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Ranchi: रिम्स के निजी सुरक्षा कर्मियों ने उपाधीक्षक पर किया हमला, कमरे में बंद कर बचाई जान

रिम्स में होमगार्ड के जवानों को बुधवार से सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी दे दी गई। इसके साथ ही निजी सुरक्षा कर्मियों को काम से हटा दिया गया। इस पर बुधवार को निजी सुरक्षा कर्मियों का आक्रोश फूट पड़ा। उन्होंने रिम्स अधिकारियों पर हमला बोल दिया।

By Anuj tiwariEdited By: Mohit TripathiPublished: Thu, 02 Feb 2023 12:10 AM (IST)Updated: Thu, 02 Feb 2023 12:10 AM (IST)
Ranchi: रिम्स के निजी सुरक्षा कर्मियों ने उपाधीक्षक पर किया हमला, कमरे में बंद कर बचाई जान
रिम्स के निजी सुरक्षा कर्मियों ने उपाधीक्षक पर किया हमला, कमरे में खुद को बंद कर बचाई जान

जागरण संवाददाता, रांची: रिम्स में होमगार्ड के जवानों को बुधवार से सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी दे दी गई। इसके साथ ही निजी सुरक्षा कर्मियों को काम से हटा दिया गया। इस पर बुधवार को निजी सुरक्षा कर्मियों का आक्रोश फूट पड़ा। उन्होंने रिम्स अधिकारियों पर हमला बोल दिया।

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कमरे में लॉक करके बचाई जान

सुबह करीब 9.40 बजे 70 से 100 की संख्या में निजी सुरक्षा कर्मी अधीक्षक के कार्यालय पहुंचे। वहां तैनात जवानों को धकेलते हुए अंदर चैंबर में प्रवेश कर गए। उस वक्त अधीक्षक चैंबर में पहुंचे नहीं थे लेकिन वहीं पर उपाधीक्षक ले. कर्नल शैलेश त्रिपाठी बैठे हुए थे, जिन पर इन कर्मियों ने हमला बोल दिया। जिसके बाद उपाधीक्षक वहां से जान बचाते हुए चैंबर के अंदर ही बने गोपनीय कक्ष में अपने आप को अंदर से लॉक कर लिया।

पुलिस ने बचाई उपाधीक्षक की जान

इस बीच इन निजी कर्मियों ने वहां लगे सीसीटीवी कैमरे से लेकर इससे जुड़े उपकरण को क्षतिग्रस्त करने की कोशिश की। उपाधीक्षक ने बताया कि तार काट दिए गए और जान से मारने के इरादे से निजी सुरक्षा कर्मी हमला कर रहे थे। इसके बाद उपाधीक्षक ने बंद कमरे से पुलिस को फोन लगाकर बुलाया, जिसके बाद पुलिस के हस्तक्षेप से उनकी जान बच सकी।

भीड़ देख वापस लौट रहे अधीक्षक को भी घेरा

सुरक्षा कर्मियों के चैंबर में रहने के दौरान अधीक्षक डा. हीरेंद्र बिरुआ भी पहुंचे, लेकिन स्थिति का भांपते हुए वे वहां से बाहर निकल गए। इस बीच सभी कर्मी दौड़कर वहां पहुंचे और उन्हें घेर लिया। हालांकि इस बीच सैफ के जवानों ने मुस्तैदी दिखाते हुए उन्हें वापस भेजा, साथ ही पुलिस भी मौके पर पहुंच चुकी थी। अधीक्षक ने बताया कि इस तरह की हरकत किसी भी रूप में माफी के लायक नहीं है। एजेंसी के साथ-साथ इन पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

पुलिस को भेजी गई 10 वीडियो क्लिपिंग

इस बीच रिम्स प्रबंधन ने वहां पर रिकार्ड 10 वीडियो क्लिपिंग बरियातू थाने की पुलिस को भेजा है। साथ ही लिखित शिकायत कर एफआईआर दर्ज करने को कहा गया है। अधीक्षक ने बताया कि इस वीडियो से सभी हमला करने वाले सुरक्षा कर्मियों को चिन्हित कर उन पर कानूनी कार्रवाई की जाए। पुलिस वीडियो को बारीकी से खंगाल रही है और सभी हमलावारों की सूची तैयार कर रही है।

निजी सुरक्षा कर्मियों व ट्रॉलीमैन के हटने के बाद बिगड़ी स्थिति

सुरक्षा कर्मियों के बदले प्रबंधन ने होम गार्ड के जवानों को नियुक्त किया है लेकिन ट्रॉलीमैन की जगह अभी तक किसी को नहीं रख पाया है। इसे लेकर रिम्स के ही वार्ड ब्वॉय को ट्रॉलीमैन की भूमिका में रहने को कहा गया है। लेकिन पहले पहर ट्रालीमैन के नहीं होने की वजह से मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।

ट्रामा सेंटर में एंबुलेंस की लंबी कतारें लग गई थी। लेकिन मरीजों को इमरजेंसी के अंदर ले जाने के लिए कोई नहीं दिख रहा था। कई बार ऐसी स्थिति उत्पन्न हुई कि परिवार वाले ही ट्रालीमैन बन कर अपने बीमार मरीज को इमरजेंसी तक ले गए। इस बीच ट्राली चलाने की सही जानकारी नहीं होने से भी मरीज के जान पर आफत बनती नजर आयी।

वार्ड में मृत मरीजों को ले जाने के लिए नहीं मिले ट्रालीमैन

बुधवार को ट्रालीमैन की कमी उस समय अधिक दिखी जब वार्ड में इलाज के दौरान मृत मरीज को बाहर निकालने वाला नहीं मिला। ट्रालीमैन के नहीं रहने की वजह से परेशानी बढ़ती गई। दूसरी ओर पोस्टमार्टम ले जाने वाले केस में भी स्वजनों को परेशानी का सामना करना पड़ा।

करीब 300 निजी सुरक्षा कर्मियों को हटाया गया

रिम्स में एजेंसी के माध्यम से वर्षों से कार्यरत करीब 300 सुरक्षाकर्मी, जिसमें ट्रालीमैन भी शामिल हैं, इन्हें सरकारी आदेश के तहत हटाया गया है। रिम्स अधीक्षक ने बताया कि सरकार के आदेश का पालन किया जा रहा है। जिसके बाद रिम्स प्रबंधन ने झारखंड सरकार के गृह रक्षा वाहिनी की सेवा लेने का निर्णय लिया गया है। सभी जगहों पर होम गार्ड के साथ सैफ के जवान तैनात रहेंगे।

पहले दिन 50 होम गार्ड हुए तैनात, 400 होंगे तैनात

रिम्स में राज्य सरकार के आदेश पर एक फरवरी 2023 से रिम्स में सुरक्षा की जिम्मेदारी होमगार्ड के जवानों को सौंप दी गयी है। रिम्स में 400 होमगार्ड के जवानों की प्रतिनियुक्ति की गयी है। पहले दिन 50 होमगार्ड के जवानों ने योगदान दे दिया है। इन सभी को मल्टी स्टोरेज पार्किंग में रहने की व्यवस्था की गई है।

जनहित याचिका के बाद लिए गए यह निर्णय

रिम्स के पूर्व उपाधीक्षक डा. संजय कुमार बताते हैं कि 2018 में दायर जनहित याचिका जो रिम्स के चिकित्सकों और पारा मेडिकल कर्मियों के साथ उपद्रवी तत्वों द्वारा की गयी अप्रिय घटना के परिणामस्वरूप हड़ताल की वजह से रोगियों को परेशानी होने से सम्बंधित थी। इसमें उच्च न्यायालय ने मामले में चिंता जताते हुए ऐसी राज्यव्यापी घटनाओं को रोकने के लिए राज्य सरकार से एक रूपरेखा तैयार करने के निर्देश दिए थे।

इस के आलोक में गृह, कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा राज्य सरकार के विभागों में गृह रक्षकों की प्रतिनियुक्ति के लिए पत्र जारी किया गया था। स्वास्थ्य विभाग की ओर से सुरक्षा के लिए होमगार्ड के जवान को प्राथमिकता देने का आदेश जारी हुआ था। इसी निर्णय पर रिम्स के अंतर्गत सुरक्षा व्यवस्था झारखंड सरकार के गृह रक्षा वाहिनी से कराने का निर्णय लिया गया है, जिस पर स्वास्थ्य मंत्री सह अध्यक्ष शासी परिषद का अनुमोदन प्राप्त है।


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