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Railway News: रेलवे का बड़ा फैसला, एक साथ 74 ट्रेनें रद, यात्रियों की परेशानी बढ़ी...

Indian Railways Cancelled Trains चक्रवाती तूफान यास के आने की आशंका को लेकर ईस्ट कोस्ट रेलवे ने 25 मई से लेकर 28 मई के बीच चलने वाली 74 ट्रेनें कैंसिल की। हटिया से पुरी के बीच में चलने वाली ट्रेन नंबर 08451 पुरी स्पेशल ट्रेन को कैंसिल कर दिया है।

By Alok ShahiEdited By: Published: Sat, 22 May 2021 04:53 AM (IST)Updated: Sat, 22 May 2021 05:52 PM (IST)
Railway News: रेलवे का बड़ा फैसला, एक साथ 74 ट्रेनें रद, यात्रियों की परेशानी बढ़ी...
Indian Railways Cancelled Trains: रेलवे ने 25 से 28 मई के बीच चलने वाली 74 ट्रेनें कैंसिल की हैं।

रांची, जासं। Indian Railways Cancelled Trains चक्रवाती तूफान यास के आने की आशंका को लेकर ईस्ट कोस्ट रेलवे ने 25 मई से लेकर 28 मई के बीच चलने वाली 74 ट्रेनें कैंसिल की हैं। हटिया से पुरी के बीच में चलने वाली ट्रेन नंबर 08451 पूरी स्पेशल ट्रेन को कैंसिल कर दिया है। यह ट्रेन ईस्ट कोस्ट रेलवे की ट्रेन है। इस ट्रेन को 25 मई, 26 मई और 28 मई को कैंसिल किया गया है। यास चक्रवाती तूफान उड़ीसा में आने की आशंका है। इसलिए इसे कैंसिल किया गया है। ईस्ट कोस्ट रेलवे के चीफ ट्रांसपोर्ट मैनेजर डीआर पालने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है। इसके अलावा, भुवनेश्वर हावड़ा, पुरी हावड़ा, पूरी लोकमान्य तिलक, यशवंतपुर हावड़ा, नई दिल्ली पुरी, पुरी नई दिल्ली आदि ट्रेनों को भी कैंसिल किया गया है।

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धनबाद-गया इंटरसिटी आज लगाएगी अंतिम फेरा, 23 से थम जाएगा पहिया

यात्रीगण कृप्या ध्यान दे कोडरमा के रास्ते धनबाद से गया तक चलने वाली इंटरसिटी एक्सप्रेस शनिवार को अंतिम फेरा लगाएगी। रविवार से इस ट्रेन के पहिए अगले आदेश तक थम जाएंगे। वहीं दूसरी ओर शुक्रवार से कोडरमा के रास्ते होकर चलने वाली 02823 भुवनेश्वर नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस का फेरा कम कर दिया गया है। 1 जून तक अलग-अलग तिथियों में यह ट्रेन भुवनेश्वर से कोडरमा के रास्ते होकर चलने वाली राजधानी एक्सप्रेस रद्द कर दी गई है। कोविड 19 की दूसरी लहर की वजह से ट्रेनों में यात्रियों की संख्या नगण्य हो गई है और टिकट भी काफी संख्या में रद्द हो रहे है।

लाइफलाइन के रूप में जाना जाने वाला धनबाद-कोडरमा-गया रेलखंड पर चलने वाली धनबाद-गया इंटरसिटी, देवघर इंटरसिटी व धनबाद-रांची इंटरसिटी को 23 मई से रद्द करने की घोषणा धनबाद रेल मंडल के डीआरएम ने ट्वीट कर दी है। इन ट्रेनों के रद्द होने से झारखंड और बिहार के रेल यात्रियों को धक्का लगा है। धनबाद रेल मंडल के पीआरओ पीके मिश्रा ने बताया कि इन ट्रेनाें में रेल यात्रियों कम संख्या में मिलने के कारण रद्द किया गया है। रेलवे बोर्ड की अनुमति के बाद उक्त ट्रेनों को अगले आदेश तक रद्द किया जाएगा। परिस्थितियां सामान्य होने के बाद इन ट्रेनों का परिचालन फिर से बहाल किया जाएगा।

रांची रेलवे स्टेशन पर गिरी फाल्स सीलिंग

रांची रेलवे स्टेशन पर प्लेटफार्म नंबर तीन पर फाल्स सीलिंग गिर गई। इसकी वजह से प्लेटफार्म पर पानी टपकने लगा। जिस वक्त ये हादसा हुआ फाल्स सीलिंग के नीचे कोई यात्री नहीं था। इस वजह से किसी तरह का कोई नुकसान नहीं हुआ है। हादसा होते ही रेलवे के अधिकारी मौके पर पहुंचे और फाल्स सीलिंग को वहां से हटाया गया। अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही फाल्स सीलिंग को ठीक कराया जाएगा।

हटिया रेलवे स्टेशन पर सूरत से आए लोगों की नहीं हुई कोरोना जांच कोरोना जांच

कोरोना के बढ़ते संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए वैसे तो प्रशासन लगातार सतर्कता बरत रहा है। ट्रेन द्वारा दूसरे प्रदेश से आनेवाले लोगों से लगातार कोरोना जांच की अपील की जा रही है। वहीं प्रशासन के स्तर से भी जांच हो रही है, लेकिन शुक्रवार को हटिया स्टेशन पर जो नजारा देखने को मिला उससे यही लगा कि प्रशासन दूसरे राज्यों से आने वाले यात्रियों के कोरोना टेस्ट के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति में लगा है।शुक्रवार को शाम लगभग 5:40 बजे सूरत से हटिया रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या एक पर सूरत-मधुपुर स्पेशल ट्रेन पहुंची। ट्रेन से कुल 197 यात्रियों को उतारा गया। उसके बाद यह ट्रेन बोकारो से होते हुए धनबाद के लिए रवाना हो गई।

स्पेशल ट्रेन के यात्रियों के दूसरे प्रदेशों से यहां आने पर कोरोना जांच की कवायद तो शुरू हुई लेकिन केवल बिहार जाने वाले यात्रियों की जांच हुई, जबकि रांची व आसपास के यात्रियों की कोई जांच नहीं हुई। इस दौरान स्टेशन परिसर में जिला प्रशासन के अलावा मजिस्ट्रेट, रेलवे एवं आरपीएफ के अधिकारी व जवान मौजूद रहे। जिला प्रशासन की ओर से यात्रियों को रांची, सिमडेगा, गढ़वा, ,पलामू सहित अन्य स्थानों तक पहुचाने के लिए 10 बसों की भी व्यवस्था की गई थी। इस दौरान केवल बिहार जाने वाले 35 यात्रियों की कोरोना जांच की गई। बाकी यात्रियों को बिना किसी जांच के अलग-अलग बसों में बैठा दिया गया।

सभी यात्रियों को सुनियोजित तरीके से शारीरिक दूरी का पालन करवाते हुए स्टेशन से बाहर निकाला गया। इस दौरान सभी को चावल, दाल, सोयाबीन, मसाला सहित सूखे राशन का पैकेट दिया गया। इधर 15 मिनट बाद प्लेटफॉर्म संख्या दो पर यशवंतपुर स्पेशल ट्रेन भी पहुंच गई और हद तो तब हो गई, जब इस ट्रेन से 1200 यात्रियों का रेला एकसाथ ट्रेन की बोगियों से बिना किसी शारीरिक दूरी का पालन करते हुए बाहर निकला और स्टेशन के पीछे मौजूद दो निकासी द्वार से बिना किसी रोकटोक और जांच के स्टेशन के बाहर निकल गए।

स्टेशन के बाहर का नजारा भी कुछ कम नहीं था। स्टेशन के बाहर दर्जनों ऑटो बेतरतीब तरीके से खड़े दिखाई दिए। यात्रियों के वहां पहुंचते ही अलग-अलग ऑटो में बैठकर अपने गंतव्य की ओर रवाना हो गए। यहां भी उन्हें नियंत्रित करने वाला कोई न रहा। फलस्वरूप ऑटो चालक भी अपनी मनमानी करते हुए बिना किसी नियम का पालन करे यात्रियों को भर-भर कर निकल गए। यहां गौर करने वाली बात यह है कि जब सरकार द्वारा दूसरे राज्यों से आने वाले यात्रियों को लेकर विशेष नियम बनाए गए हैं, तो स्टेशन परिसर में मौजूद प्रशासनिक अधिकारियों के रहते यात्री बिना जांच के कैसे बाहर निकल गए। 


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