स्वास्थ्य मंत्री ने दिया आश्वासन, रिम्स में चयनित 33 लैब टेक्नीशियनों को जल्द मिलेगा नियुक्ति पत्र
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि उन्होंने रिम्स में चयनित 33 लैब टेक्नीशियनों की बहाली प्रक्रिया को मंजूरी दे दी है। इसमें कुछे फेरबदल कर प्रक्रिया को आगे बढ़ाने की सहमति दी है।
रांची, जासं। कोरोना महामारी के बीच रिम्स में संघर्ष कर रहे लैब टेक्नीशियनों की बहाली को नई राह दिख रही है। उम्मीदवारों के चयन के बाद नियुक्ति पत्र देने से पहले प्रक्रिया पर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने रोक लगा दी थी। बुधवार को स्वास्थ्य मंत्री ने बयान में कहा है कि उन्होंने रिम्स में चयनित 33 लैब टेक्नीशियनों की बहाली प्रक्रिया को मंजूरी दे दी है। प्रक्रिया में कुछेक फेरबदल कर प्रक्रिया को आगे बढ़ाने की सहमति दी है।
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि चयनित उम्मीदवारों की जो सूची जारी की गई थी उनके रोस्टर में कुछ फेरबदल करने बाकी थे। जिसे पूरा कर दो दिन पहले ही आगे बढ़ा दिया गया है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि जल्द ही रिम्स में 33 लैब टेक्नीशियनों की स्थाई नियुक्ति हो जाएगी। रिम्स प्रबंधन द्वारा सभी को जल्द ही नियुक्ति पत्र सौंपा जाएगा।
चयनित लोगों में 14 आदिवासी
बताते चलें कि कोरोना की लड़ाई के मैदान में लैब टेक्नीशियन पहले पायदान पर हैं। सैंपल लेने से लेकर उसके जांच तक की जिम्मेदारी इन्हीं की है। बावजूद रिम्स में चार बार चयनित सूची जारी करने के बाद उसमें फेरबदल किया गया। हालांकि इस बार फिर उन्हें नई आस मिली है। सभी लंबे समय से संघर्षरत थे। बता दे कि चयनित 33 उम्मीदवारों में 14 आदिवासी हैं।
सात दिन में रोटेशन के बदले 28 दिन ड्यूटी से मिलेगा छुटकारा
वर्तमान में लैब टेक्नीशियनों की संख्या रिम्स में कम होने की वजह से इन्हें लगातार 28 दिन ड्यूटी करनी पड़ती थी। ड्यूटी रोस्टर के अनुसार डॉक्टर नर्स को 7 दिन ड्यूटी के बाद 14 दिन क्वारांटाइन में भेजा जा रहा था। जबकि लैब टेक्नीशियनों के रोस्टर 28 दिन की बनी है। इससे भी निजात मिल सकता है। कमी को देखते हुए 2 दिन पूर्व रिम्स प्रबंधन द्वारा लैब टेक्नीशियन की पढ़ाई कर रहे छात्रों को ड्यूटी पर रखा गया है।
हाई कोर्ट ने रिम्स से पूछा है पर्याप्त मैनपावर है या नहीं
रिम्स में मैनपावर की कमी लंबे समय से चल रही है। कई विभागों में चिकित्सक तक नहीं हैं। हाईकोर्ट में दाखिल पीआइएल में पूछा गया था कि रिम्स के पास पर्याप्त मैनपावर है या नहीं? इस पर शुक्रवार को सुनवाई होनी है। नियुक्ति का रास्ता साफ होने पर प्रबंधन को जवाब में भी आसानी होगी।