भारत जोड़ो यात्रा के समापन कार्यक्रम में दिखी झारखंड की जोरदार भागीदारी, आलमगीर समेत कई बड़े नेता हुए शामिल
कन्याकुमारी से चली कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा 12 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेश से होते हुए जम्मू कश्मीर पहुंची जहां सोमवार को समापन कार्यक्रम आयोजित किया गया। यात्रा के इस समापन कार्यक्रम में झारखंड कांग्रेस के कई बड़े नेता भी शामिल हुए।
रांची, राज्य ब्यूरो: कन्याकुमारी से शुरू हुई कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा बारह राज्यों और दो केन्द्र शासित प्रदेश से होते हुए 4080 किमी की दूरी तय कर जम्मू कश्मीर पहुंची, जहां समापन कार्यक्रम आयोजित किया गया। श्रीनगर के शेरे-ए-कश्मीर स्टेडियम में भारत जोड़ो यात्रा को लेकर आयोजित रैली में झारखंड की भी जोरदार भागीदारी दिखी।
प्रदेश अध्यक्ष समेत मंत्री आलमगीर समापन कार्यक्रम में हुए शामिल
समापन समारोह में झारखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर, कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम, भारत जोड़ो यात्रा के राज्य संयोजक सुबोधकांत सहाय और महागठबंधन की ओर से मंत्री मिथलेश ठाकुर आदि कई नेताओं ने शिरकत की।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बोले यात्रा का लक्ष्य लोगों को जोड़ना
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि इस यात्रा का लक्ष्य लोगों को जोड़ना था, नफरत खत्म करना था और यह सुखद संदेश है कि इस यात्रा में कांग्रेसजनों से ज्यादा आम जनता, शिक्षाविद, अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी, आरबीआई के पूर्व गर्वनर, फिल्म अभिनेता-अभिनेत्री कई गणमान्य हस्तियों इस यात्रा में शामिल होकर अपना विजन स्पष्ट किया। हम देश से नफरत को खत्म करेंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस एक ऐसा परिवार है, जो पिछले 137 सालों से भारत की प्रगति के लिए समर्पित है। कांग्रेस ने हर मुश्किल समय में भारत को जोड़ने का काम किया है।
आलमगीर बोले, देश की विविधता खतरे में
कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने कहा कि आज हमारे देश की विविधता खतरे में है। विभाजनकारी ताकतें हमारी विविधता को देश के खिलाफ इस्तेमाल कर रही हैं। कांग्रेस हमेशा इन बुराइयों के खिलाफ लड़ता रहेगा।
लड़ाने का किया जा रहा है काम
पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने कहा कि एक धर्म को दूसरे धर्म से, एक जाति को दूसरी जाति से, एक भाषा से दूसरे भाषा से और एक राज्य को दूसरे राज्य से लड़ाया जा रहा है। लोगों के दिलों में असुरक्षा और डर पैदाकर समाज में नफरत का बीज बोया जा रहा है। इस यात्रा ने नफरत की दीवार को गिरा दिया।