Railway Updates: कोडरमा में रेलवे ट्रैक पर गिरा पेड़, तीन राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन का पहिया जाम
Railway Latest News Koderma Jharkhand News घटना के बाद आनन-फानन में गझंडी से टावर वैगन भेजकर पेड़ को हटाया गया। इस दौरान अप लाइन की भी कई यात्री ट्रेनें हजारीबाग रोड पारसनाथ व अन्य स्टेशनों पर खड़ी रही रही।
कोडरमा, जासं। बंगाल की खाड़ी से उठे चक्रवाती तूफान का व्यापक असर कोडरमा जिले में पड़ा है। बुधवार की रात से तेज हवाओं के साथ झमाझम बारिश हो रही है। इसका असर रेलवे परिचालन पर भी देखा जा रहा है। अहले सुबह कोडरमा व हीरोडीह स्टेशन के बीच रेलवे ट्रैक पर एक विशाल पेड़ के गिर जाने से रेल परिचालन ठप हो गया है। पेड़ डाउन लाइन पर गिरी है।
इस वजह से नई दिल्ली-हावड़ा राजधानी एक्सप्रेस, नई दिल्ली-कोलकाता राजधानी एक्सप्रेस कोडरमा स्टेशन पर सुबह 5.30 बजे से 7.15 बजे तक खड़ी रही। वहीं नई दिल्ली-भुवनेश्वर राजधानी एक्सप्रेस दिलवा स्टेशन पर खड़ी रही। घटना के बाद आनन-फानन में गझंडी से टावर वैगन भेजकर पेड़ को हटाया गया। इसके बाद लाइन क्लियर होने के बाद करीब 7.15 बजे परिचालन शुरू किया गया। इस दौरान अप लाइन की भी कई यात्री ट्रेनें हजारीबाग रोड, पारसनाथ व अन्य स्टेशनों पर खड़ी रही।
दूसरी ओर लगातार बारिश और तेज हवा के कारण कई जगहों पर जल जमाव व सड़कों पर भी यातायात प्रभावित होने की सूचना मिल रही है। बारिश के कारण आम जनजीवन बेहाल हो गया है। करीब 60 किलोमीटर की रफ्तार से चल रही तेज हवा के कारण कई जगहों पर पेड़ गिरने की सूचना है। इस वजह से विद्युत आपूर्ति भी रात्रि से ही ठप है।
धनबाद रेल मंडल को समय पालन में देश में तीसरा स्थान
धनबाद रेल मंडल द्वारा ट्रेनों के समयबद्ध परिचालन की दिशा में कई कदम उठाए गए हैं। हाल के वर्षों में ट्रैकों के नवीकरण, दोहरीकरण, विद्युतीकरण जैसी आधारभूत संरचना के उन्नयन से जुड़े कार्य को पूरा करने के साथ-साथ कई महत्वपूर्ण कार्य पूरे किए गए हैं। इसके फलस्वरूप ट्रेनों के परिचालन दक्षता में काफी वृद्धि हुई है।
धनबाद रेल मंडल के पीआरओ पीके मिश्रा के अनुसार, 26 सितंबर, 2021 को पूर्व मध्य रेल के धनबाद मंडल ने समय पालन में छलांग लगाते हुए शत-प्रतिशत ट्रेनों का परिचालन नियत समय पर करके देश में तीसरा स्थान प्राप्त किया है। रेल मंडल में दुरुस्त व्यवस्था के कारण अधिकतर ट्रेनों का परिचालन समय पर हो रहा है। इससे यात्रियों को इंतजार करने की परेशानी से मुक्ति मिली है। आने वाले दिनों में इस व्यवस्था को और दुरुस्त करने की कोशिश हो रही है।