आरएसएस ने कहा-हम व्यथित, उनकी रिक्तता की कल्पना भी असहनीय
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर गहरा दुख जताया है।
रांची, जेएनएन। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने शोक व्यक्त किया है। संघ के स्वयंसेवकों ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी। सरसंघचालक मोहन भागवत एवं सरकार्यवाह भैयाजी जोशी ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी के दुखद निधन से हम सभी आतरिक रूप से व्यथित हैं।
उनकी रिक्तता की कल्पना असहनीय है। वैचारिक प्रतिबद्धता के साथ सामाजिक एवं राजनैतिक क्षेत्र में अपने परिश्रम और कतर्ृत्व से एक अमिट श्रेष्ठ समर्पित जीवन के रूप में वे सदा स्मृति में रहेंगे। एक संवेदनशील कवि, भविष्य को जानने वाला दृष्टा, जनमन में प्रिय ऐसा महान व्यक्तित्व का नाम अटल जी था। वे अपने नाम के समान जीवन भर अटल रहे। हजारों भारतीयों के हृदय सम्राट राजनैतिक धुरंधर वक्तत्व के धनी समर्पित स्वयंसेवक अटल बिहारी जी को हमारा अंतिम प्रणाम। आपकी स्मृतिया सदैव हमें प्रेरित करती रहेंगी।
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने दी श्रद्धांजलि अटल जी को
श्री अटलजी का जाना हम सबके मन में एक रिक्तता छोड़ गया है, जिसकी पूर्ति असंभव है। उनके जैसे व्यक्ति बार-बार नहीं मिलते। युगों में, करोड़ों में एक होते हैं। अपने युग की छाप छोड़कर अटलजी ने अपना जन्मकार्य समाप्त किया। अब उनके द्वारा स्थापित आचरण की मर्यादा ही हमारे लिए उनका कीर्तित्व बनकर रहेगी। अटलजी अमर हैं। - मोहन भागवत, सरसंघचालक।
आजसू ने दी श्रद्धांजलि, कार्यसमिति की बैठक स्थगित
आजसू पार्टी ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर शोक सभा का आयोजन किया। पार्टी प्रमुख सुदेश महतो के आवास पर हुई सभा में पार्टी नेताओं ने दो मिनट का मौन रखा तथा उनकी प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। सभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय महासचिव राजेंद्र मेहता ने कहा कि उनके निधन से देश ने एक प्रखर राजनेता खो दिया। विपरीत परिस्थितियों में भी उन्होंने देश को एक सूत्र में बाधकर नई राजनीतिक दिशा देने का काम किया था। पार्टी प्रवक्ता देवशरण भगत ने कहा कि देश ने दलगत राजनीति से ऊपर विभिन्न धाराओं को एक धारा में समाहित करने वाले महान विभूति को खो दिया। श्रद्धाजलि सभा में ललित ओझा, संजय महतो, सरजीत मिर्धा, आदिल अजीम, हरीश सिंह, गौतम सिंह, निखिल दागल सार, राजन मुंडा, मदन महतो आदि शामिल थे। पार्टी ने इसी के साथ 18 अगस्त को राची में आयोजित केंद्रीय समिति की बैठक स्थगित कर दी। बैठक की अगली तिथि बाद में तय की जाएगी।