लालू प्रसाद यादव की तबीयत नासाज, किडनी अब भी सिर्फ 40% कर रही काम
रांची के रिम्स में लालू प्रसाद यादव का इलाज कर रहे डॉ डीके झा के मुताबिक लालू की किडनी फंक्शन में बीते सप्ताह के मुकाबले थोड़ा सुधार हुआ है। उनकी किडनी 40 फीसद काम कर रही है।
रांची, जेएनएन। चारा घोटाले के सजायाफ्ता राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के पैर के पीछे हुआ घाव अब पूरी तरह से भर चुका है। एंटीबायोटिक दवा बंद कर दी गई है। किडनी फंक्शनल का ब्लड टेस्ट किया गया। अब किडनी 37 प्रतिशत से बढ़कर 40 प्रतिशत के आसपास काम कर रही है। इसमें उतार-चढ़ाव जारी है। यह जानकारी लालू का इलाज कर रहे चिकित्सक डॉ. डीके झा ने दी।
वहीं शनिवार को लालू प्रसाद ने मिलने के लिए पूर्व मंत्री भोला राय, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के नेता उपेंद्र कुशवाहा और रणविजय सिंह आए थे। सभी ने लालू प्रसाद के स्वास्थ्य को लेकर चिंता जाहिर की। वहीं डॉ डीके झा ने बताया कि लालू प्रसाद की किडनी की हालत यथास्थिति बनी हुई है। प्रोटीन बढऩे के कारण सुबह में अब उन्हें चार की जगह दो अंडे दिए जा रहे हैं। दो-तीन हफ्ते में पता चलेगा कि किडनी फंक्शन में समस्या स्थायी है या अस्थायी। बता दें कि बीते सप्ताह लालू प्रसाद के पैर के पीछे घाव हो गया था जिसके कारण वे न टहल पा रहे थे और न सही ढंग से लेट पा रहे थे। उन्हें अब घाव से आराम मिल गया है।
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लालू को बेहतर इलाज की जरूरत, प्रशासन को देना चाहिए ध्यान
बीते दिन रांची के रिम्स में लालू से मिलने पहुंचे उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि लालू की तबीयत में सुधार है लेकिन उन्हें और बेहतर इलाज की जरूरत है। संबंधित प्रशासन को इस बात पर ध्यान देना चाहिए। बेहतर इलाज के लिए जो भी जरूरी स्टेप लेना हो, लेना चाहिए।
एनडीए एवं लेफ्ट से अलग सभी पार्टियों को महागठबंधन में शामिल करेंगे
बिहार में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि महागठबंधन पूरी मजबूती से चुनाव लड़ेगा। महागठबंधन का दायरा बढ़ाने का भी प्रयास किया जाएगा। लालू प्रसाद ने कहा है कि लेफ्ट और एनडीए से अलग जो पार्टियां हैंं, उनको महागठबंधन में शामिल करें। झारखंड में विधानसभा चुनाव महागठबंधन के साथ लडऩेकी बात पर कुशवाहा ने कहा कि हम महागठबंधन में हैं ही। अभी सिर्फ अंतिम रूप से यह तय होना बाकी है। यहां की हमारी स्थानीय इकाई इस मामले को देखेगी।
बिहार में पोस्टरबाजी पर कहा कि अब बिहार में नीतीश कुमार की दाल नहीं गलने वाली है, क्योंकि बिहार में शिक्षा, स्वास्थ्य, लॉ एंड ऑर्डर बर्बाद है। किसानों की समस्या रोज बढ़ रही है। रोजगार की कमी है। 15 वर्षों में भी नीतीश कुमार ने इन सब का समाधान नहीं किया। इसलिए अब नीतीश कुमार की सरकार जाएगी।