लड़की को भगा ले गया RJD का जिलाध्यक्ष, फोन पर कहा- पुलिस को बताया तो जान से मार देंगे
Jharkhand Samachar. महिला थाना पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है। राजद प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि मामले की जानकारी नहीं है। प्राथमिकी की कॉपी मिलने के बाद कुछ कहेंगे।
लोहरदगा, जेएनएन। लोहरदगा शहरी क्षेत्र से एक नाबालिग का अपहरण करने का मामला प्रकाश में आया है। इस मामले में महिला थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है। प्राथमिकी में लोहरदगा राजद जिलाध्यक्ष को आरोपी बनाया गया है। आरोपित जिले के सेन्हा थाना क्षेत्र के झखरा गांव निवासी बारिक अंसारी के पुत्र शकील अख्तर (वर्तमान पता-स्टार कॉलोनी, लोहरदगा) है। पीड़िता की मां के बयान पर महिला थाना में भादवि की धारा 366ए, 363 के तहत कांड संख्या 25/2020 में प्राथमिकी दर्ज की गई है।
शकील अख्तर वर्तमान में राष्ट्रीय जनता दल के लोहरदगा जिलाध्यक्ष हैं, जो प्राथमिकी के बाद से फरार बताए जा रहे हैं। पुलिस को दिए आवेदन में नाबालिग की मां ने कहा है कि 16 जून 2020 की सुबह वह और उनकी बेटी सोकर उठी। इसके बाद वह रसोई में काम करने लगी, जबकि उनकी बेटी बाथरूम चली गई। थोड़ी देर बाद उन्होंने अपनी बेटी को आवाज दी, पर उसने कोई जवाब नहीं दिया। इसके बाद घर और आसपास में ढूंढने पर भी कहीं कुछ पता नहीं चला।
जब सुबह 7-8 बजे तक बेटी का कोई पता नहीं चला तो उन्होंने पति और पुत्र को बेटी के लापता होने की जानकारी दी। इसके बाद सभी ने मिलकर उसकी काफी खोजबीन की, परंतु कोई पता नहीं चला। वह सभी अपने स्तर से खोजबीन कर ही रहे थे कि शाम 5:30 बजे सेन्हा थाना क्षेत्र के झखरा गांव निवासी बारीक अंसारी के पुत्र शकील अख्तर ने उनके मोबाइल पर फोन कर कहा कि ज्यादा चिंता एवं खोजबीन करने की जरूरत नहीं है।
तुम्हारी बेटी मेरे पास है। ज्यादा हाथ-पांव मत मारो नहीं तो तुम्हारी बेटी और तुम लोगों को जान से मार देंगे। इससे उनके परिवार के लोग डर गए। इस कारण से उन्होंने थाना को सूचना नहीं दी। अब हिम्मत कर उन्होंने महिला थाना पुलिस को अपनी नाबालिग पुत्री के अपहरण की सूचना दी है। उन्हें विश्वास है कि शकील अख्तर गलत नीयत से उनकी नाबालिग बेटी का अपहरण कर कहीं ले गया है।
उन्हें यह डर है कि उनकी पुत्री के साथ कोई अनहोनी हो सकती है। मामले में शकील अख्तर पर कानूनी कार्रवाई करते हुए नाबालिग बेटी को सुरक्षित वापस लाने की गुहार लगाई है। इस मामले में राजद के प्रदेश अध्यक्ष अभय कुमार सिंह का कहना है कि उन्हें मामले की जानकारी नहीं है। दर्ज प्राथमिकी की कॉपी मिलने के बाद इस पर कुछ प्रतिक्रिया दे सकते हैं।