संघ प्रमुख ने कहा, आरएसएस के लिए अपूरणीय क्षति है प्रणब दा का जाना
देश के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत एवं सरकार्यवाह भय्याजी जोशी ने शोक व्यक्त किया है। कहा उनका जाना संघ के लिए दुखद है।
जागरण संवाददाता, रांची : देश के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत एवं सरकार्यवाह भय्याजी जोशी ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। संघ प्रमुख ने अपने शोक संदेश में कहा कि आरएसएस के प्रति उनके प्रेम और सदभाव के चलते हमारे लिए वे एक मार्गदर्शक थे। उनका जाना संघ के लिए एक अपूरणीय क्षति है। वे एक कुशल प्रशासक के साथ-साथ राष्ट्रहित सर्वोपरि का भाव जीवन में रखते थे। राजनैतिक अस्पृश्यता से परे रहते हुए सभी दलों में समान रूप से सम्मानित, मितभाषी और लोकप्रिय थे। आरएसएस के सरसंघचालक ने कहा कि भारत के राजनैतिक-सामाजिक जीवन यात्रा में उपजी इस शून्यता को भरना आसान नहीं होगा। परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए सरसंघचालक व सरकार्यवाह ने कहा कि भगवान उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें।
उल्लेखनीय है कि जून 2018 में नागपुर में आयोजित आरएसएस के स्वयंसेवकों के तृतीय वर्ष के प्रशिक्षण शिविर के समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी शामिल हुए थे। वे नागपुर में संघ के संस्थापक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार के स्मारक स्थल पर भी गए थे। दिन भर रुके। वहां पर संघ संस्थापक को श्रद्धांजलि दी थी। उस समय कांग्रेस पार्टी चाहती थी कि वे नागपुर नहीं जाएं। कांग्रेस के विरोध के बीच वे नागपुर गए और स्वयंसेवकों के अनुशासन को देखकर काफी प्रभावित हुए थे। उससे पहले जब वे राष्ट्रपति थे तब संघ प्रमुख मोहन भागवत को राष्ट्रपति भवन में भोजन पर बुलाया था। उस समय ही मोहन भागवत ने उन्हें नागपुर आने के लिए आमंत्रित किया था।