Ranchi News: रांची में आटो से यात्रा करने वाले सतर्क रहें, अवैध रूप से चल रहे 15 हजार आटो
Jharkhand News रांची जिले में 2335 डीजल और पेट्रोल आटो व 2665 सीएनजी आटो को मिला है परमिट। आटो चालक नहीं पहनते हैं ड्रेस। अवैध आटो से पूरा शहर रहता है जाम। पुलिस की मिलीभगत से हर इलाके में दौड़ता है अवैध आटो। जिला प्रशासन भी नहीं करता है कार्रवाई।
रांची, (प्रिंस श्रीवास्तव)। 15000 Autos Running Illegally In Ranchi रांची शहर में पांच हजार आटो के पास परमिट है। इसमें 2335 डीजल और पेट्रोल आटो है और 2665 सीएनजी आटो के पास परमिट है। लेकिन शहर में 15 हजार आटो ऐसे है जो अवैध रुप से चलते हैं। इसका नतीजा यह होता है कि अवैध आटो की वजह से पूरा शहर जाम की चपेट में रहता है। हर इलाके में लोगों को परेशानी होती है। पुलिस और जिला प्रशासन के पास आटो और चालक का कोई डिटेल नहीं रहता है। इस वजह से किसी प्रकार की घटना होने के बाद भी पुलिस को आटो का डिटेल नहीं मिल पाता है। अवैध आटो चालकों की मनमानी इतनी है कि वह अपनी मर्जी से हर इलाके में आटो चलाते हैं और उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं होती है। इसके अलावा शहर में कई अन्य जगहों पर भी अवैध आटो चालकों से वसूली होती है। अवैध आटो चालक खुलेआम पैसा देकर पूरे शहर में अपना आटो दौड़ा रहे हैं।
हर चौक पर अवैध आटो चालकों का है कब्जा
पुलिस की मिलीभगत से शहर के सभी चौक चौराहों पर अवैध आटो खड़ा रहता है और पुलिस उनसे वसूली करती है। आटो चालकों को आदेश है कि वह अपना परमिट लगाकर आटो चलाएंगे। लेकिन ज्यादातर आटो चालक ऐसा नहीं करते हैं। पुलिस ने आदेश निकाला है कि किसी चौक चौराहे पर 100 मीटर तक कोई भी आटो चालक खड़ा नहीं रहेगा। लेकिन यह आदेश सिर्फ कागज पर है। शहर के सभी चौक चौराहों पर आटो चालकों का कब्जा रहता है। आटो चालक इतनी मनमानी करते हैं कि वह किसी नियम का पालन नहीं करते हैं। वह ड्रेस भी नहीं पहनते हैं।
ट्रैफिक एसपी के नहीं रहने से कार्रवाई पर असर
राजधानी में पिछले कई माह से ट्रैफिक एसपी का पद खाली है। एसपी अजीत पीटर डुंगडुंग का तबादला होने के बाद किसी की पोस्टिंग नहीं हुई है। सिटी एसपी को ट्रैफिस एसपी का पदभार दिया गया है। ट्रैफिक एसपी के नहीं होने की वजह से अवैध आटो चालकों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती है।
विशेष अभियान चलाकर होगी कार्रवाई
आरटीओ श्याम नारायण राम का कहना है कि अवैध आटो चालकों के खिलाफ विशेष अभियान चलाकर कार्रवाई की जाएगी। समय समय पर कार्रवाई होती भी है। 2335 परमिट वाले आटो में 70 आटो ऐसे हैं जिन्होंने पैसा जमा कर दिया है लेकिन परमिट नहीं लिया है। उन्हें जल्द से जल्द परमिट दिया जाएगा।
हर थाने में जब्त है अवैध आटो, फिर पुलिस चुप
शहर के हर थाना में अवैध आटो को जप्त कर रखा गया है। इसके बाद भी पुलिस की नजर सड़क पर दौड़ने वाले अवैध आटो पर नजर नहीं पड़ती है। पुलिस ने कई आटो जप्त किया है लेकिन उसे छुडाने के लिए कोई नहीं आता है। परमिट को लेकर आटो चालक कई बार आंदोलन कर चुके हैं लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहींं होती है।
क्या कहते हैं रांची शहर के लोग
रांची के अयोध्यापुरी के रौशन कुमार कहते हैं कि कई आटो में नंबर ठीक से नहीं रहता है। इससे महिलाओं को आटो में बैठने पर डर लगता है। कई बार आटो में छेड़खानी की घटना होती है लेकिन आटो चालक पकड़े नहीं जाते हैं। वहीं कोकर के रहने वाले भोलू कहते हैं कि आटो चालकों को ड्रेस में होना चाहिए। इसके अलावा उन्हें नेम प्लेट लगाना चाहिए ताकि आटो में बैठने वाले यात्रियों को आटो चालक का नाम पता रहे। किसी प्रकार की कोई घटना होने पर यात्री पुलिस को पूरी जानकारी दे सके।