Jharkhand: रांची में कोरोना पाॅजिटिव युवती के घर पत्थरबाजी, अस्पताल ने नहीं लिया भर्ती; पुलिस प्रशासन मौन
Ranchi Coronavirus Updates कोरोना संक्रमित युवती ने Facebook Live कर अपनी दर्द भरी दास्तान सुनाई। बोली मोहल्ले वाले मारपीट पर उतारू हैं।
रांची, जासं। कोरोना जांच के नाम पर रांची जिले में कायम अव्यवस्था की कहानी मंगलवार को खुलकर सामने आ गई। झारखंड की राजधानी रांची के मोरहाबादी मस्जिद के पास रहने वाली युवती ने कोरोना पॉजिटिव होने के बाद मोहल्ले वालों द्वारा किए गए अत्याचार की दास्तां फेसबुक लाइव पर आकर सुनाई है। पूरा मामला इतना ह्रदय विदारक है कि सुनकर रोंगटे खड़े हो जाएं। आनन-फानन में लड़की को अपनी बात लोगों के सामने कहने से रोकने के लिए पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई।
जांच पड़ताल की प्रक्रिया शुरू हो गई। युवती हॉस्पिटल में भर्ती होना चाहती थी, लेकिन डॉक्टर ने उसे भर्ती नहीं लिया। दरअसल, लड़की ने गत 4 सितंबर को अपना कोरोनावायरस जांच रिम्स में कराया था। पॉजिटिव पाए जाने के बाद वह हॉस्पिटल में भर्ती होना चाहती थी, लेकिन डॉक्टर ने उसे भर्ती नहीं लिया। इसके बाद लड़की अपने घर में होम आइसोलेशन में रहने के लिए चली गई।
इसके बाद प्रशासन की टीम ने पहले फोन कर लड़की को घर के अंदर ही रहने की नसीहत दी। इसके बाद वहां पहुंच कर लड़की से एक फॉर्म भरवाया गया। इसमें जबरन इस बात के लिए राजी करवाया गया कि वह लिखे कि वह अपना इलाज प्राइवेट डॉक्टर से करा रही है और आगे की जांच वीवो प्राइवेट लैब में कराएगी। लड़की के पिता नहीं हैं। परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है।
मोहल्ले वालों ने हुक्का-पानी किया बंद, डीसी ने शिकायत पर नहीं दिया कोई जवाब
इस बीच लड़की के घर के बाहर बैरिकेडिंग कर दी गई। इलाके में कोरोना का मरीज मिलने के बाद मोहल्ले के लोगों ने लड़की का विरोध शुरू कर दिया। उस पर तरह-तरह के आरोप लगाए गए। घर पर पत्थरबाजी की गई। घर में राशन पानी और जरूरी सामानों की सप्लाई तक मोहल्ले के लोगों ने रोक दी। लड़की ने अपनी पीड़ा बताने के लिए सीओ से लेकर डीसी तक से संपर्क किया। डीसी से लड़की की बात नहीं हो सकी। ट्विटर पर किए गए मैसेज का भी जवाब नहीं आया। इलाके के सीईओ ने लड़की को कहा कि वह अपनी जांच खुद जाकर शिविर में करा ले। साधन की व्यवस्था वह अपने निजी स्रोत से करे।
युवती ने हत्या की जताई आशंका
लड़की ने कहा कि अगर बिना प्रशासनिक अधिकारियों के अगर वह अपने घर से बाहर निकलती है तो लोग उसकी हत्या कर देंगे। इसके बावजूद प्रशासन के अधिकारियों का कलेजा नहीं पिघला। विवश होकर लड़की ने अपनी पूरी कहानी फेसबुक पर कह सुनाई। इसके बाद कहीं जाकर प्रशासनिक अमले में हड़कंप मचा। लड़की ने राज्य में कोरोनावायरस की व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए मुख्यमंत्री को भी निशाने पर लिया। लड़की ने पूरी प्रक्रिया पर नाराजगी जाहिर करते हुए ऐसे चुनौतीपूर्ण हालात में पूरी व्यवस्था पर प्रतिकूल टिप्पणी की। कहा कि, जैसे हालात हैं, ऐसे में अगर आपको कोरोना हो जाए तो भी आप जांच कराने ना जाएं। पॉजिटिव रिपोर्ट आने पर जीवन मुश्किल हो जा रहा है।