छात्र विनय महतो हत्याकांड मामला: झारखंड हाईकोर्ट का आदेश- अब सीबीआइ करेगी मामले की जांच; पूरा मामला, जानें
Student Vinay Mahto Murder Case झारखंड हाईकोर्ट में जस्टिस एसके द्विवेदी की अदालत में छात्र विनय महतो की हत्या मामले में सुनवाई हुई। जस्टिस एसके द्विवेदी की अदालत ने इस मामले की जांच सीबीआइ को सौंपने का आदेश दिया है।
रांची, राज्य ब्यूरो। Student Vinay Mahto Murder Case झारखंड हाईकोर्ट में जस्टिस एसके द्विवेदी की अदालत में छात्र विनय महतो की हत्या मामले में सुनवाई हुई। जस्टिस एसके द्विवेदी की अदालत ने इस मामले की जांच सीबीआइ को सौंपने का आदेश दिया है। इस संबंध में विनय महतो के पिता मनबहाल महतो ने हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की थी। उनकी ओर से कहा गया था कि इस मामले में पुलिस की जांच ठीक तरीके से नहीं की गई है। जांच में कई प्रकार की त्रुटि है। इसलिए इसकी जांच सीबीआइ से कराई जानी चाहिए। जिसके बाद अदालत ने आज इस मामले की जांच सीबीआइ को सौंप दी है।
अदालत ने झारखंड पुलिस को एक सप्ताह में केस से संबंधित सारे दस्तावेज देने और सीबीआइ को 8 माह में जांच पूरी कर रिपोर्ट निचली अदालत में पेश करने का निर्देश दिया है।
पिछली सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने जताई थी नाराजगी
पिछली सुनवाई के दौरान सफायर इंटरनेशनल स्कूल के छात्र विनय महतो हत्याकांड की जांच सही तरीके से नहीं होने पर झारखंड हाई कोर्ट ने नाराजगी जताते हुए सरकार से पूछा था कि क्यों नहीं इस मामले की जांच सीबीआइ से करायी जाए। अदालत को बताया गया कि इस मामले का अनुसंधान में लापरवाही बरती गई। जांच के दौरान पुलिस ने सैंपल भी सही तरीके से कलेक्ट नहीं किया और समय पर एफएसएल में नहीं भेजा गया। कई साक्ष्य जांच के लिए जब एफएसएल भेजे गए तब तक वह खराब हो गए थे और जांच में कुछ नहीं निकला।
चार फरवरी 2016 की रात स्कूल परिसर में ही कर दी गई थी हत्या
बता दें कि सफायर इंटरनेशनल स्कूल के सातवीं के छात्र विनय महतो की चार फरवरी 2016 की रात स्कूल परिसर में ही हत्या कर दी गई थी। विनय के पिता मनबहाल महतो को सुबह 3:30 बजे फोन पर बेटे के बीमार होने की सूचना दी गई। बताया गया कि विनय की तबीयत बिगड़ गई है और उसे गुरुनानक अस्पताल भेजा गया है। बाद में बताया गया कि उसे रिम्स भेज दिया गया है। जब मनबहाल महतो रिम्स पहुंचे तो विनय स्ट्रेचर पर मृत पड़ा था। उसको अकेले छोड़ स्कूल के टीचर और स्टाफ वहां से भाग चुके थे।