हजारीबाग में बीज घोटाला, बाइक से ढो दिए 1300 क्विंटल बीज Hazaribagh News
Jharkhand Hazaribagh News. 13 दिसंबर 2019 को गेहूं बीज के वितरण का आदेश मिला था। जिनके पास खेत ही नहीं उनके नाम से भी बीज वितरण दिखाया गया है।
हजारीबाग, [विकास कुमार]। हजारीबाग के छह पैक्सों में 2800 क्विंटल गेहूं बीज वितरण में भारी अनियमितता का मामला सामने आया है। कृषि उपनिदेशक ब्रह्मदेव साह की जांच रिपोर्ट ने गड़बडिय़ों की पुष्टि की है। इस जांच में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। दिसंबर में जब बीज वितरण की शुरुआत हुई, तभी से लगातार अलग-अलग लोग इसमें गड़बड़ी की आशंका जताते रहे हैं। एक महीने पहले जिला परिषद सदस्य पुष्पा देवी की शिकायत के बाद कृषि निदेशालय ने जांच का आदेश दिया था।
2800 क्विंटल बीज की आपूर्ति छह वाहनों से दिखाई गई है। फर्जीवाड़े का हाल यह है कि मोटरसाइकिल से भी 1300 क्विंटल बीज की ढुलाई दिखाई गई है। रिपोर्ट के अनुसार 1300 क्विंटल बीज वाहन संख्या जेएच 11 एफ 8326 और जेएच 11 ए 2058 से विभिन्न पैक्सों पहुंचाया गया। लेकिन, जांच में जेएच 11 एफ 8326 मोटरसाइकिल का नंबर निकला। वहीं जेएच 11 ए 2058 नंबर के वाहन का पता ही नहीं है।
जांच रिपोर्ट के अनुसार विभाग द्वारा बीज वितरण का आदेश गिरिडीह के बीज आपूर्तिकर्ता नवाडीह कृषक सेवा स्वावलंबी सहकारी समिति को मिला था, लेकिन आपूर्तिकर्ता ने छह पैक्सों के साथ मिलकर इसमें घोर अनियमितता बरती। बीज वितरण में अनियमितता की शिकायत कटकमदाग जिला परिषद सदस्य पुष्पा देवी ने जून 2020 में की थी। शिकायत के बाद कृषि निदेशालय ने जांच की जिम्मेवारी उप निदेशक ब्रह्मदेव साह को सौंपी थी। हालांकि, साह ने जांच रिपोर्ट पर फिलहाल कुछ भी कहने से इनकार किया।
किसानों को नही ढूंढ पाए अधिकारी, जो मिले उन्हें बीज ही नहीं मिला
जांच करने पहुंचे अधिकारी ने चालान व कृषकों की सूची प्राप्त कर रैंडमली चार पैक्सों का निरीक्षण किया। यहां भी लाभुक या तो मिले ही नहीं या फिर जो मिले उन्हें बीज नहीं मिला था। गौरियाकर्मा पैक्स के अंतर्गत आने वाले खादिम अंसारी को 80 किलो बीज दिखाया गया था, लेकिन किसान ने बीज मिलने से इनकार कर दिया।
वैसे 1.20 क्विंटल बीज का वितरण भुवनेश्वर महतो के नाम पर दिखाया गया। लाभुक ने जांच अधिकारी के सामने बीज मिलने से इन्कार किया। चेडरा पैक्स विष्णुगढ़ के लाभुक आशियान खातून के नाम 2.6 क्विंटल बीज दिखाया गया, जबकि उसके पास मात्र पांच कट्ठा जमीन है। लाभुक ने बताया कि उसे सिर्फ आठ किलोग्राम बीज मिला है। कई लाभुकों का फोन ही स्विच ऑफ मिला।
विस्तृत जांच के लिए नई कमेटी
इस पूरी रिपोर्ट के बाद कृषि निदेशक ने 14 जुलाई को इस प्रकरण की विस्तृत जांच के लिए दोबारा से कमेटी बना दी है। इसमें संयुक्त कृषि निदेशक को अध्यक्ष और उपनिदेशक कृषि अभियंत्रण को सदस्य बनाया है। दो सप्ताह के अंदर इन्हें जांच रिपोर्ट सौंपनी है।
कोषागार से निकाल कृषि पदाधिकारी ने सरकारी खाते में रखी है राशि
इस प्रकरण में राज्य सरकार से बीज का करीब 41 लाख रुपये का आवंटन भी प्राप्त हो गया था। इसे 31 मार्च 2020 को जिला कृषि पदाधिकारी संजय कुमार ने कोषागार से निकाल कर अपने सरकारी खाते में डाल दिया था। हालांकि आपूर्तिकर्ता को इसका आवंटन नही किया गया था।