Ranchi Coronavirus News: रांची में कोरोना की स्थिति खतरनाक, संक्रमित को ट्रेस करने में लग रहे 24 घंटे से अधिक
Ranchi Coronavirus News Update. टाटीसिलवे के जैप 2 में डीएसपी का बॉडीगार्ड पॉजिटिव निकला। उसकी रिपोर्ट आने के 22 घंटे बाद संक्रमित को पॉजिटिव होने की सूचना मिली।
रांची, जासं। Ranchi Coronavirus News Update रांची में एक दिन में एक साथ 40 पॉजिटिव मामले मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम व जिला प्रशासन की व्यवस्था ठप हो गई है। शुरुआती समय में कोरोना पॉजिटिव मामले मिलने के 1 घंटे के भीतर उसे ट्रेस कर तुरंत 108 एम्बुलेंस भेजा जाता था। अब आलम यह है कि संक्रमित मिलने के 24 घंटे बाद तक उसकी ट्रेसिंग की जा रही है, तब जाकर संक्रमित का पता चल पा रहा है।
दरअसल, सोमवार की शाम करीब 4 बजे टाटीसिलवे के जैप 2 के एक जवान की रिपोर्ट पॉजिटिव आयी। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के करीब 22 घंटे बाद तक स्थानीय थाना तक को सूचना नहीं दी गई थी। यहां तक कि खुद संक्रमित तक को जानकारी नहीं थी कि उसमें संक्रमण की पुष्टि हुई है।
करीब 22 घंटे के बाद किसी तरह जिला प्रशासन की टीम ने उसे ट्रेस किया और 108 एम्बुलेंस भेजकर डोरंडा स्थित कोविड अस्पताल में शिफ्ट कराया गया। बताते चलें कि 4 दिन पूर्व जैप 2 के डीएसपी में संक्रमण की पुष्टि हुई थी। इसके बाद कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग के आधार पर उक्त संक्रमित का सैंपल जांच के लिए लिया गया था।
डोरंडा में बने कोविड अस्पताल की व्यवस्था खस्ता, ना डॉक्टर ना मरीजों को दवाई
इधर, रिम्स के कोविड वार्ड और सीसीएल अस्पताल गांधीनगर के कोविड अस्पताल में बेड फुल होने के बाद जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग द्वारा डोरंडा स्थित रिसलदार बाबा अस्पताल को कोविड अस्पताल में तब्दील किया गया। एक साथ मिले सभी 40 संक्रमितों के ट्रेस कर अस्पताल में लाकर भर दिया गया।
यहां भर्ती एक संक्रमित ने बताया कि सोमवार देर रात से भर्ती हैं और एक बार भी डॉक्टर देखने तक नहीं आया है। भर्ती होने के 18 घंटे बाद तक किसी मरीज को एक दवा तक नहीं दी गई। संक्रमित ने बताया कि अस्पताल में पीने का पानी तक सही से उपलब्ध नहीं है। सुबह से शाम तक सिर्फ एक ही समय का खाना दिया गया है। व्यवस्था के नाम पर अस्पताल में सिर्फ खानापूर्ति की गई है।
आनन फानन में की गई व्यवस्था
अचानक कोविड अस्पतालों में बेड फुल होने के बाद आनन-फानन में व्यवस्था की गई है। सिर्फ बेड की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। सही मायने में डॉक्टरों की तैनाती तक नहीं की गई है। कोरोना काल में जहां पूरा देश इससे जूझ रहा है, ऐसे में इस तरह की लापरवाही कहीं जानलेवा साबित ना हो जाए।
एम्बुलेंस से निकलकर यहां-वहां बेरोक-टोक घूम रहे संक्रमित
इधर, रिम्स के कोविड अस्पताल में बेड फुल हो चुके हैं। इसकी सूचना जिला प्रशासन को दी जा चुकी है। इसके बावजूद प्राइवेट अस्पतालों से गंभीर मरीजों को रिम्स रेफर किया जा रहा है। पीएमसीएच धनबाद से रेफर किए गए 2 संक्रमित रिम्स के कोविड वार्ड के बाहर बेरोक-टोक यहां-वहां घूमते रहे। एम्बुलेंस से खुद से बाहर निकलकर जहां मन वहां बैठ कर लोगों से बातचीत करते रहे। ना ही किसी सुरक्षाकर्मी ने इसकी सुध ली और ना ही सुरक्षा के लिए कोविड अस्पताल के बाहर लगाए गए पुलिस बल ने कोई एक्शन लिया। नतीजन, संक्रमित एक घंटे के भीतर कितनों के संपर्क में आया।
'अस्पताल में व्यवस्था की गई है। पहले दिन मरीजों को थोड़ी परेशानी हो सकती है। लेकिन व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने की पूरी कोशिश की जा रही है। मरीजों को किसी तरह की परेशानी नहीं होगी, इसका खास ख्याल रखा जाएगा और बेहतर चिकित्सा व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।' -डॉ वीबी प्रसाद, सिविल सर्जन।