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Ranchi Smart City: मुस्‍कुराइए कि आप रांची में हैं... हंसी-खुशी की इस बड़ी वजह को आप भी जानिए...

Ranchi Smart City झारखंड की राजधानी रांची से बड़ी खबर सामने आई है। मुख्‍यमंत्री हेमंत सोरेन की झारखंड कैबिनेट ने मंगलवार को रांची को जाम मुक्‍त बनाने के लिए 2016 में स्वीकृत हुई कांटाटोली फ्लाईओवर की योजना को तेजी से आगे बढ़ाने का फैसला किया है।

By Alok ShahiEdited By: Published: Wed, 29 Sep 2021 12:40 AM (IST)Updated: Wed, 29 Sep 2021 12:43 AM (IST)
Ranchi Smart City: मुस्‍कुराइए कि आप रांची में हैं... हंसी-खुशी की इस बड़ी वजह को आप भी जानिए...
Ranchi Smart City: झारखंड की राजधानी रांची से बड़ी खबर सामने आई है।

रांची, राज्य ब्यूरो। Ranchi Smart City जगह-जगह जाम के लिए बदनाम झारखंड की राजधानी रांची का सिरदर्द बेहद खास इलाका कहे जाने वाले कांटाटोली से जल्‍द ही बड़ी खुशखबरी सामने आने वाली है। यहां अब छोटे-बड़े तमाम वाहन फर्राटा भरते हुए जल्‍द ही फ्लाइओवर पर सरपट दौड़ते दिखेंगे। बड़े-बड़े गड्ढो से भरे और जानलेवा हिचकोले वाले डायवर्सन अब महज कुछ समय की बात होगी। झारखंड के मुख्‍यमंत्री हेमंत सोरेन ने मंगलवार को कैबिनेट में कांटाटोली फ्लाईओवर पर बड़ा फैसला लिया है।

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कांटाटोली पुल निर्माण पर पहले खर्च होने थे 51.7 करोड़ रुपये

कांटाटोली फ्लाइओवर के निर्माण को लेकर बातें तो वर्षों से की जा रही थी लेकिन पहली बार योजना ने जुलाई 2016 में मूर्तरूप लिया और इसके अनुसार फ्लाईओवर के निर्माण पर 51.7 करोड़ रुपये खर्च होने थे एवं जमीन अधिग्रहण के लिए 192.18 करोड़ रुपये का प्रविधान किया गया था। फ्लाईओवर की कुल लंगाई 905 मीटर थी बाद में कई परिवर्तन हुए और फ्लाईओवर की लंबाई से लेकर प्रारूप और तकनीक तक बदल दी गई।

अब 121.28 करोड़ रुपये पुल निर्माण पर होंगे खर्च

मई 2020 में तय किया गया कि फ्लाईओवर का निर्माण वाइएमसीए से लेकर कोकर के शांतिनगर तक होगा जिस कारण से लंबाई 1250 मीटर हो गई। बाद में यह महसूस किया गया कि इससे कांटोटोली को जाम से मुक्त कराया जा सकेगा लेकिन बहुबाजार इलाके में जाम की समस्या बनी ही रहेगी। इसके बाद कई समीक्षा बैठक के क्रम में फ्लाईओवर का निर्माण योगदा सत्संग आश्रम तक करने का निर्णय लिया गया और इस क्रम में कुल लंबाई 2240 मीटर हो गई।

वर्तमान प्रारूप में 121.28 करोड़ रुपये पुल निर्माण पर खर्च होंगे जबकि भूमि अधिग्रहण पर 136.21 करोड़ रुपये। इसके बाद पुल निर्माण की तकनीक में बदलाव किया गया और फिर से डीपीआर तैयार कराई गई जिसके अनुसार परियोजना की लागत 224.94 करोड़ रुपये हो गई है। इसमें भू-अधिग्रहण के लिए आवश्यक राशि को जोड़कर रखा गया है।

40 एकड़ के ट्रांसपोर्ट नगर में आफिस, 180 बेड का डोरमेटरी

रांची के कांके अंचल में प्रस्तावित ट्रांसपोर्ट नगर में तमाम सुविधाएं उपलब्ध होंगी। यहां 40.68 एकड़ में प्रस्तावित ट्रांसपोर्ट नगर ईपीसी (इंजीनियरिंग, प्रोक्यूरमंट एवं कंस्ट्रक्शन) मॉडल पर तैयार होगी जिसमें लोगों के ठहरने के लिए 180 बेड का डोरमेटरी उपलब्ध होगा तो 16 कार्यालयों के लिए स्थान रखा जाएगा। इसके साथ ही रिटेल शॉप, पुलिस चेक पोस्ट, चार लेन पहुंच पथ, 424 बड़े वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था के साथ-साथ गोदाम की भी व्यवस्था उपलब्ध होगी। पेट्रोल पंप के साथ-साथ अन्य सुविधाएं भी मौजूद रहेंगे। परियोजना के प्रथम फेज की कुल लागत 113 करोड़ रुपये आंकी गई है।


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