पूर्वमंत्री अमर बाउरी के बंगले पर धमके मंत्री चंपई सोरेन के पुत्र
घर में शिफ्ट होने की बात कह दो हथियारबंद गार्ड सहित पांच लोग पहुंचे थे रांची स्थित बाउर
घर में शिफ्ट होने की बात कह दो हथियारबंद गार्ड सहित पांच लोग पहुंचे थे रांची स्थित बाउरी के आवास, आंगन तक घूमे, अंदर घुसने से सुरक्षाकर्मियों व कुक ने रोका, कहा महिलाएं हैं अंदर नहीं जा सकते
रांची, जासं : राज्य सरकार के पूर्व मंत्री अमर बाउरी के आवास पर मंत्री चंपई सोरेन के पुत्र मंगलवार शाम हथियारबंद सुरक्षाकर्मियों और समर्थकों के साथ आ धमके। सुरक्षाकर्मियों के मना करने के बावजूद सभी आवासीय परिसर में घूमने लगे। वे बेडरूम की ओर भी जाना चाहते थे, लेकिन महिलाओं के रहने का हवाला देकर उन्हें रोका गया।
पूर्व मंत्री के आवास में तैनात कमांडो सिक्यूरिटी एजेंसी के गार्ड संजीव कुमार सिंह और केयर टेकर अमित कुमार ने बताया कि एक कार से दो हथियारबंद निजी गार्ड सहित चार लोगों के साथ एक युवक वहां पहुंचा। उसने खुद को मंत्री चंपई सोरेन का पुत्र बताया और कहा कि मंत्री जी यहां शिफ्ट करेंगे, इसी उद्देश्य से वे आवास देखने पहुंचे हैं। कार गेट के भीतर आवासीय परिसर में पहुंच गई।
रोकने पर भी नहीं रुके
कार रोकते ही मंत्री पुत्र व उनके समर्थकों ने सुरक्षाकर्मियों से कहा कि वे घर देखने आए हैं। यह कहते हुए सभी आगे बढ़ते चले गए। पूर्व मंत्री अमर बाउरी के नहीं रहने की बात उन्हें बताई गई। इसी बीच वे घर के पीछे के आंगन से होते हुए घर के अंदर घुसने की कोशिश करने लगे। उन्हें सुरक्षाकर्मी व कुक ने यह कहकर रोका कि घर में महिलाएं हैं। इसके बाद चंपई सोरेन के बेटे अपने समर्थकों और सुरक्षाकर्मियों के साथ वहां से निकल गए।
एक घंटा पहले ही निकले थे अमर बाउरी
जिस समय मंत्री चंपई के बेटे अपने समर्थकों के साथ घुसे थे उससे एक घंटे पहले ही अमर बाउरी अपने आवास से निकले थे। वे अपने विधानसभा क्षेत्र चंदनकियारी गए थे। बाउरी अभी वापस नहीं लौटे हैं। उन्हें फोन कर सूचना दी गई कि खुद को चंपई सोरेन का बेटा बताने वाले ने जबरन घर घुसकर देखना चाहा। गार्ड को इसके आगे की कोई जानकारी नहीं है।
पुलिस ने शिकायत मिलने से किया इन्कार :
रांची पुलिस के पास इस मामले में कोई लिखित शिकायत नहीं पहुंची है। यह क्षेत्र लालपुर थाने के तहत आता है। थानेदार समेत डीएसपी सिटी व एसएसपी ने भी कहा है कि जबरन घर में प्रवेश करने संबंधी कोई शिकायत नहीं मिली है। अधिकारियों ने बताया कि लिखित शिकायत आने के बाद ही वे कुछ बोलने की स्थिति में होंगे।