रिम्स में ट्रामा सेंटर शुरू, केंद्रीय मंत्री आरके सिंह और सीएम रघुवर दास ने किया शुभारंभ
रविवार को झारखंड के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में ट्रामा सेंटर समेत तीन नए कैंपस का शुभारंभ किया गया।
रांची, जासं। राज्य भर के मरीजों और उनके परिजनों को रविवार को सबसे बड़ा तोहफा मिला। रविवार को मुख्यमंत्री रघुवर दास ने राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स के तीन नए भवनों का उद्घाटन किया। साथ ही रिम्स परिसर में बनने जा रहे पावर ग्रिड विश्राम गृह का शिलान्यास भी किया। इस दौरान केंद्र सरकार के ऊर्जा मंत्री आरके सिंह विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद थे। तीनों भवनों के निर्माण पर लगभग 157 करोड़ रुपये की लागत आई है। इस दौरान मौके पर केंद्रीय ऊर्जा राज्य मंत्री आरके सिंह, राज्य के स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी, रिम्स निदेश के अलावा कई गणमान्य लोग मौजूद थे।
ट्रामा सेंटर: लागत - 64.47 करोड़
भवन की विशेषता : रिम्स में इलाज कराने आने वाले मरीजों को पहले की तुलना में बेहतर सुविधाएं मिलेगी। मरीजों को जांच के लिए बाहर दूसरे जांच घर या दूसरे ब्लॉक में नहीं जाना पड़ेगा। साथ ही मरीज को उसके बीमारी की गंभीरता के आधार पर अलग-अलग एरिया में इलाज किया जाएगा। जिसमें रेड कॉरिडोर, येलो और ग्रीन कॉरिडोर शामिल है। इस भवन के निर्माण में करीब तीन साल का समय लगा।
सुविधाएं
ग्राउंड फ्लोर : ट्रॉमा सेंटर में कुल चार फ्लोर हैं। ग्राउंड फ्लोर पर 30 बेड है। इसी फ्लोर को रेड, येलो और ग्रीन एरिया में बांटा गया है। इसमें रजिस्ट्रेशन काउंटर, वेटिंग रूम, एक्सरे, सीटी स्कैन, ऑपरेशन थिएटर 1, ऑपरेशन थिएटर 2 और डॉक्टर्स रूम, चेंजिंग रूम, वॉश रूम आदि शामिल है।
फर्स्ट फ्लोर : प्रशासनिक विभाग, ऑपरेशन थिएटर 3, ऑपरेशन थिएटर 4, सर्जरी वार्ड, पैथोलॉजी लैब, सेरोलॉजी लैब, बायोकेमिस्ट्री लैब, वॉश रूम।
सेकेंड फ्लोर : आर्थोपेडिक वार्ड, न्यूरो सर्जरी वार्ड, एक्सरे, अल्ट्रासाउंड, सीएसएसडी, डीएसए, कैंटिन, वॉश रूम।
थर्ड फ्लोर : मेडिसीन वार्ड, मेडिकल आइसीयू, न्यूरो सर्जीकल आइसीयू, सर्जिकल आइसीयू, ब्लड बैंक, सेरोलॉजी लैब, वॉश रूम।
फोर्थ फ्लोर : सेमिनार हॉल, कैंटिन, वेटिंग हॉल, वॉशरूम।
गर्ल्स हॉस्टल : लागत - 89.70 करोड़
लगभग 90 करोड़ की लागत से बने गल्र्स हॉस्टल में 500 कमरे हैं। पुराने हॉस्टल के एक कमरे में तीन-चार छात्राओं को रहना पड़ता था। इससे उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था, लेकिन इस नए हॉस्टल में बिजली, पानी से लेकर अलग से मेस की भी सुविधाएं दी जाएगी। जल्द ही छात्राओं को इसमें शिफ्ट किया जाएगा। इसके निर्माण में करीब दो साल का समय लगा।
प्रशासनिक भवन: लागत - 2.82 करोड़
2.82 करोड़ की लागत से बने प्रशासनिक भवन का निर्माण लगभग डेढ़ साल में पूरा हुआ। करीब पांच महीने से भवन बनकर तैयार था। इसमें तीन फ्लोर हैं। सभी फ्लोर पर रिम्स प्रबंधन और प्रशासनिक अधिकारियों के लिए कक्ष बनाएं गए है। इसमें स्वास्थ्य मंत्री, रिम्स निदेशक, अधीक्षक, उपाधीक्षक समेत सभी अधिकारियों के लिए ऑफिस बनाएं गए हैं। इसके अलावा भवन में दो कॉन्फ्रेंस हॉल, एकाउंटिंग ऑफिस आदि है। इसके अलावा प्रशासनिक भवन में भी कैंटीन की सुविधा है।