेकिन उसे जमा नहीं कराया गया। थाना प्रभारी रत्नेश मोहन ठाकुर ने प्राथमिकी दर्ज करते हुए मामले के अनुसंधान की जिम्मेदारी सहायक अवर निरीक्षक श्रवण कुमार सिंह को सौंपी है।