Indian Railways: बिजली प्लांट में उत्पादन ठप होने की आशंका... वीआइपी ट्रेन बनकर दौड़ रहीं कोयला लदी मालगाड़ियां
Indian Railways बिजली उत्पादन ठप नहीं हो जाए इसे लेकर रेलवे सतर्क हो गया है। बिजली प्लांट तक कोयला पहुंचाने के लिए रेलवे ने नई रणनीति बनाई है। मालगाड़ियों में रैक की संख्या बढ़ा दी गई है। बिना बाधा मालगाड़ियों को मंजिल तक पहुंचाने का काम जारी है।
झुमरीतिलैया, संवाद सहयोगी। पूरा देश इस समय भीषण गर्मी से जूझ रहा है। ऐसे में बिजली की मांग बढ़ गई है। बिजली उत्पादन करने वाली कंपनियों पर अधिक उत्पादन का दबाव बढ़ गया है। ऐसे में कोयला की कमी के कारण उत्पादन ठप नहीं हो, इसे ध्यान में रखते हुए रेलवे ने नई रणनीति बनाई है। कोयला लदी मालगाड़ियों को बिना बाधा पहुंचाए मंजिल तक पहुंचाने की हर कवायद की जा रही है। रेलवे ने इन मालगाड़ियों में रैक की संख्या भी बढ़ा दी है। पहले जहां 55 रैक लेकर मालगाड़ियां दौड़ती थीं, वहीं अब 115 रैक के साथ सफर पूरा कर रही हैं।
ग्रीन सिंग्नल पर बिना बाधा के सरपट दौड़ रही ट्रेन
नई दिल्ली-हावड़ा ग्रैंड कॉर्ड सेक्सन के रास्ते और धनबाद रेल मंडल के सीआइसी एवं जीसी खंड से कोयला लदी मालगाड़ियां इस समय सरपट दौड़ती नजर आ जाएंगी। इन कोयला लदी मालगाड़ियों में आप 115 रैक देख सकते हैं। रेलवे बोर्ड भी इस पर नजर बनाए हुए है। अधिकतम दबाव वाले धनबाद रेल मंडल के हजारीबाग बानादाह साइडिंग एवं धनबाद के विभिन्न साइडिंगों के जरिये कोयला लदी मालगाड़ियों का परिचालन किया जा रहा है। कोडरमा स्टेशन से हजारीबाग टाउन स्टेशन एवं गोमो पारसनाथ के रास्ते मालगाड़ियाें का परिचालन किया जा रहा है। यह मालगाड़ियां ग्रीन सिंग्नल पर देश के विभिन्न राज्यों में बिना बाधा के सरपट दौड़ाई जा रही हैं।
ऊंचाई वाले स्थानों पर दो इंजन की ली जा रही मदद
मालूम हो कि गर्मी के चलते देश भर में बिजली की मांग काफी बढ़ गई है। पावर प्लांटों में कोयला की खपत तेजी से हो रहा है। ऐसे में संयत्र ठप होने की आशंका को भांपते हुए भारतीय रेलवे ने अपनी कमर कस ली है। समय रहते पूरा महकमा सतर्क होने के साथ मालगाड़ियों को प्राथमिकता पर चला रहा है। कोडरमा, गया रेलखंड में ऊंचाई के वजह से दो इंजन भी लगाने पड़ रहे हैं।
बंगाल, यूपी, असम, दिल्ली भेजा जा रहा कोयला
धनबाद रेल मंडल के पीआरओ पीके मिश्रा ने बताया कि कोयला ढुलाई को लेकर धनबाद रेल मंडल महती भूमिका निभा रहा है। मौजूदा हालत को देखते हुए डाउन और अप लाइन में धनबाद रेल मंडल के अंतर्गत झारखंड, बिहार और उतर प्रदेश के रास्ते 115 रैक भेजी जा रही हैं। उन्होंने बताया कि एनटीपीसी के लिए बंधुआ और मानपुर के बीच एक अलग लाइन बिछायी गई थी, उसी जरिये बिहार में कोयला भेजा जा रहा है। अब मालगाड़ी गया के बजाए मानपुर और पहाड़पुर के बीच से निकल जा रही हैं। वहीं पश्चिमी बंगाल, उत्तर प्रदेश, असम, दिल्ली व कई राज्यों में कोयला भेजे जा रहे हैं।