Move to Jagran APP

Lockdown Modified: कुछ उद्योग खुले, आज से शुरू होगा एचइसी में उत्पादन

Lockdown Modified. मंगलवार से एचइसी समेत कई औद्योगिक ईकाइयों में उत्पादन शुरू करने की अनुमति रांची जिला प्रशासन ने दे दी है।

By Alok ShahiEdited By: Published: Tue, 21 Apr 2020 11:03 AM (IST)Updated: Tue, 21 Apr 2020 11:03 AM (IST)
Lockdown Modified: कुछ उद्योग खुले, आज से शुरू होगा एचइसी में उत्पादन
Lockdown Modified: कुछ उद्योग खुले, आज से शुरू होगा एचइसी में उत्पादन

रांची, जासं। उद्योगों को 20 अप्रैल से राहत मिलनी थी। उपायुक्तों को अपने जिले के हालात के आधार पर फैसला लेना है कि राहत कैसे दें। राज्य के ज्यादातर जिलों के उपायुक्तों का समय सोमवार का राहत का रोड मैप तैयार करने में ही बीता। कोल्हान के तीनों जिलों में सोमवार से कोई उद्योग शुरू नहीं हो पाया। रांची, धनबाद और अन्य प्रमुख जिलों का भी यही हाल रहा। हां, बोकारो के उद्योगों ने थोड़ी राहत की सांस ली। यहां डालमिया सीमेंट प्लांट, कैस्ट्रॉन इंडस्ट्री व बोकारो स्टील से जुड़े उद्योग चालू हो गए हैं।

loksabha election banner

एचईसी में रहने वालों को ही प्लांट में आने की अनुमति

इधर, मंगलवार से एचइसी समेत कई औद्योगिक ईकाइयों में उत्पादन शुरू करने की अनुमति रांची जिला प्रशासन ने दे दी है। कर्मियों को निर्देश दिया गया है कि जो एचईसी टाउनशिप में रहते हैं वही प्लांट में आएंगे। धनबाद के उद्यमी राजीव शर्मा ने बताया कि अचानक उद्योग चालू करना संभव नहीं है। बिजली, मजदूर, कच्चा माल समेत अन्य दिक्कतें हैं। वहीं ज्यादातर जिलों में सोमवार को सरकारी कार्यालय खुल गए लेकिन उनमें उपस्थिति काफी कम रही।

शहर में किसी भी कंपनी को उत्पादन की नहीं मिली अनुमति

जमशेदपुर में टाटा स्टील पहले से चल रही है, लेकिन पूर्वी सिंहभूम के उपायुक्त ने टाटा मोटर्स समेत शहर की किसी भी कंपनी को उत्पादन की अनुमति नहीं दी। आदित्यपुर व गम्हरिया स्थित टाटा मोटर्स की अनुषंगी इकाइयों को भी उत्पादन की अनुमति नहीं मिली। पश्चिमी सिंहभूम जिले में भी सोमवार को कोई कंपनी नहीं खुली। उपायुक्त अरवा राजकमल ने कहा कि उनका जिला ग्रामीण क्षेत्र में आता है, लिहाजा यहां कोई भी कंपनी कोरोना के नियम-शर्तों का पालन करने का लिखित आवेदन देकर उत्पादन कर सकती है। 

नियम-शर्त के तहत मिलेगी राहत

ग्रामीण क्षेत्र की जिन कंपनियों को उत्पादन शुरू करने की अनुमति मिली है, उनके सामने कर्मचारियों व मजदूरों की समस्या आ गई है। सिंहभूम चैंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष अशोक भालोटिया ने बताया कि लॉकडाउन घोषित होने के साथ ही उनके कई कर्मचारी-मजदूर अपने गांव चले गए हैं, वे कैसे आएंगे। हमने उपायुक्त से कहा कि उनके कर्मचारियों-मजदूरों को आने की व्यवस्था करा दें, तो उन्होंने मना कर दिया। उपायुक्त ने कहा कि बाहर से कोई आ भी गया तो उसे 14 दिन क्वारंटाइन में रहना होगा। ऐसे में बेहतर होगा कि आप लोग ही 15 दिन इंतजार कर लें। तब तक स्थिति सामान्य हो गई, तो बिना किसी झंझट के कंपनी चला सकते हैं।

कम मजदूरों के साथ शुरू हुआ काम

डालमिया प्लांट में मजदूरों की संख्या पहले दिन कम रही। प्लांट में सरकार के निर्देशों के आलोक में मजदूरों को प्लांट के अंदर प्रवेश की इजाजत दी गई। शारीरिक दूरी एवं स्वच्छता के निर्देश का अनुपालन करते हुए कंपनी में उत्पादन से जुड़े हुए मजदूरों ने प्रवेश किया। कई ट्रकों से सीमेंट का डिस्पैच भी दोपहर बाद से प्रारंभ हुआ। इसी प्रकार बोकारो स्टील से जुड़े कारखानों में भी कम मजदूरों के साथ काम प्रारंभ किया गया। वहीं गोड्डा में निर्माणाधीन 1600 मेगावाट अडानी थर्मल पावर प्लांट 28 दिन बाद सोमवार को फिर से आंशिक रूप से खुला।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.