लॉकडाउन में एक लाख 36 हजार परिवारों तक पहुंचा RSS, ढाई लाख लोगों को कराया भोजन
Coronavirus Helpers. मजदूरों के लिए एनएच पर चार स्थानों पर राहत कैंप खोल गए हैं। इन कैंपों पर प्रवासी मजदूरों के आराम करने उनके नाश्ते एवं भोजन करने की व्यवस्था की गई है।
रांची, [संजय कुमार]। कोरोना वायरस के कारण आई इस संकट की घड़ी में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक जरूरतमंदों की लगातार सेवा कर रहे हैं। 28 मार्च से ही रांची महानगर में 23 से अधिक स्थानों पर भोजन वितरण केंद्र चलाए जा रहे हैं। इनमें कई स्थानों पर दो समय भोजन वितरण का कार्यक्रम चलाया जा रहा है। घर-घर राशन पहुंचाने का भी काम चल रहा है। इसके साथ घर जाने के लिए कई दिनों तक पैदल चलने वाले प्रवासी मजदूरों के लिए एनएच पर चार स्थानों पर राहत कैंप खोल गए हैं।
इन कैंपों पर प्रवासी मजदूरों के आराम करने, उनके नाश्ते एवं भोजन करने की व्यवस्था की गई है। छोटे बच्चों के लिए दूध भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं। रांची में अब तक 2.5 लाख लोगों को भोजन कराने का काम किया गया। वहीं सेवा के माध्यम से एक लाख 36 हजार से अधिक परिवारों तक पहुंचने का काम किया। जहां भी जरूरत पङती है, स्वयंसेवक राशन सामग्री पहुंचाने का काम करते हैं। 600 से अधिक स्वयंसेवक सेवा के काम में लगे हैं। राशन देने के लिए शहर में 18 राशन संग्रह व वितरण केंद्र खोले गए हैं।
उन केंद्रों पर राशन सामग्री का भंडार करके रखा जाता है। उस क्षेत्र के जरूरतमंदों लोगों को जरूरत के अनुसार लोगों के घर पर राशन पहुंचा दिया जाता है। इसके लिए मोबाइल नंबर भी जारी किया गया है। अभी शहर के सैकड़ों घरों में आधा लीटर दूध देने का काम भी चल रहा है। इस काम में सेवा भारती, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, हिंदू जागरण मंच, एकल अभियान, विहिप के कार्यकर्ता भी सहयोग कर रहे हैं और राहत कार्य चला रहे हैं। पूरे कार्यक्रम पर महानगर कार्यवाह धनंजय सिंह, विभाग सेवा प्रमुख कन्हैया कुमार नजर रखे हुए हैं। सभी स्वयंसेवक रात दिन मेहनत कर रहे हैं। झारखंड के प्रा़ंत प्रचारक रविशंकर स्वयंसवकों का मनोबल बढ़ाने के लिए राहत कैंपों का दौरा करते रहते हैं।
सड़क मार्ग से आने वाले प्रवासी मजदूरों के लिए खोले राहत कैंप
नामकुम स्थित दुर्गा सोरेन चौक, सिंदरौल, सतरंजी व बीआइटी मोड़ के पास सङक मार्ग से आने वाले प्रवासी मजदूरों की सेवा के लिए आरएसएस ने राहत कैंप खोला है। यहां पर पिछले तीन दिनों से सुबह 8 बजे से ही संघ के स्वयंसेवक आने वाले यात्रियों को सत्तू, तरबूज, पानी की बोतल, बिस्किट और बच्चों को दूध भी उपलब्ध कराने का काम करते हैं। बीआइटी मोड़ के पास आरएसएस के महानगर संघचालक पवन मंत्री भी पहुंचे और कार्यों में स्वयंसेवकों की सहायता की।
दे रहे हैं प्रेरणा, तीन सेवा बस्तियों को लिया है गोद
वीरकुंवर सिंह प्रभात शाखा (सेक्टर 2 धुर्वा) के स्वयंसेवकों का एक अद्भुत प्रयास चल रहा है। यह शाखा अपने एक किमी की परिधि में 3 सेवा बस्ती के जितने बन्धु भगिनी हैं, सबके कुशल क्षेम की चिंता पूरे लॉकडाउन के दौरान लगातार करते आ रहे हैं। सेक्टर 2 के जितने घर हैं, प्रत्येक घर से मंगलवार से लेकर शुक्रवार तक घर-घर जाकर अन्न संग्रह करते हैं। सुबह नौ बजे से 11 बजे तक अन्न संग्रह करते हैं। तत्पश्चात शनिवार, रविवार और सोमवार को तीनों सेवा बस्ती के लोगों को बुलाकर अन्नदान (सूखा राशन) करते हैं। अन्नदान करते समय फिजिकल डिस्टेंसिंग का पूर्णतः पालन करते हैं। इसमें वरिष्ठ स्वयंसेवकों तथा शाखा के कार्यवाह का महत्वपूर्ण योगदान है। रविवार को राशन वितरण कार्यक्रम में झारखंड बिहार के क्षेत्र सेवा प्रमुख अजय कुमार व सांसद संजय सेठ भी उपस्थित थे।
जगह-जगह काढ़ा का कर रहे हैं वितरण
स्वयंसेवक लोगों की इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए शहर में काढ़ा पिलाने का काम शुरू कर दिए हैं। काढ़े का पाउडर स्वयं तैयार करते हैं। सुबह में उसे तैयार कर सफाई कर्मी, सब्जी विक्रेता, पुलिस के जवान व राहगीरों को पिलाते हैं।