Delhi Nizamuddin Markaz: तब्लीगी जमात में शामिल होकर लौटने वालों की तलाश जारी, 40 लोग मस्जिदों में क्वारंटाइन
Delhi Nizamuddin Markaz. विदेशी नागरिकों और मलेशियाई महिला के प्राइमरी कांटैक्ट में आने वाले 75 लोगों को पुलिस ने खेलगांव स्थित आइसोलेशन होम में रखा है।
रांची, जासं। Delhi Nizamuddin Markaz दिल्ली की निजामुद्दीन के तब्लीगी जमात में शामिल होकर लौटे जमात के सदस्यों की रांची में तलाश जारी है। सभी थानेदारों को निर्देश दिया गया है कि हर गली-मोहल्लों के ऐसे लोगोंं को चिह्नित किया जाए। उनकी ट्रैवेल हिस्ट्री के अनुसार होम क्वारंटाइन या सरकार के क्वारंटाइन में भेजा जाए। दो दिन पहले ही पुलिस ने हिंदपीढ़ी इलाके की अलग-अलग मस्जिदों में 40 के करीब जमात के सदस्यों को मस्जिदों में क्वारंटाइन किया है।
कोतवाली डीएसपी के अनुसार ये जमात के सदस्य दो से तीन महीनों से ज्यादा समय से हैं, इसलिए इन्हें होम क्वारंटाइन किया गया है, जबकि इससे पहले हिंदपीढ़ी की बड़ी मस्जिद व नाला रोड से मलेशियाई, यूके, अफीका सहित अन्य देशों के नागरिकों के शामिल रहने वाली जमात में कोरोना पॉजिटिव केस सामने आने के बाद प्रशासन की टीम सक्रिय हुई थी। इनके संपर्क में आने वाले 126 लोगों को चिन्हित किया था।
इनमें प्राइमरी और सेकेंड्री कांटैक्ट की सूची तैयार की गई थी। इनमें प्राइमरी कांटैक्ट में आने वाले 75 लोगों को पुलिस-प्रशासन ने खेलगांव स्थित आइसोलेशन होम में क्वारंटाइन के लिए रखा है। सेकेंड्री कांटैक्ट में आने वालों को होम क्वारंटाइन का निर्देश दिया गया है। इन सभी का प्रशासन ने स्क्रीनिंग और ब्लड सैंपलिंग भी कराया। मलेशियाई महिला के बाद एक अन्य महिला कोरोना टेस्ट में पॉजिटिव पाई गई है।
हर इलाके में की जा रही तलाश
अब पुलिस प्रशासन इनके अलावा विदेशी जमात के संपर्क में आने वालों का पता लगा रही है। हर थानों को ऐसे लोगों को चिन्हित करने का निर्देश दिया गया है। विशेष तौर पर वैसे लोगों को भी ढूंढा जा रहा है जो दिल्ली के निजामुद्दीन की जमात में शामिल होकर हाल में लौटे हों। एक अप्रैल को 11 ऐसे लोगों को पुलिस रांची के बेड़ो से क्वारंटाइन कर चुकी है।
स्वदेश लौटेंगे तब्लीगी जमात में शामिल विदेशी नागरिक
कोरोना वायरस से संक्रमित तब्लीगी जमात की महिला व उसके साथ आए अन्य विदेशी नागरिक अस्पताल व क्वारंटाइन सेंटर से छुट्टी मिलने के बाद स्वदेश लौट जाएंगे। इसका प्लान लगभग तैयार है। झारखंड पुलिस-प्रशासन ने भी लगभग मन बना लिया है, संबंधित जिले को इससे संबंधित लिखित आदेश भी शीघ्र होने की उम्मीद है। अब तो यह तय माना जा रहा है कि विदेशी नागरिकों पर प्राथमिकी दर्ज नहीं होगी।
मलेशिया सरकार के अनुरोध पर केंद्र ने भी विदेशी नागरिकों की वापसी पर अपनी सहमति दे दी है। वीजा को ब्लैकलिस्ट पहले ही किया जा चुका है, अब उन्हें उनके देश को वापस कर दिया जाना है। एक दिन पूर्व ही केंद्रीय गृह मंत्रालय को राज्य सरकार ने बताया था कि अगर विदेशी नागरिकों को स्वदेश भेजना होगा तो प्राथमिकी दर्ज करने का कोई औचित्य ही नहीं रह जाएगा। जिसपर प्राथमिकी दर्ज होगी, वह तो दूसरे देश में रहेगा, ऐसी स्थिति में केस डायरी से लेकर ट्रायल तक करवाने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।