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बाबा बैद्यनाथ धाम मंदिर को खोलने की मांग वाली याचिका पर जल्द सुनवाई से सुप्रीम कोर्ट का इंकार

झारखंड में बाबा बैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग मंदिर को फिर से खोलने की मांग वाली याचिका पर जल्द सुनवाई से सुप्रीम कोर्ट ने इंकार कर दिया है। मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में इससे संबंधित याचिका पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने यह फैसला दिया है।

By Vikram GiriEdited By: Published: Tue, 07 Sep 2021 11:57 AM (IST)Updated: Tue, 07 Sep 2021 11:57 AM (IST)
बाबा बैद्यनाथ धाम मंदिर को खोलने की मांग वाली याचिका पर जल्द सुनवाई से सुप्रीम कोर्ट का इंकार
बाबा बैद्यनाथ मंदिर खोलने की मांग वाली याचिका पर जल्द सुनवाई से सुप्रीम कोर्ट का इंकार। जागरण

रांची, डिजिटल डेस्क। झारखंड में बाबा बैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग मंदिर को फिर से खोलने की मांग वाली याचिका पर जल्द सुनवाई से सुप्रीम कोर्ट ने इंकार कर दिया है। मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में इससे संबंधित याचिका पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने यह फैसला दिया है। राज्य के मंदिरों को खोलने को ले लगातार मांग उठती रही है।  मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से झारखंड विधानसभा स्थित कक्ष में राज्य के कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग के मंत्री बादल के नेतृत्व में कांग्रेसी विधायकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को मुलाकात की और उनसे राज्य के प्रमुख मंदिरों को खोलन की मांग रखी। प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री को निवेदन पत्र देकर बाबा बैद्यनाथ मंदिर देवघर, बासुकीनाथ मंदिर, रजरप्पा, ईटखोरी, पहाड़ी मंदिर सहित राज्यभर में स्थित दर्जनों बंद मंदिरों को पूजा-अर्चना के लिए खुलवाने का अनुरोध किया।

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निवेदन पत्र में मंत्री बादल ने कहा है कि कोरोना महामारी की वजह से पूरा विश्व सहित हमारा राज्य भी प्रभावित रहा है, संक्रमण के इस दौर में मंदिरों को सुरक्षात्मक दृष्टिकोण से बंद रखा गया है। अब श्रद्धालुओं द्वारा पूजा-अर्चना हेतु बंद मंदिरों को खोलने का अनुरोध किया जा रहा है। मंदिरों से बहुत सारे लोगों के रोजी-रोजगार भी जुड़े हुए हैं। वर्तमान में कोरोना संक्रमण का प्रकोप घटा हुआ है। ऐसे में भक्तों की श्रद्धा को देखते हुए एवं मंदिरों पर आश्रित लोगों के स्वजनों की आर्थिक समस्या को केंद्र में रखकर मंदिरों को कोरोना प्रोटोकाल का पालन करते हुए खोलने पर सहानुभूति पूर्वक विचार किया जाए।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस संबंध में यथोचित निर्णय लेने का आश्वासन मंत्री बादल को दिया। मौके पर ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री आलमगीर आलम, विधायक उमाशंकर अकेला, डा. इरफान अंसारी, ममता देवी एवं राजेश कच्छप मौजूद थे।


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