1 जून से खुलेगा रिम्स का ओपीडी, आउटडोर में ले सकेंगे परामर्श, भर्ती भी होंगे मरीज
राची मरीजों को बड़ी राहत मिलने वाली है। रिम्स में दो महीने से बंद ओपीडी फिर से खुलने वाली है। एक जून से इसकी शुरुआत होनेवाली है।
जागरण संवाददाता, राची : मरीजों को बड़ी राहत मिलने वाली है। रिम्स में दो महीने से बंद ओपीडी सेवा एक जून से शुरू हो जाएगी। रिम्स निदेशक डॉ. डीके सिंह ने कहा कि ओपीडी के बदले अस्पताल में ई ओपीडी का संचालन किया जा रहा है। लेकिन इससे हर मरीज नहीं जुड़ पा रहे। अब लॉकडाउन 4 भी 31 मई को खत्म होने वाला है। कोविड मरीजों की संख्या भी अस्पताल में कम हो रही है। इसे देखते हुए 1 जून से ओपीडी सेवा शुरू की जाएगी।
सुबह 9 से 1 तक ओपीडी का होगा संचालन : आउटडोर के मरीजों की परेशानी को देखते हुए फिलहाल 4 घटे ओपीडी सेवा शुरू की जा सकती है। पहले की ही तरह सुबह 9 बजे से सेवा शुरू होकर दोपहर 1 बजे तक चलेगी। चार घटे के ओपीडी में डॉक्टरों अधिक से अधिक मरीज अटेंड करेंगे। वहीं भर्ती करने योग्य मरीज को भर्ती भी लिया जाएगा। वहीं स्थिति को देखते हुए ओपीडी चार घटे के बजाय 7 घटे भी किए जा सकते है।
संक्रमण फैलने के डर से बंद थी ओपीडी सेवा
बता दें कि कोरोना वायरस को लेकर लॉकडाउन हुए 23 मई को दो महीने पूरे हो जाएंगे। विगत दो महीने से रिम्स का ओपीडी मरीजों के लिए बंद है। रिम्स में कोरोना मरीजों का मूवमेंट अधिक होने से प्रबंधन ने ओपीडी सेवा बन्द करने का फैसला लिया था। ताकि अस्पताल आने वाले मरीजों को संक्रमण का खतरा ना रहे।
ई-ओपीडी का भी होगा संचालन
डॉं. डीके सिंह ने बताया कि जब तक लॉकडाउन पूरी तरह से खत्म नहीं हो जाता या कोरोना का खौफ लोगों के मन से नहीं जाता तब तक ई-ओपीडी का संचालन होता रहेगा। जिन डॉक्टरों की ओपीडी या इमरजेंसी नहीं होगी उन्हें ई-ओपीडी में सेवा देनी होगी। सामान्य ओपीडी की तरह ही हर दिन ई-ओपीडी में भी ड्यूटी रोटेशन होता रहेगा।
नेफ्रोलॉजी ओपीडी भी सामान्य ओपीडी की तरह होगा शुरू
चार दिन पूर्व रिम्स में नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ प्रज्ञा पंत ने योगदान दिया है। रिम्स प्रबंधन की ओर से ओपीडी सेवा शुरू करने की तैयारी भी कर ली गई है। 1 जून से नेफ्रोलॉजी की भी ओपीडी शुरू हो सकती है। किडनी रोग से पीड़ित गंभीर मरीजों का इलाज आसानी से हो सकेगा। वर्तमान में यूरोलॉजी विभाग के साथ ही नेफ्रोलॉजी का संचालन होगा। मरीजों की संख्या को देखते हुए इसे सेपरेट किया जाएगा।
इन विभागों की होगी ओपीडी शुरू
मेडिसिन, सर्जरी, न्यूरो सर्जरी, ईएनटी, नेत्र, स्त्री व प्रसूति रोग विभाग, शिशु रोग विभाग, कार्डियोलॉजी, सीटीवीएस, यूरोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, न्यूरोलॉजी, ओंकॉलजी, पीडियाट्रिक सर्जरी, डेंटल समेत अन्य विभाग की ओपीडी सेवा शुरू की जाएगी।
30 मई को खत्म हो रही जूनियर डॉक्टरों की सेवा, कोविड को देखते हुए एक्सटेंशन की माग : रिम्स में पीजी छात्रों की 30 मई को सेवा समाप्त होने वाली है। इन्हें तीन माह के लिए दूसरे जिले या ग्रामीण क्षेत्रों में सेवा देनी होगी। जबकि छात्रों का कहना है कि इस आपातकालीन अवधि को लेकर एमसीआइ ने अपनी गाइडलाइन में स्पष्ट लिखा है कि इन्हें कम से कम दो माह का एक्सटेंशन दिया जाए। इसे लेकर शुक्रवार को जूनियर डॉक्टरों ने रिम्स निदेशक से मुलाकात कर अपनी बातों को रखा।
जूनियर डॉक्टरों ने कहा कि जब उनकी जरूरत थी तो उन्हें कोरोना योद्धा कहते हुए उनसे काम लिया गया। लेकिन अब जब 31 मई को इनका सत्र समाप्त हो रहा है तो इन्हें हटाने की तैयारी की जा रही है। जबकि अभी तक परीक्षा भी नहीं हुई है। ऐसे में एक माह किस तरह से रहा जाएगा। जूनियर डॉक्टरों ने स्वास्थ्य सचिव से मिलने का प्रयास किया लेकिन उनकी मुलाकात नहीं हो सकी।
जूनियर डॉक्टर अजित कुमार ने कहा कि जिस तरह से तैयारी की जा रही है उससे छात्रों को मई के बाद वेतन तक नहीं मिल पाएगा। साथ ही उन्हें हॉस्टल तक खाली करने की नौबत आ रही है। जबकि अभी कोविड को लेकर डॉक्टरों की माग सबसे अधिक है। उन्होंने माग की है कि कम से कम एक माह का सेवा विस्तार कर सभी को राहत दिया जाए।
रिम्स प्रबंधन ने स्वास्थ्य विभाग को भेजा है एक माह के बजट का अतिरिक्त ब्योरा
रिम्स प्रबंधन ने स्वास्थ्य विभाग को एक माह के अतिरिक्त बजट का ब्यौरा भेज दिया है। प्रबंधन ने इससे पहले भी स्वास्थ्य सचिव को ब्योरा भेजा था जिसमें करीब दो करोड़ रुपए की बात कही गई थी। लेकिन सचिव ने बजट की सही संख्या मागते हुए रिम्स निदेशक को पत्र वापस लौटा दिया था। अब यह देखना है कोरोना की उस विकट परिस्थिति में जूनियर डॉक्टरों से सेवा ली जाती है तो इनकी सेवा समाप्त की जाती है।