VVIP सुरक्षा के लिए झारखंड के अधिकारियों को प्रशिक्षित करेगी SPG
Jharkhand. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्यों को पत्र भेजकर प्रधानमंत्री की सुरक्षा से संबंधित आधा दर्जन खामियां गिनाई हैं। राज्यों से अफसर प्रशिक्षण के लिए भेजे जांएगे।
रांची, [दिलीप कुमार]। राज्यों के अधिकारी वीआइपी-वीवीआइपी की सुरक्षा के बदलते तरीके से प्रशिक्षित नहीं हैं। उन्हें स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) से प्रशिक्षित करने की तैयारी है। केंद्रीय गृह मंत्रालय इसे लेकर गंभीर है। सभी राज्यों को भेजे गए पत्र मे केंद्रीय गृह मंत्रालय ने प्रधानमंत्री के आधा दर्जन से भी अधिक कार्यक्रमों में सुरक्षा संबंधित चूक की जानकारी दी है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बताया है कि ऐसा अक्सर देखा जाता है कि किसी भी वीवीआइपी-वीआइपी के कार्यक्रम के दौरान राज्य सरकार स्टेट के अधिकारियों को प्रतिनियुक्त करती है। प्रतिनियुक्त राज्य के अधिकारी व जवान वीवीआइपी सुरक्षा के प्रति प्रशिक्षित नहीं होते हैं। वे एसपीजी को सहयोग करने की कोशिश तो करते हैं, लेकिन जिस तरह का सहयोग चाहिए, वह नहीं मिल पाता है। इसलिए जरूरी है कि उन्हें एसपीजी में कुछ समय के लिए प्रतिनियुक्त किया जा सके, ताकि वे सुरक्षा के सभी पहलुओं से बखूबी प्रशिक्षित हो सकें।
प्रधानमंत्री की सुरक्षा से संबंधित कुछ प्रमुख चूक
- -25 दिसंबर 2017 को प्रधानमंत्री एमिटी यूनिवर्सिटी से अपने काफिले के साथ नोएडा स्थित बोटैनिकल गार्डेन हेलीपैड आ रहे थे। काफिला निर्धारित मार्ग को छोड़कर दूसरे मार्ग पर चल पड़ा, जिसके चलते यातायात संबंधित परेशानी हुई और काफिला रोकना पड़ा।
- 16 जुलाई 2018 को बंगाल के मेदिनीपुर में प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के दौरान टेंट गिर गया था, जिसके चलते कइयों को चोटें आई थीं।
- 04 दिसंबर 2018 को राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले में प्रधानमंत्री के कार्यक्रम स्थल पर ड्रोन कैमरा आ गया था।
- 14 अप्रैल 2019 को उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के दौरान शॉर्ट सर्किट से डायस के पास आग लग गई थी।
- 16 अप्रैल 2019 को ओडिशा के भुवनेश्वर आजाद मार्ग पर पीएम के कार्यक्रम के दौरान श्रीपुर चौक व कुवैत के बीच स्ट्रीट लाइट कारगर नहीं थी।
- एक मई 2019 को प्रधानमंत्री राजस्थान के जयपुर में एक कार्यक्रम के दौरान जा रहे थे कि उनके काफिले में एक व्यक्ति ने बायीं तरफ से घुसने की कोशिश की थी। पीएम बायीं तरफ ही बैठे थे।
- प्रधानमंत्री का कार्यक्रम लगातार सोशल मीडिया पर वायरल होता रहा है, जो सुरक्षा संबंधित चूक है।