निकली साई बाबा की भव्य पालकी यात्रा
मा दुर्गा सार्इं दरबार का दसवा तीन दिवसीय श्रावण महोत्सव शुरू हो गया। इस अवसर पर श्रद्धालुओं द्वारा पालकी यात्रा निकाली गई।
जागरण संवाददाता, रांची : मा दुर्गा सार्इं दरबार का दसवा तीन दिवसीय श्रावण महोत्सव शुरू हो गया। पहले दिन शुक्रवार को साई बाबा की भव्य पालकी व कलश शोभायात्रा निकाली गई। मारवाड़ी भवन से गाजे-बाजे के साथ साई बाबा को रथ पर सवार किया गया। रथ का संचालन विश्व विख्यात साई कथा वाचक आनंद रंजन ने किया। वहीं, आध्यात्मिक गुरु सुब्रहा वहल एक बग्घी पर सवार होकर भक्तों को अपना आशीर्वाद दे रहे थे। पालकी यात्रा मारवाड़ी भवन से निकलते हुए हरमू रोड, रातू रोड, राणी सती मंदिर लेन, पहाड़ी मंदिर रोड, हरमू गाड़ी खाना चौक होते हुए वापस कथा आयोजन स्थल मारवाड़ी भवन पहुंचकर समाप्त हुई। साई बाबा की पालकी कलश यात्रा में सबसे आगे कई भक्त धर्म ध्वजा लेकर चल रहे थे। उसके बाद प्रचार वाहन से सार्इं बाबा के भजनों की प्रस्तुति की जा रही थी। इस पर शोभायात्रा में शामिल भक्त मेरे घर के आगे साई नाथ तेरा मंदिर बन जाए, जब खिड़की खोलूं तो तेरा दर्शन हो जाए, शिरडी वाले साई बाबा भजनों पर भक्त पूरी तरह झूमते चल रहे थे। शोभायात्रा में 101 महिलाएं अपने माथे पर कलश लेकर चल रही थी। कलशों में शिरडी के नीट बाबा का पवित्र जल भरा गया था। इसके साथ कई महिलाएं ओम साई नमो नम: शिरडी साई नमो नम: का जाप करते चल रही थीं। कथा के पूर्व बाबा की पूजा-अर्चना रातू रोड आरआर स्पोर्टिंग क्लब साई मंदिर, दुर्गा मंदिर के पुजारी संतोष पाठक और विनोद पाठक ने पूजा अर्चना की। इसके बाद वहा से बाबा की पालकी शोभायात्रा निकाली गई। मौके पर अभय कुमार सिन्हा, राजेश चौधरी, दीपक प्रसाद, मनीष अग्रवाल, राजकुमार, दीपक, महेंद्र डागा, बबन सिंह, पवन कुमार आदि मौजूद थे।
श्री साई कथा की शुरुआत
पालकी शोभायात्रा समापन के बाद दोपहर 3.30 बजे से सुब्रह्म बहल ने श्री साई कथा की शुरुआत की। कथा के समापन के बाद शाम को बाबा का महाभडारा का प्रसाद का कार्यक्रम होगा। साई कथा प्रतिदिन दोपहर 3.30 बजे से शाम 6.30 बजे तक होगा। सार्इं कथा का समापन 26 को होगा। 25 अगस्त को सुबह कथा के अंतिम दिन रक्षा बंधन पूर्णिमा को सुबह बाबा का महाअभिषेक के बाद दोपहर 12.30 बजे से महाभडारा होगा।